नोएडा (अमन इंडिया ) । फोनरवा कार्यकारणी कमेटी के सदस्यों की नोएडा प्राधिकरण के कार्यपालिका अधिकारी लोकेश एम के साथ सफल बैठक हुई । मीटिंग के दोरान फोनरवा द्वारा एक ज्ञापन भी दिया गया जिसमें नोएडा शहर से संबंधित समस्याओं का उल्लेख किया गया है।
इस अवसर पर एसीईओ संजय कुमार खत्री ,श्रीमती वंदना त्रिपाठी,ओएसडी महेंद्र प्रसाद, , सतीश पाल, देवेंद्र प्रताप सिंह,जी एम(जल)आर पी सिंह, डीजीएम विजय रावल,एस पी सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।
फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने बताया कि वेंडिंग जोन स्थापित करने का निर्णय नोएडा प्राधिकरण द्वारा निवासियों या संबंधित सेक्टरों के आरडब्ल्यूए के परामर्श के बिना लिया जा रहा है फेरीवालों आदि की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। परिणामी सेक्टरों और आरडब्ल्यूए के निवासी वेंडिंग जोन स्थापित रेजिडेंशियल स्थान पर करने की नोएडा प्राधिकरण की योजना का विरोध करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि एक बार वेंडर जोन के कारण, ट्रैफिक की समस्या हो रही है और कई अज्ञात लोग सेक्टर में घूमेंगे जो एक सुरक्षा चिंता का विषय है। स्वच्छता के मुद्दे भी सामने आने की उम्मीद है क्योंकि क्षेत्र में स्थापित दुकानों और कियोस्क से सड़क पर और खुले नाले में अधिक कचरे का निपटान किया जाएगा। इससे सेक्टरों के सौंदर्यीकरण पर भी असर पड़ता है।अतः नोएडा प्राधिकर संबंधित आरडब्ल्यूए के परामर्श से वेंडिंग जोन स्थापित करे। शिव ने कहा कि अभी कोई नये हॉकर बेंडिंग जोन में नहीं जोड़े जा रहे हैं। और ब्रांडिंग जन्म में जो इलीगल ठेले वाले तथा उन दुकानदार हैं उनको हटाया जाएगा इसके लिए उन्होंने वर्क सर्कल के वरिष्ठ मैनेजर को हटाने का आदेश दिया।
नोएडा का विस्तार बढ़ गया है। अतः सिटी बस सेवाओं की तत्काल आवश्यकता है, जिसमें मेट्रो स्टेशनों से आवासीय, औद्योगिक और शहर के अन्य सेक्टरों में कनेक्टिविटी के लिए बस व मिनी बसें की व्यवस्था की जाए।
शिव साहब ने कहा कि नोएडा प्राधिकरण इस पर कार्रवाई कर रहा है।
नोएडा में आवारा कुत्तों द्वारा लोगों को काटने की घटनाएं बढ़ती जा रहीं है समस्या की भयावहता को ध्यान में रखते हुए, कम से कम 4 एजेंसियों को तैनात करने की तत्काल आवश्यकता है, जिनमें से प्रत्येक को एक विशेष क्षेत्र सौंपा जा सके। प्राधिकरण ने शहर में कुत्तों के काटने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अपनी पालतू नीति में संशोधन किया है। लेकिन उसको गम्भीरता के साथ तत्काल अमल करने की जरूरत है
सी ई ओ ने कहा की दो नए सेक्टर 34 और सेक्टर 135 में डॉग शेल्टर खोले गए हैं जिसमें काटने वाले कुत्तों का इलाज किया जाएगा उन्होंने यह भी कहा कि अब कुत्ते काटने की काम शिकायत आ रही है उन्होंने हमारी यह भी मांग स्वीकार कर ली की सेक्टर में होने वाले कुत्तों की नसबंदी के लिए रु ओ के पदाधिकारी के हस्ताक्षर होना आवश्यक है उसी के आधार पर एजेंसी का पेमेंट किया जाएगा।
नोएडा के कई सेक्टरों में लोगों को गंदे पानी की सप्लाई हो रही है और न ही पर्याप्त पानी मिल रहा है। नोएडा के निवासियों को साफ और पर्याप्त पीने का पानी मिले इसकी मांग फ़ोनरवा काफी लंबे समय से करता आ रहा है परंतु अभी तक इसमें संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई है । हमारी मांग है कि गंगाजल की आपूर्ति बढ़ाई जाए जिससे पानी की गुणवत्ता बढ़ सके और अधिक मात्रा में सप्लाई की जा सके।
उन्होंने कहा की चार रेनवाल से पानी की सप्लाई शुरू हुई है जिससे कि सेक्टर में पानी के प्रेशर और कम सप्लाई की शिकायत दूर हुई है। उन्होंने कहा कि गंगा जल की सप्लाई और बढ़ाई जाएगी तथा नए सेक्टर में भी गंगाजल की सप्लाई की जाएगी उन्होंने हमारी यह भी मांग स्वीकार कर ली कि किसी एक टंकी पर फिल्टर लगा कर पानी की गुडबत्ता देखी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अब टीडीएस की मात्रा में भी सुधार हुआ है
महासचिव केके जैन ने कहा कि शहर में अवैध अतिक्रमण से दुकानदारों, अवैध विक्रेताओं, फेरीवालों, ठेला-गडि़यों आदि के साथ सड़कों/फुटपाथों पर कब्जा करने और यात्रियों और पैदल चलने वालों के लिए समस्या पैदा करने वाले क्षेत्रों में बाजार के मैदानों में अराजकता पैदा करना जारी है। आरडब्ल्यूए/निवासियों द्वारा दर्ज की गई शिकायतों के आधार पर, नोएडा प्राधिकरण ने कार्रवाई की लेकिन इन अतिक्रमणों को स्थायी रूप से हटाने में विफल रहा।
