ग्रेजुएट फरज़ाना दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार की लड़की की प्रेरक कहानी : इरशाद

     फिल्म ‘ग्रेजुएट फरज़ाना’ का मुहुर्त




हिंदी फिल्म ‘गेजुऐट फरज़ाना’ का मुहूर्त नोएडा के फिल्म सिटी में संपन्न हुआ। यह फिल्म मशहूर एडवर्टाइजिंग कंपनी ग्राफिसएडस के बैनर तले बनाई जा रही है।


नोएडा (अमन इंडिया ) । ग्रेजुएट फरज़ाना दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार की लड़की की प्रेरक कहानी है। फिल्म का उद्देश्य लड़कियों को सशक्त बनाने के संदेश को बढ़ावा देना है। फिल्म में 18 वर्षीय फरज़ाना न केवल आश्चर्यजनक रूप से अपने परिवार को अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के लिए मनाती है बल्कि एक उद्यमी बनकर अपने परिवार की वित्तीय जिम्मेदारियां भी उठाती है। फिल्म का संदेश पीएम नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के साथ अच्छी तरह मेल खाता है कि महिला शक्ति की भागीदारी से ही एक सशक्त समाज का निर्माण संभव है। 

इस अवसर पर ग्राफिस एडस  के चेयरमैन मुकेश गुप्ता ने बताया कि यह फिल्म समाज में लड़कियों की स्थिती को बेहतर बनाने का संदेश देती है। आज के आधुनिक युग में यह फिल्म  दर्शाती है कि लड़कियां भी आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भरपूर योगदान देने की क्षमता रखती हैं। 

मौके पर मौजूद मशहूर पंजाबी गायक मलकीत सिंह ने टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस तरह की कहानियों की बहुत जरुरत है। ऐसी कहानियां समाज में दिशा-प्रेरक होती हैं।

वहीं लोकप्रिय स्काई डाइवर पद्मश्री शीतल महाजन ने कहा कि उन्हें समाज में अपनी एक पहचान बनाने के लिए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। ऐसे में इस तरह की फिल्म बदलते परिवेश में सभी के लिए एक पॉजिटीव संदेश देगी। 

मुहुर्त पर मौजूद जाने माने शायर पॉपूलर मेरठी ने कहा कि फिल्म मुस्लिम समाज की सोच, समाज में व्याप्त विषमताओं को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी जी के मिशन ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ को फिल्म की बुनियाद बनाया गया है। सामाजिक विषमताओं पर आधारित यह फिल्म सिने इतिहास में मील का पत्थर साबित होगी। 


रवि सरीन फिल्म इंस्टीट्यूट के फाउंडर रवि सरीन व दिपाली सरीन का भी इस फिल्म में योगदान है। उनके ही इंस्टीट्यूट से दो मुख्य कलाकारों का चयन किया गया है। दिपाली सरीन ने इस मौके पर बताया, “हमें खुशी है कि हमारे इंस्टीट्यूट से दो प्रतिभाशाली विद्यार्थियों- कशिश चौधरी और अज़रा खान- का चयन किया गया है। 

इस अवसर पर फिल्म के निर्देशक इरशाद दिल्लीवाला ने बताया कि यह फिल्म वर्तमान मुस्लिम परिवेश में लड़कियों की स्थिती और उनकी सोच को उजागर करती है। उल्लेखनीय है कि इरशाद दिल्लीवाला ने ही इस फिल्म की पटकथा भी लिखी है। ‘ग्रेजुएट फरज़ाना’ के निर्माता को अपनी टीम पर पूरा भरोसा है। वह कहते हैं, पिछले एक साल की अथक प्रयास के बाद हमने हर क्षेत्र से मंजे हुए प्रतिभा को चुनकर एक टीम का रूप दिया है।

मुहूर्त के अवसर पर फिल्म के सिनेमेटोग्राफर संजय दत्तानी , चीफ असिस्टेंट डाइरेक्टर , फिल्म एडिटर आदि भी उपस्थित थे। अन्य कलाकारों में संगीता सुयल, यामीन अंसारी, इंतज़ार खान, संजय गोयल, संजय जैन और जय भाटिया भी शामिल हैं।