पर्यावरण शोषण के कारण ही मानवजाति को भुगतनी पड़ रही है कोरोना जैसी महामारी की सज़ा
नॉएडा - शहर की समाजसेवी संस्था नॉएडा विलेज रेसिडेंट्स एसोसिएशन ने नॉएडा प्राधिकरण की सीईओ श्रीमती ऋतू माहेश्वरी को एक पत्र लिखकर सामुदायिक केन्द्रो एवं सरकारी विद्यालयों में जल संचयन प्रणाली लगाकर भूजल पुनर्भरण करने की मांग उठाई है। संवाददाताओं से बात करते हुए संस्था के अध्यक्ष रंजन तोमर ने कहा के नॉएडा प्राधिकरण ही अब सभी सामुदायिक केंद्रों को चला रहा है , 81 गाँवों और शहर के सेक्टरों में सैंकड़ों सामुदायिक केंद्र हैं , जिनमें जल संचयन के इंतेज़ाम नहीं हैं , इसके अलावा सरकारी विद्यालयों के विकास की ज़म्मेदारी भी अब प्राधिकरण को दे दी गई है , इनकी बड़ी छत और पार्क मानसून में जलग्रह और भूमि को जल वापस देने का काम कर सकते हैं , फिलहाल यह जल या तो जलभराव का कारण बनता है या फिर नालियों में बह जाता है , ऐसे में यदि सभी में नॉएडा प्राधिकरण द्वारा अथवा सीएसआर के माध्यम से बड़ी बड़ी कंपनियों की मदद से जल संचयन प्रणाली लगा दी जाए तो शहर में लगातार घटते भूजल स्तर से बचाव हो सकता है , और कई समस्याओं से भी निजात मिल सकती है , इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों की तरफ भी यह एक बड़ा कदम होगा , गौरतलब है के शहर संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के मॉडल शहरों में आने हेतु भी प्रयासरत है। पर्यावरण के अनुचित उपयोग के कारण ही मानव जाती को कोरोना जैसी महामारी का सामना करना पड़ रहा है , अतः नॉएडा को पर्यावरण संरक्षण के लिए कदम उठाने ही होंगे।
नोवरा द्वारा यह मांग जल्द से जल्द पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है क्यूंकि मानसून भी आने ही वाला है ,ऐसे में पर्यावरण संरक्षण की यह मुहीम शहर के लिए बेहद कारगर साबित होगी और शहर को विश्व पटल पर लाने में मदद करेगी।