लाखों ज़िंदगियाँ बचाने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है रक्तदान
रक्तदान से बनता है नया रक्त, मिलती है ऊर्जा, एक यूनिट खून से बचती है तीन ज़िंदगियाँ
18 से 65 वर्ष की उम्र के स्वस्थ व्यक्ति कर सकते हैं रक्तदान, दिल की सेहत के लिए है भी लाभकारी
नोएडा (अमन इंडिया) । रक्तदान एक ऐसा कार्य है, जिससे एक यूनिट रक्त से तीन लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है। यह मानवता की सच्ची सेवा है। इसलिए 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम नियमित रूप से रक्तदान करेंगे और दूसरों को भी इसके लिए जागरूक करेंगे।
*फेलिक्स अस्पताल की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. रश्मि गुप्ता* ने बताया कि रक्तदान न केवल किसी की जान बचाने का माध्यम है। बल्कि यह मानवता की सेवा का सबसे सरल, सुरक्षित और असरदार तरीका भी है। रक्तदान कई तरह के रोगियों के लिए जीवनदायिनी होता है। थैलेसीमिया, कैंसर, सर्जरी, दुर्घटना, प्रसव और एनीमिया के रोगियों को नियमित या आपातकालीन रक्त की जरूरत होती है। बावजूद भारत में प्रतिवर्ष 15 मिलियन (1.5 करोड़) रक्त यूनिट्स की आवश्यकता होती है, लेकिन उपलब्धता केवल लगभग 11 मिलियन यूनिट्स है, जिससे लगभग 4 मिलियन यूनिट्स की वार्षिक कमी बनी हुई है। देश में औसतन 2.2 रक्त बैंक प्रति एक मिलियन लोगों की दर से हैं और हर वर्ष लगभग 11.65 मिलियन यूनिट्स रक्त संग्रह होते हैं, जिनमें से 72% स्वैच्छिक। लगभग 51% रक्त बैंक ने रक्त के अलग-अलग घटकों (जैसे प्लेटलेट्स) को अलग करने की क्षमता विकसित की है। ग्रामीण जिलों में नेटवर्क की कमी के चलते कुछ इलाकों में रक्त का अत्यधिक वेस्टेज और ब्लड स्टॉक के स्तर ज्यादा कम रहते हैं। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट बताती है कि भारत में 2022 में लगभग 10–12 हजार लोग दैनिक रूप से समय पर रक्त उपलब्ध न होने के कारण जीवन खो रहे हैं। जबकि रक्तदान केवल दूसरों के लिए ही नहीं, बल्कि स्वयं रक्तदाता के लिए भी फायदेमंद होता है। इसके कई वैज्ञानिक और स्वास्थ्यवर्धक लाभ हैं। रक्तदान से शरीर में आयरन का संतुलन बना रहता है। जिससे हृदय रोगों की आशंका कम होती है। रक्तदान से शरीर में नई लाल रक्त कोशिकाएं बनने की प्रक्रिया तेज होती है। जिससे व्यक्ति अधिक ऊर्जावान महसूस करता है। एक बार रक्तदान करने से लगभग 650 कैलोरी तक की खपत होती है। रक्तदान से पहले रक्तदाता की पूरी स्वास्थ्य जांच होती है, जिससे उसे अपने स्वास्थ्य की जानकारी भी मिलती है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करना है। जिससे अस्पतालों, आपातकालीन सेवाओं और थैलेसीमिया, कैंसर, सर्जरी जैसी गंभीर बीमारियों में जरूरतमंदों को समय पर रक्त मिल सके।