दिल्ली(अमन इंडिया):संत निरंकारी मिशन का वार्षिक अन्र्तराष्ट्रीय संत समागम , जो कि
निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की छत्रछाया में आयोजित होगा,
वह संत निरंकारी मिशन के 90 वर्षों के सत्य, प्रेम व एकत्व के भाव को
समर्पित होगा। इस समागम की तैयारियों में देश व विदेशों से भारी संख्या
में पहुंच कर श्रद्धालु अपना योगदान देते है। सन्त निरंकारी मिशन का
72वां निरंकारी सन्त समागम 16, 17 व 18 नवंबर 2019 को सतगुरु माता
सुदीक्षा जी महाराज की छत्रछाया में सन्त निरंकारी आध्यात्मिक स्थल,
जी.टी. रोड , समालखा , हरियाणा में आयोजित होने जा रहा है। संत समागम मे
विश्व भर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु सतगुरू माता सुदीक्षा जी
महाराज जी के दर्शन करेंगे व उनके अनमोल वचन श्रवण करेंगे।
सन्त समागम में दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाएं को ध्यान
में रखने के लिए समागम स्थल पर विभिन्न क्षेत्रों के श्रद्धालुओं द्वारा
सेवाएं दी जा रही हैं। वहां पर लंगर स्थान, कैंटीन, प्याऊ, शौचालय, रहने
के स्थान इत्यादि की सेवाएं चल रही है। निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी
महाराज जी के वचन सेवा, सिमरन व सत्संग गुरसिख के जीवन के गहने होते है,
इनको धारण करके ही गुरसिख गुरसिखी के मार्ग पर चलता है। अपने जीवन में
सद्गुरु माता सुदीक्षा महाराज का सदेंश है संतो भगतों का कर्म हमेशा यही
होता है कि वह किसी भी क्षेत्र में सेवा में जुटे हो, उसमें केवल गुरमत
की बातें अपनाते हैं, गुरु की बात को ही अपनाते हैं, सेवा भावना को ही
अपनाते हैं। युगों युगों से सेवा की महानता बनी हुई है। इस सेवा के कारण
हमारे जीवन में खुशियाँ आती हैं। निष्काम सेवा ही सबके लिए सदैव लाभकारी
होती है।