जनपद न्यायाधीश के निर्देशन में जनपद में हुआ राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन संपन्न



*आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 29372 वादों का हुआ निस्तारण।


गौतम बुध नगर(अमन इंडिया अकरम चौधरी)। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में आज राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन मुख्यालय व तहसील स्तर पर माननीय जनपद न्यायाधीश गौतमबुद्धनगर  अशोक कुमार-सप्तम की अध्यक्षता एंव दिशा-निर्देशन में जनपद गोैतमबुद्धनगर में किया गया, जिसमें जनपद न्यायालय में कार्यरत न्यायिक अधिकारीगण द्वारा कुल 16390 वाद तथा राजस्व न्यायालय द्वारा 6238 वाद तथा बैकं द्वारा 462 मामलें बी0एस0एन0एल0 द्वारा 25 वाद तथा एन0पी0सी0एल द्वारा 02 मामलें तथा यातायात संबंधित ई-चालान 6255 वादों का निस्तारण हुआ।इस प्रकार से राष्ट्रीय लोक अदालत में 29372 वाद निस्तारित हुये।

राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयवार निस्तारित वादों का विवरण देतु हुये डी0एल0एस0ए0 के सचिव, श्री जयहिंद कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि अशोक कुमार-सप्तम, जिला जज द्वारा 56 वादों का निस्तारण किया गया। श्री आई0पी0एस0जोश पीठासीन अधिकारी वाणिज्य न्यायालय 29 वाद,  अशोक कुमार सिंह पीठासीन अधिकारी मोटरयान दुर्घटना दावा अधिकरण 70 वाद,  अंगद प्रसाद पीठासीन अधिकारी परिवार न्यायालय 43 वाद,  वेद प्रकाश वर्मा अपर जिला जज प्रथम 04 वाद, दिनेश सिंह अपर जिला जज द्वितीय/विशेष न्यायाधीश/एस0सी0/एस0टी एक्ट 01 वाद, श्री पुष्पेन्द्र कुमार अपर जिला जज पंचम 03 वाद, श्री निरंजन कुमार अपर जिला जज/पोक्सो कोर्ट प्रथम 02 वाद, श्रीमती मोना पवाॅर अपर जिला जज छष्टम द्वारा 668 वाद, श्री मनोज कुमार प्रथम अपर जिला जज तृतीय 01 वाद, डाॅ0 श्री अनिल कुमार सिंह अपर जिला जज/एफ0टी0सी प्रथम 02 वाद, श्री राजीव कुमार वत्स अपर जिला जज/एफ0टी0सी द्वितीय 01 वाद, श्रीमती शैला पीठासीन अधिकारी अतिरिक्त परिवार न्यायालय 19 वाद, श्रीमती रिचा उपाध्याय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट 5911 वाद,  सुशील कुमार सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग) 31 वाद, डा0  सुरेश कुमार ए0सी0जे0एम0 प्रथम 3548 वाद,  विकास कुमार वर्मा ए0सी0जे0एम0 तृतीय 846 वाद,  प्रदीप कुमार कुशवाहा ए0सी0जे0एम0 द्वितीय 1115 वाद,  अवघेश कुमार सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग)/एफ0टी0सी 706 वाद। श्रीमती वंदना अग्रवाल सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) 06 वाद,  शशांक गुप्ता न्यायिक मजिस्ट्रेट 123 वाद, सुश्री निकिता महाजन अपर सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग)प्रथम 298 वाद, सुश्री प्रगति सिंह अपर सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग)द्वितीय 621 वाद, सुश्री निमिषा गुप्ता सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग)जेवर 201 वाद, श्रीमती महिमा जैन सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग)/एफ0टी0सी प्रथम(सी0ए0डब्लू) 176 वाद। सुश्री हर्षिका रस्तोगी सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग)/एफ0टी0सी प्रथम 326 वाद,  विनोद कुमार अग्रवाल अतिरिक्त न्यायालय संख्या 3 द्वारा 220 वाद तथा ई-कोर्ट द्वारा 994 वादों का निस्तारण किया गयां । इस प्रकार जनपद स्थित न्यायालय के न्यायिक अधिकारीगण द्वारा कुल 16390 वादों का निस्तारण किया गया।

  उक्त के अतिरिक्त राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व तहसीलदार आदि न्यायालयों से राजस्व के 6238 वाद निस्तारित हुये। राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत प्री-लिटीगेशन स्तर पर बी0एस0एन0एल0 के 25 मामले , एन0पी0सी0एल के 02 मामले तथा बैंक के 462 मामले तथा यातायात संबंधित ई-चालान से संबंधित 6255 वाद कुल प्री-लिटीगेशन के 6744 मामलें निस्तारित हुये।*

*उपरोक्तानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 29372मामलों का निस्तारण हुआ जिसमें समझौता धनरशि 25,97,82,819 है।*


*निस्तारित मामलों का प्रकृतिवार विवरण।*

*1- मोटरयान दुर्घटना प्रतिकर के निस्तारित 70 वादो में प्रतिकर की धनराशि 4,27,57,931 है।*

*2- पारिवारिक मामले 62 निस्तारित हुये।*

*3- दीवानी के 116 मामले निस्तारित हुये जिसमें समझौता धनराशि 7,58,28,342 हैं*

*4- उत्तराधिकार प्रमाणपत्र के 18 वाद निस्तारित हुये जिसमें आच्छादित धनराशि 4,28,53,500 है।*

*5- लघु शमनीय प्रकृति के 14943 वाद निस्तारित हुये जिसमें जुर्माना की धनराशि 34,54,690 हैं।*

*6- श्रम के 09 वाद निस्तारित हुये जिसमें प्रतिकर की धनराशि 1331409 हैं।*

*7-धारा 138 एन0आई0एक्ट के 502 वाद निस्तारित हुये जिसमें समझौता धनराशि 12141213 हैं।*

*8- विद्युत अधिनियम के 668 वाद निस्तारित हुये जिसमें जुर्माना धनराशि 1,30,28,000 हैं।*

*9- राजस्व के 6238 वाद निस्तारित हुये।*

*10- अन्य प्रकृति के 02 वाद निस्तारित हुये हैं।*

*11-यातायात के ई-चालान से संबंधित 6255 वादों का निस्तारण हुआ जिसमें जुर्माना धनराशि 54,26,800 हैं*

*उपरोक्तानुुसार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 29372 वादों का निस्तारण हुआ जिसमें कुल समझौता धनराशि 25,97,82,819 है।