वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु नोएडा प्राधिकरण की कार्रवाई


CAQM के आदेशों के अनुपालन में Graded Response Action Plan (GRAP) के तहत वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु नोएडा प्राधिकरण द्वारा की गई सघन कार्रवाई का विवरण।


दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के 'खराब' श्रेणी में पहुँचने के उपरान्त, मा० CAQM आयोग द्वारा दिनांक 14.10.2025 को जारी निर्देशों के अनुसार नोएडा प्राधिकरण द्वारा Graded Response Action Plan (GRAP) को सख्ती से लागू किया जा रहा है।


इसी क्रम में, नोएडा प्राधिकरण की 14 विशेष टीमों द्वारा व्यापक कार्रवाई की जा रही है, जिसका विवरण निम्नलिखित है:

 * निरीक्षण एवं जागरूकता:

   * नोएडा क्षेत्र के सेक्टरों और गाँवों में 62 स्थलों का निरीक्षण किया गया।

   * स्थानीय निवासियों को GRAP दिशा-निर्देशों एवं NGT नियमों के अनुपालन के सम्बन्ध में जागरूक किया गया।

 * सड़क की सफाई एवं जल छिड़काव:

   * वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु नोएडा के समस्त मुख्य मार्गों पर 54 टैंकरों के माध्यम से 231.70 कि०मी० लम्बाई में शोधित जल का छिड़काव किया गया, जिससे सड़कों पर उड़ने वाली धूल का प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित हुआ।

   * जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा 19 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों का उपयोग कर 340 कि०मी० मुख्य मार्गों की सघन सफाई कराई जा रही है।

 * हरियाली एवं Anti-Smog Gun का उपयोग

   * उद्यान विभाग के 19 टैंकरों द्वारा सेन्ट्रल वर्ज पर लगे पेड़-पौधों की धुलाई का कार्य भी कराया गया।

   * धूल प्रदूषण पर नियंत्रण हेतु विभिन्न निर्माण स्थलों पर 88 नग एन्टी स्मॉग गन तथा 10 नग ट्रक माउण्टेड एन्टी स्मॉग गन का संचालन किया जा रहा है।

 * C&D Waste प्रबंधन   * विभिन्न स्थानों से कुल 601.89 टन C&D Waste (निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट) मलबे का उठान एवं Processing की गई।

   * प्रवर्तन कार्रवाई: प्राधिकरण की टीमें प्रतिदिन निर्माण परियोजनाओं, मार्गों एवं खुले क्षेत्रों का निरीक्षण कर रही हैं।

   * GRAP दिशा-निर्देशों तथा मा० हरित अधिकरण के आदेशों का उल्लंघन करने वाले निर्माण स्थलों पर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करते हुए अर्थदण्ड अधिरोपित किया जाता है। नियमों के अनुसार निर्माण सामग्री को ग्रीन नेट से ढकने, पानी का छिड़काव करने और मेटो शीट/ग्रीन कारपेट का उपयोग सुनिश्चित कराया जा रहा है।

नोएडा प्राधिकरण समस्त निवासियों से अपील करता है कि वे प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों में सहयोग करें और GRAP के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें।