दिव्यतरंग एडुकेयर फाउंडेशन के साथ नवरत्न फाउंडेशन ने एक नई प्रतिभा खोज पहल "एकलव्य की खोज" आगाज़


 नवरतन फॉउण्डेशन्स और दिव्यतरंग एजुकेयर फाउंडेशन के सयुंक्त तत्ववधान में समाज के वंचित बच्चों और आर्थिक रूप से कमज़ोर बच्चो में से कुछ नए अनदेखे रत्नों को दिव्यता  प्रदान करते टैलेंट हंट कार्यक्रम की अद्भुत श्रृंखला “एकलव्य की खोज” के पहले चरण का हुआ शानदार आगाज़

नोएडा (अमन इंडिया ) ।  दिव्यतरंग एडुकेयर फाउंडेशन के साथ नवरत्न फाउंडेशन ने एक नई प्रतिभा खोज पहल "एकलव्य की खोज" के लिए ऑडिशन के पहले दौर की शुरुआत की। यह 8 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के आर्थिक रूप से कमज़ोर एवं वंचित वर्ग में अनदेखी प्रतिभाओं को खोजने की एक पहल है।


 प्रारम्भिक ऑडिशन ईशान म्यूजिकल कॉलेज, सेक्टर 12, नोएडा में आयोजित किया गया था। टैलेंट हंट की तीन श्रेणियों में गायन, नृत्य और भाषण शामिल हैं । ऑडिशन के पहले दौर में 69 बच्चों ने भाग लिया और उन्हें मंच पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का मौका मिला। 

गौरतलब बात ये रही कि इनमें लगभग सभी बच्चे एकलव्य की भाँति अप्रत्यक्ष रूप से सीमित साधन एवं परिवेश में टेलीविजन/मोबाइल इत्यादी से अपने गुरू द्रोण को अनुकरण कर स्वयंभू हो स्वयं को दक्ष करने की जद्दोजहद में डटे हुए हैं, और क्या धमाकेदार तैयारी मे साथ प्रस्तुत हो रहे हैं।जरूरत है तो बस किसी प्रत्यक्ष गुरू के मार्गदर्शन में साधना की।


इस कार्यक्रम के माध्यम से वंचित और आर्थिक रूप से कमज़ोर बच्चो को  चयनित कर फिर तराश कर एक मंच प्रदान किया जायेगा जहा वो अपनी कला को प्रदर्शित कर सकते है और ये दिखा सकते है क़ि प्रतिभा किसी की मोहताज़ नहीं होती।  


*इस शो को नवरतन फाउंडेशन्स की श्रीमती अंशुमाली सिन्हा और दिव्यतरंग एडुकेयर फाउंडेशन के श्री विक्की यादव ने जज किया जिसमें सहयोग दिया सिंगापुर की थियेटर पर्सनैलिटी व गायन की शिक्षण ले रही वोकलिस्ट श्रेया चौधरी ने। ऑडिशन में डॉ. अशोक श्रीवास्तव, श्री मुरारी प्रसाद श्रीवास्तव, श्री आरएन श्रीवास्तव और अमितेन्द्र द्विवेदी, अजय मिश्रा उपस्थित थे।


ऑडिशन का समापन आगामी अन्य चरणों में विभिन्न स्थानों पर झुग्गी बस्तियों व अन्य पिछडे स्थानों पर जा कर बच्चों के ऑडिशन की योजना  पर बातचीत, चुने हुए बच्चों के गुरूओं के मार्गदर्शन में उन्हें और तराश कर निखार के साथ  फीनाले के मंच तक के सफर की मंत्रणा और आज के ऑडिशन की कुछ कमियों पर परिचर्चा के साथ हुआ।