भारतीय किसान यूनियन मंच के नेतृत्व में एक अभूतपूर्व आंदोलन का दिन रहा

 नोएडा (अमन इंडिया ) । भारतीय किसान यूनियन मंच के नेतृत्व में एक अभूतपूर्व आंदोलन का दिन रहा। किसान हरौला बारात घर से निकाल कर संसद के घर का घेराव करने के लिए निकले परंतु बैरिकेड लगे होने के कारण भड़क गए और उन्होंने 14 A के फ्लावर ओवर को लेते हुए चिल्ला बॉर्डर की तरफ कूच कर दिया।

यह पुलिस से किसानों की नोक झोंक हुई तथा कई किसान घायल हो गए। आक्रोसित किसानों ने चिल्ला बॉर्डर बंद कर दिया तथा महेश शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। इसके बाद किसानों ने संसद के घर का रुख किया तथा पुलिस के कहने पर की सांसद रास्ते में आ रहे हैं  14A फ्लाईओवर के नीचे बैठ गए! वहीं पर लगभग 3 घंटे मंच संचालन चला तथा किसानों में सांसद के प्रति भारी आक्रोश देखा गया। 

लगभग 6:00 बजे के आसपास सांसद डॉक्टर महेश शर्मा वहां पहुंचे तब वहां भारतीय किसान यूनियन मंच ने  उन्हें 31 दिसंबर 2021 को किए गए वादे तथा उनके व्याख्यान के बारे में बताया जिसमें सामान्य के आधार पर सभी को 10% के प्लॉट 1997 से देने की बात हुई थी चाहे कोई किसान कोर्ट गया हो या ना गया हो तथा 1976 से आज तक की संपूर्ण आबादी के निस्तारण के बारे में और 450 मीटर से 1000 मीटर की नीति निर्धारण के लिए शासन स्तर पर मुद्दे सुलझाने के लिए याद दिलाया।

आज पुणे सांसद डॉक्टर महेश शर्मा ने कहा कि 10% सभी का हक है यह कोर्ट भी मान चुका है सभी को मिलना चाहिए और मैं भी कहता हूं सभी को मिलना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि अगले 24 से 48 घंटे में मैं आपकी मध्यस्थ करके मीटिंग करूंगा और आपके मुद्दों का समाधान करूंगा।

उसके बाद भी किसान धरना स्थल पर डटे रहे परंतु बाद में एक मीटिंग जो कल 12:00 बजे से 5:00 बजे के बीच में कमिश्नर ऑफिस में तय की गई जिसमें नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एसीईओ , सी एल ए , पुलिस कमिश्नर तथा सांसद  डॉ महेश शर्मा किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ स्वयं मीटिंग करेंगे।

भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान ने कहा कि अगर कल की मीटिंग संतोषजनक नहीं होती तथा एक समय बाद कार्य व्रत में काम नहीं होते तो भारतीय किसान यूनियन मंच एक और बड़ा और निर्णायक आंदोलन का निर्णय लेगा।

इस बार किस बिना हक लिए वापस नहीं लौटेंगे।

आज के आंदोलन में सुधीर नंबरदार, मेसी यादव, धर्मपाल यादव  , कुलदीप यादव, दानिश सैफी, गौतम अवाना, योगेश भाटी, सुरेंद्र प्रधान, सूरज प्रधान, चरण सिंह प्रधान, बब्बू यादव,, वीर सिंह मास्टर जी रोहतास चौहान, उषा शर्मा , उषा प्रधान, देवेंद्र यादव , देवेंद्र टाइगर , फिरे चौहान , तरुण भाटी , राजवीर प्रधान, नरेश यादव , पाला  प्रधान अमित यादव आदि हजारों की संख्या में किसान और महिलाएं उपस्थित रहे।