कॉलेज विद्या ने उच्च शिक्षा में दाखिला बढ़ाने के लिये 20 करोड़ रुपये का वित्तीय सहायता प्रोग्राम शुरू किया
सीवी सब्सिडी की नई पहल ऑनलाइन कोर्सेस के लिये हर विद्यार्थी को 10,000 रुपये तक प्रदान करती है
दिल्ली (अमन इंडिया ) । कॉलेज विद्या, ऑनलाइन शिक्षा के मामले में समझदारी से निर्णय लेने के लिये वन-स्टॉप सॉल्यूशन है। इसने अपनी नई सीवी सब्सिडी पहल शुरू करने की घोषणा की है। 20 करोड़ रुपये के इस वित्तीय सहायता प्रोग्राम का मकसद उच्चतर शिक्षा में भारत के ग्रॉस एनरोलमेन्ट रेशो (जीईआर) को बढ़ाना है। इसमें ऑनलाइन कोर्सेस के लिये दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स को 10,000 रूपये तक की सब्सिडी मिलेगी।
यह पहल कॉलेज विद्या द्वारा उच्च शिक्षा में 1 लाख भर्तियों को सुविधाजनक बनाने के ठीक बाद हुई है। इस उपलब्धि ने कंपनी को भारत में स्टूडेंट्स के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी थीं। सीवी सब्सिडी प्रोग्राम सीधे तौर पर उच्च शिक्षा की सबसे बड़ी बाधाओं में से एक, यानि वित्तीय बाधा को दूर करता है।
कॉलेज विद्या के सीओओ रोहित गुप्ता ने कहा, ‘‘सही कोर्स चुनना एक स्टूडेंट के भविष्य के लिये महत्वपूर्ण होता है, लेकिन वित्तीय बाधाओं के कारण उसे अक्सर समझौते करने पड़ते हैं। हमारी सीवी सब्सिडी पहल का बजट 20 करोड़ रूपये है। इसे विद्यार्थियों को वे संस्थान चुनने में सशक्त करने के लिये तैयार किया गया है, जो उनकी आवश्यकताओं और महत्वाकांक्षाओं पर खरे उतरते हों। हम केवल वित्तीय सहायता नहीं दे रहे हैं, बल्कि अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा के लिये दरवाजे खोल रहे हैं और इसके साथ भारत का जीईआर बढ़ाने में मदद भी कर रहे हैं।
जीईआर (GER) उच्च शिक्षा के कार्यक्रमों में दाखिला लेने वाले योग्य छात्रों के अनुपात को मापता है। यह शैक्षणिक उपलब्धता का एक महत्वपूर्ण सूचक है। कॉलेज विद्या का लक्ष्य अपनी योग्यताओं और रुचियों के आधार पर निर्णय लेने में स्टूडेंट्स की मदद करना और इसमें वित्तीय बाधाओं की चिंता को दूर करना है।
इस प्रोग्राम की पहुँच और असर को और भी बढ़ाने के लिये कॉलेज विद्या ने एक दमदार टेलविजन विज्ञापन (टीवीसी) लॉन्च किया है, जिसका कैम्पेन स्लोगन है ‘‘चुनो सही यूनिवर्सिटी विद सीवी सब्सिडी’’। यह विज्ञापन शिक्षा के सम्बंध में महत्वपूर्ण निर्णय लेते समय ‘‘अपनों के साथ’’ के महत्व पर जोर देता है। इसमें शिक्षा का सही रास्ता चुनने के भावनात्मक एवं व्यावहारिक पहलू दिखाये गये हैं।
सीवी सब्सिडी की पहल से भारत में उच्च शिक्षा के परिदृश्य पर एक गहरा असर पड़ने की संभावना है। कॉलेज विद्या वित्तीय बाधाओं को दूर करके और स्टूडेंट्स को समझदारी से निर्णय लेने के लिए प्रेरित करके देश का जीईआर बढ़ाने के लिये मजबूती से कदम उठा रही है। इससे एक अधिक शिक्षित तथा कुशल वर्कफोर्स को बढ़ावा मिल रहा है।