नोएडा लोकमंच महासचिव महेश सक्सेना ने कहा की दिव्यांग कलाकारों ने यह साबित कर दिया है की अक्षम होने के बावजूद भी कोई मन में ठान तो भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।

 




दिव्यांग प्रतिभाओं के प्रदर्शन से स्तब्ध रह गए दर्शक


 


नोएडा ( अमन इंडिया )।  उत्तराखंड के  दिव्यांग प्रतिभाओंं  के उत्थान और उनके कल्याण हेतु कार्यक्रम 'जीना इसी का नाम है' के आयोजन में उत्तरांचल के 22 दिव्यांग कलाकारो ने गीत, नृत्य, सामूहिक गान, देश भक्ति गीत, लोकगीत प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दिव्यांग कलाकारो ने व्हील चेयर पर नृत्य प्रस्तुत कर सबको आश्चर्य में डाल दिया। उत्तराखंड की कोकिला कही जाने वाली कल्पना चौहान की प्रस्तुत गीत ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। 


  सेक्टर - 125 स्थित एमिटी विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित जीना इसी का नाम है' कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। भक्ति से सरबोर हनुमान भजन गाकर दिव्यांग कलाकार आदित्य पंत ने कार्यक्रम की शुरुआत की, निर्मल अंजलि ने और अन्य कलाकारों  ने सामूहिक गीत  पेश किया। पनी राम ने 'केले बाजी मुरली' गीत प्रस्तुत का लोगों  को भाव-विहोर कर दिया। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा दिव्यांग कलाकारों का व्हील चेयर पर नृत्य। जिसे प्रस्तुत कर इन कलाकारो ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया।


  कार्यक्रम में उत्तराखंड की कोकिला कही जाने वाली कल्पना चौहान ने  गीत प्रस्तुत कर हर किसी को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। इस मौके पर  पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बिमला बाथम, पूर्व विधायक मदन चौहान, अशोक चौहान, नोएडा लोकमंच के अध्यक्ष प्रभात कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी, फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र, महासचिव महेश सक्सेना ने  कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों  को सम्मानित किया । कार्यक्रम के दौरान नोएडा लोकमंच महासचिव महेश सक्सेना ने कहा की दिव्यांग कलाकारों ने यह  साबित कर दिया है की अक्षम होने के बावजूद भी कोई मन में ठान तो भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।कार्यक्रम को संचालन आरएन श्रीवास्तव और नवीन पांडे ने किया । इस दौरान नोएडा शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।