2023 में नहीं हुआ एक भी हाथी का शिकार


नोएडा (अमन इंडिया ) ।  शहर के समाजसेवी रंजन तोमर की एक आरटीआई जो 2019 में बेहद चर्चा में रही थी जिसमें यह जानकारी मिली थी  2009 से 2019 के दशक में 429 हाथियों का शिकार देश भर में कर दिया गया था । इससे देश भर में हाथियों के शिकार के खिलाफ एकमत बना था ।फिर 2021 में तोमर की ही आरटीआई से यह खुलासा हुआ था की उस वर्ष 49 हाथियों का शिकार किया गया था।  इससे सरकारों पर बेहद दबाव पड़ा और सरकार द्वारा कई ज़रूरी कदम उठाये गए जिनसे शिकार कम  होने लगा।  


रंजन तोमर ने चला रखी थी मुहीम सुप्रीम कोर्ट में भी लगी थी जनहित याचिका नॉएडा के समाजसेवी  रंजन तोमर ने कई वर्षों से इस बाबत मुहीम चला रखी थी जहाँ लगातार वह आरटीआई के माध्यम से जानकारी निकलते रहते और मीडिया के माध्यम से सरकार पर दबाव डालते , केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय को लगातार पत्राचार से अवगत करते रहे और उनसे ज़रूरी कदम उठाने की बात रखते रहे , जिसके सुखद परिणाम अब देखने को मिले हैं।   तोमर की आरटीआई से मिली जानकारी के बाद सुप्रीम कोर्ट के वकील ऐ बी कौशिक द्वारा दायर की गई थी।  

2023 में नहीं हुआ एक भी शिकार  केंद्र सरकार की बड़ी जीत जहाँ हर वर्ष कम से कम चालीस से ज़्यादा औसतन हाथियों के शिकार हो रहे थे वहीँ इस वर्ष एक भी शिकार न होना बहुत बड़ी बात है।  वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ने यह जानकारी तोमर को देते हुए कहा है की सभी राज्य सरकारों और पुलिस में मिली  जानकारी के अनुसार इस वर्ष न किसी हाथी का शिकार हुआ न ही कोई शिकारी पकड़ा गया।तोमर ने इसे केंद्र सरकार समेत राज्य सरकारों की बड़ी जीत माना है और सभी का धन्यवाद दिया है।