सर्दियों का मौसम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता: डॉ जगदीप गंभीर

 *बढ़ती सर्दी के कारण विंटर ब्लूज या सीजनल डिप्रेशन का शिकार हो रहे लोग


-        *दिन के समय कम रोशनी और बदलते मौसम के कारण उत्पन्न हो रही समस्या


नोएडा (अमन इंडिया ) । सर्दियों का मौसम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डालता है। इस मौसम में मनोवैज्ञानिक समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो पहले से मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं।  


फेलिक्स अस्पताल के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. जयदीप गंभीर बताते हैं कि सर्दियों में मानसिक स्वास्थ्यसमस्याओं का समाधान समय पर किया जाना चाहिए। सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर यह एक प्रकार का डिप्रेशन है, जो सर्दियों के मौसम में अधिक होता है। इसे विंटर ब्लूज के नाम से भी जाना जाता है। दिन के समय कम रोशनी और बदलते मौसम के कारण यह समस्या उत्पन्न होती है। इसके अलावा ठंड के कारण सामान्य दिनचर्या में रुकावट और सामाजिक अलगाव तनाव और घबराहट को बढ़ा सकता है। बाइपोलर डिसऑर्डर वाले व्यक्तियों में सर्दियों के दौरान डिप्रेशन के लक्षण बढ़ सकते हैं। सर्दियों में सामाजिक संपर्क कम होने और घर में अधिक समय बिताने से अकेलापन बढ़ सकता है। ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर संक्रमण के डर और सफाई की चिंता सर्दियों में अधिक हो सकती है। सर्दियों में दिन छोटे और रातें लंबी हो जाती हैं, जिससे सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर कम हो सकता है। ठंड के कारण शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं। ठंड के मौसम में लोग कम सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। सर्दियों के दौरान तनाव और थकावट सामान्य होती है। इसलिए दिन में कम से कम 20-30 मिनट प्राकृतिक रोशनी में समय बिताएं। यदि यह संभव न हो, तो कृत्रिम लाइट थेरेपी उपयोगी हो सकती है। डिप्रेशन और एंग्जायटी के गंभीर मामलों में डॉक्टर की सलाह से दवाओं का सेवन करें। कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरैपी (सीबीटी) नकारात्मक सोच को बदलने में मदद करती है। नियमित व्यायाम, योग और ध्यान (मेडिटेशन) मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक हैं।  परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना और सकारात्मक गतिविधियों में भाग लेना मददगार होता है। विटामिन डी और ओमेगा-3 से भरपूर आहार लें। यह मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। सुबह या दोपहर के समय सूर्य की रोशनी में समय बिताएं। ठंड में भी नियमित व्यायाम और आउटडोर गतिविधियों को जारी रखें। दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने से अकेलेपन से बचा जा सकता है। दि लक्षण गंभीर हों, तो मनोचिकित्सक से संपर्क करें। सर्दियों में मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। सही दिनचर्या, संतुलित आहार और मनोचिकित्सक की सलाह से इन समस्याओं से बचा जा सकता है। यदि आप या आपका कोई करीबी सर्दियों में मानसिक समस्याओं का सामना कर रहा है, तो समय पर मदद लेना न भूलें। स्वस्थ मन और स्वस्थ जीवन के लिए सजग रहें।


*लक्षण*

●      उदासी और निराशा

●      ऊर्जा की कमी और थकावट

●      नींद में बदलाव, अधिक सोना या नींद न आना

●      सामाजिक गतिविधियों से दूर रहना

●      चिड़चिड़ापन और चिंता

●      आत्मसम्मान में कमी

●   रोजमर्रा के कार्यों में रुचि की कमी


*बचाव के उपायः*

●      धूप में समय बिताएं

●      सक्रिय रहें

●      स्वस्थ आहार लें

●      सामाजिक गतिविधियों में भाग लें

●   प्रोफेशनल हेल्प लें