अपनी तरह का विशेष इंश्योरेंस प्लान, जो मैच्योरिटी तकसर्वाईवल पर कम से कम प्रीमियम का 125 प्रतिशतरिटर्न देता है
नई दिल्ली (अमन इण्डिया)। भारत की सबसे भरोसेमंदप्राईवेट लाईफ इंश्योरेंस कंपनी, अवीवा लाईफ इंश्योरेंसने अवीवा प्रोटेक्शन प्लस का लॉन्च करने की घोषणा कीहै। यह एक नॉन-लिंक्ड नॉन-पार्टिसिपेटिंग व्यक्तिगतलाईफ इंश्योरेंस सेविंग्स प्लान है। यह प्लान न केवलकिसी अनपेक्षित घटना के मामले में वित्तीय सुरक्षा प्रदानकरता है, बल्कि पॉलिसी की अवधि पूरी होने तक जीवितरहने पर एश्योर्ड मैच्योरिटी राशि भी प्रदान करता है। इसप्लान में ग्राहकों को टर्म इंश्योरेंस का फायदा मिलता हैऔर ‘टर्मसेज्यादा’ बेनेफिट्स भी मिलते हैं, जिनके तहतमैच्योरिटी तक जीवित रहने पर प्रीमियमका 125 प्रतिशत तक रिटर्न मिलता है।
अवीवा प्रोटेक्शन प्लस प्रीमियम पर रिटर्न के मैच्योरिटीबेनेफिट, बेहतर सुरक्षा, और सेविंग्स बूस्टर विकल्पों केसाथ आकर्षक विशेषताएं प्रदान करता है; और परिवारको उच्च डेथ सम के साथ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करताहै, तो पॉलिसीधारक की दुखद मृत्यु के बाद देय होता है।इसके अलावा, यह प्लान सिंगल या नियमित प्रीमियमभुगतान की शर्त के साथ उपलब्ध है। साथ ही इसके द्वाराव्यक्ति को विभिन्न प्रीमियम भुगतान फ्रीक्वेंसी मोड काविकल्प भी मिलता है, और वह 80 साल तक लाईफकवरेज, प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष टैक्स बेनेफिट्स और उच्चसम एश्योर्ड पर रीबेट जैसे फायदे प्राप्त कर सकता है।
श्री विनीत कपाही, हेड ऑफ मार्केटिंग ने कहा, ‘‘टर्मइंश्योरेंस लोगों के बीच सबसे पसंदीदा प्लान है क्योंकियह किफायती होने के साथ लचीलापन भी प्रदान करताहै। हमारे ग्राहकों को टर्म कवर एवं अन्य फायदे एक हीप्लान में प्रदान करने के लिए हमने अवीवा प्रोटेक्शन प्लसका लॉन्च किया। यह प्लान आपको अपने प्रोफाईल केअनुरूप सबसे उत्तम वित्तीय सुरक्षा चुनने का अवसर देताहै। इसमें पॉलिसी की शुरुआत में बेसिक और एडिशनलडेथ सम एश्योर्ड तथा मैच्योरिटी सम एश्योर्ड के विभिन्नविकल्प चुनने को मिलते हैं।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘इस लॉन्च के साथ हम भेदभाव केखिलाफ खड़े होना चाहते थे क्योंकि यह उत्पादमहिलाओं, पुरुषों और ट्रांसजेंडर्स सभी को बीमा देता है।हमारे अभियान ष्रुज्मतउैर्मलंकंएष् के साथ हम अपेक्षाओंसे ज्यादा बेनेफिट्स प्राप्त करने की ग्राहकों की इच्छा सेजुड़ना और इस विश्वास को मजबूत करना चाहते हैं किअवीवा प्रोटेक्शन प्लस के साथ वो अपने परिवार कोअपनी गैरमौजूदगी में भी वित्तीय सुरक्षा दे सकते हैं, औरमैच्योरिटी तक जीवित रहने पर उन्हें वित्तीय लाभ प्राप्त होसकते हैं।’’