प्रीत विहार दिल्ली (अमन इंडिया ) । भारत के अग्रणी एड-टेक प्लेटफॉर्म फिजिक्स वाला (पीडब्ल्यू) ने प्रीत विहार, दिल्ली में टेक-इनेबल्ड ऑफ़लाइन विद्यापीठ सेंटर शुरू किया है। यह सेंटर पूरे भारत में शैक्षिक सेंटर स्थापित करने और विद्यार्थियों को आसानी से शिक्षा पाने में मदद करने की पीडब्ल्यू की प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
प्रीत विहार, दिल्ली विद्यापीठ सेंटर में अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ 9 टेक-इनेबल्ड क्लासरूम हैं, जहाँ विद्यार्थियों को अध्ययन का सकारात्मक वातावरण मिलता है। यहाँ स्वयं अध्ययन करने के लिए अलग क्षेत्र उपलब्ध है, ताकि अध्ययन का ज्यादा लाभप्रद वातावरण मिले। साथ ही स्टूडेंट वेलफेयर सोसाइटी (एसडब्ल्यूएस) द्वारा यहाँ पढ़ने वाले विद्यार्थियों को होस्टल और परिवहन सुविधाओं का सहयोग मिलता है। शैक्षणिक वर्ष 2024-2025 के लिए यहाँ विद्यार्थियों को 30% की अतिरिक्त छूट दी जा रही है। इस सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर पीडब्ल्यू के सीईओ ऑनलाइन, अतुल कुमार और पीडब्ल्यू के चीफ बिजनेस कोलैबोरेशन ऑफिसर, देबब्रत दास मौजूद थे।
पीडब्ल्यू भारत में लगभग 79 टेक इनेबल्ड विद्यापीठ सेंटर खोल चुका है। यह सबसे तेजी से बढ़ती एडटेक कंपनी बनकर उभरा है, जो पिछले दो सालों में तीसरे सबसे बड़े ऑफ़लाइन नेटवर्क के रूप में विकसित हुआ है। यहाँ पर 2 लाख से ज़्यादा विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। ये सेंटर जेईई/ नीट की तैयारी के लिए विस्तृत पाठ्यक्रम पेश करते हैं।
पीडब्ल्यू ऑफ़लाइन विद्यापीठ सेंटर में विद्यार्थियों को अध्ययन रिकॉर्ड किए गए लेक्चर्स, एनसीईआरटी की किताबों, ऑफ़लाइन डाउट सॉल्विंग, वीडियो सॉल्यूशन के साथ डेली प्रैक्टिस प्रॉब्लम्स (डीपीपी), विशेष मॉड्यूल और पिछले सालों में आए सवालों (पीवाईक्यू) की मदद से कराया जाता है। साथ ही यहाँ पर स्टूडेंट सक्सेस टीम (एसएसटी) के लिए एक समर्पित डेस्क है, जो विद्यार्थियों की शंकाओं का तुरंत और व्यक्तिगत रूप से समाधान करती है। साथ ही यहाँ एक पैरेंट-टीचर डैशबोर्ड सिस्टम भी है, जिससे विद्यार्थी की प्रगति के बारे में रियल टाइम अपडेट भी मिलता रहता है।
पीडब्लू ऑफलाइन सीईओ अंकित गुप्ता ने कहा, “हर ऑफलाइन सेंटर के लॉन्च के साथ हम पूरे भारत में शैक्षिक सेंटर स्थापित करने के अपने लक्ष्य के नज़दीक पहुँच रहे हैं ताकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाना आसान हो जाए और माता-पिता पर पड़ने वाले वित्तीय बोझ में कमी आए। ये सेंटर देश में शिक्षा के परिदृश्य में परिवर्तन लाने के लिए तैयार हैं।”