यह देखा गया है कि इन अवैध विक्रेताओं को ड्राइव के बारे में पहले ही पता चल गया था और नोएडा प्राधिकरण की टीम के क्षेत्र में पहुंचने से पहले उनमें से अधिकांश ने अपने खोखे और सामान हटा दिए थे। इसलिए सेक्टरों/बाजारों में अवैध वेंडरों, फेरीवालों और ठेला-गडि़यों के अतिक्रमण से निजात दिलाने के लिए नियमित अभियान चलाने की जरूरत है। उन्होंने संबंधित अधिकारियो को आदेश दिया कि इस पर कड़ी कार्यवाही की जाए। और अतिक्रमण से निजात दिलाने के लिए नियमित अभियान चलाया जाए।
FONRWA के सहयोग से RWA के साथ मिलकर सफाई अभियान की शुरुआत जल्दी सुरू की जाएगी इसमें नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की एक टीम ने विभिन्न RWA के पास जाकर उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा और निवासियों के बीच स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा की जाएगी।
प्राधिकरण द्वारा विधिवत निष्पादित और पंजीकृत पट्टा समझौते के खंड 7 (3) के तहत आरडब्ल्यूए की सदस्यता के चूककर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में दिनांक 06.08.2020 के आदेश को जारी किया गया था। आरडब्ल्यूए के सदस्यों ने डिफॉल्टरों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए नोएडा प्राधिकरण को पत्र सौंपे हैं। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। आरडब्लूए के सदस्यों ने बकाएदारों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए नोएडा प्राधिकरण को पत्र प्रस्तुत किया है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई शुरू नहीं हुई है। निवासियों को आर.सी. जारी करने का मामला पिछले दो वर्षों से लंबित है। सब्सक्रिप्शन नहीं देने वाले प्लॉट मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है उत्तर प्रदेश स्वीकृति के लिए लेकिन ऐसे डिफॉल्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आदेश अभी भी लंबित है।
सीईओ ने इस पर आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वाशन दिया। उसके लिए सरकार को रिमाइंडर भेजा जाएगा।
नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों में एचआईजी / एमआईजी / एलआईजी- और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) फ्लैटों का निर्माण किया। इन फ्लैटों को निवासियों को 90 साल की लीज पर दिया गया है। उनके फ्लैटों में फ्लैटों, सीढ़ियों, बालकनियों और आम क्षेत्रों की दीवारों पर प्लास्टर गिरने / ग्रिट वॉश की घटनाएं बार-बार हो रही हैं।इस पर आश्वासन दिया कि इस पर विचार किया जाएगा।
नोएडा में आवारा कुत्तों की समस्या बहुत गंभीर होती जा रही है और इसलिए, युद्ध स्तर पर इससे निपटने की तत्काल आवश्यकता है।
नोएडा में सीवर की समस्या के संबंध में सीईओ ने महाप्रबंधक जल और उनकी टीम को आदेश दिया कि इसको गंभीरता से देखें और इसका समाधान जल्द से जल्दी करें।
आवासीय क्षेत्रों में गेस्ट हाउस, कार्यालय, छात्रावास, गोदाम, प्ले स्कूल आदि जैसी व्यावसायिक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं, जिससे आसपास के क्षेत्र में रहने वाले निवासियों को समस्या हो रही है।
शिकायत दर्ज कराने के बाबजूद नोएडा प्राधिकरण द्वारा संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई है। इस संबंध में उन्होंने कहा RWA ऐसे लोगों की शिकायत हमें भेजें हम उन पर आवश्यक कार्रवाई करेंगे.
नोएडा प्राधिकरण नोएडा के विभिन्न सेक्टरों में ठेकेदारों के माध्यम से विकास कार्य करते हैं. परंतु कार्य का दायरा और परियोजना से संबंधित अन्य जानकारी संबंधित आरडब्ल्यूए और न ही निवासियों को प्रदान की जाती है। आरडब्ल्यूए को यह पता नहीं चल पाता है कि ठेकेदार को क्या काम सौंपा गया था और उन्होंने कितना काम किया है। इस संबंध में सीईओ ने कहा की प्राधिकरण द्वारा विभिन्न सेक्टरों में होने वाले कार्य का विवरण
आरडब्ल्यूए को दिया जाएगा।बिजली की अंडरग्राउंड वायरिंग के संबंध में उन्होंने कहा की नोएडा प्राधिकरण ने यूपीपीसीएल को 100 करोड़ दिए हैं जिससे कि कुछ सेक्टर में अंडरग्राउंड वायरिंग की जाएगी।
लोकेश एम ने अन्य समस्याएं गंभीरता से सुनी और अपने अधिकारियों को आदेश दिया कि जल्दी से जल्दी इन समस्याओं का समाधान किया जाए।
इस अवसर पर अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा , महासचिव के के जैन , कोषाध्यक्ष पवन यादव , वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय भाटी , अशोक कुमार मिश्रा, देवेंद्र सिंह, सुशील यादव , लाटसाहब लोहिया एडवोकेट, संजय चौहान, विनोद शर्मा, सुखबीर सिंह , देवेंद्र कुमार, जी.एस सचदेवा, सुशील कुमार शर्मा, कोसिंदर यादव, भूषण शर्मा तथा ये लोग उपस्थित थे।