डॉ० प्रीति बजाज ने फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का शुभारम्भ करते हुए सभी को सम्बोधित किया

गौतम बुद्ध नगर (अमन इंडिया)।  गलगोटिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लिबरल एजुकेशन ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के जीन मोनेट मॉड्यूल अध्ययन केंद्र के सहयोग से "सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान के समकालीन रुझान, परिप्रेक्ष्य और शिक्षाशास्त्र" विषय पर ७ दिवसीय ऑनलाइन संकाय विकास कार्यक्रम के आयोजन का शुभारम्भ किया। मुख्य अथिति जीन मोनेट मॉड्यूल, जेएनयू की समन्वयक डॉ शीतल शर्मा और गलगोटिया विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो० डॉ० प्रीति बजाज ने फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का शुभारम्भ करते हुए सभी को सम्बोधित किया


। डॉ० प्रीति बजाज ने अपने संबोधन में कहा कि जीन मोनेट गतिविधियां अकादमिक दुनिया और नीति निर्माताओं के बीच संवाद को बढ़ावा देती हैं और यह विशेष रूप से यूरोपीय संघ (ईयू) की नीतियों के शासन को बढ़ाने में प्रभावी हैं। जीन मोनेट मॉड्यूल इरास्मस और प्रोग्राम-जीन मोनेट गतिविधिया 2020 के शैक्षिक ढांचे के तहत शिक्षण संस्थानों के लिए विविधता और यूरोपीय संघ में बदलाव नामक एक परियोजना है जो सामाजिक विज्ञान और यूरोपीय अध्ययन में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए डॉ० शीतल शर्मा यूरोपीय अध्ययन केंद्र जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली को 2020 से 2023 तक प्रदान की गई है। कार्यक्रम समन्वयक और गलगोटिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लिबरल एजुकेशन में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ० मानसी सिन्हा ने कहा कि उच्च शिक्षा की मंशा और सामग्री अच्छे शोध पर निर्भर करती है जो आगे चलकर अनुसंधान की प्रक्रिया या शोध पद्धति को अच्छी तरह से समझने का कार्य करती हैं। उन्होंने बताया कि इस एफडीपी में सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान में उभरती प्रवृत्तियों, अनुसंधान में सिद्धांत और पद्धति का इंटरफेसिंग, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में अनुसंधान पद्धति, मेंडेली के माध्यम से गुणात्मक डेटा का प्रबंधन, प्रबंधन करने के लिए गुणात्मक डेटाबेस सॉफ़्टवेयर के उपयोग, ब्लूप्रिंटिंग सीखने की कला जैसी पद्धतियों के बारे में विद्वानों के द्वारा गहनता से चर्चा की जाएगी। इस संकाय विकास कार्यक्रम में गलगोटिया विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. डॉ. प्रीति बजाज, जेएनयू यूरोपीय अध्ययन केंद्र के अध्यक्ष प्रो० भास्वती सरकार, जीन मोनेट मॉड्यूल, जेएनयू की समन्वयक डॉ शीतल शर्मा, जाकिर हुसैन शैक्षिक अध्ययन केंद्र जेएनयू के प्रो० ध्रुव रैना, यूरोपीय अध्ययन परिषद कोलंबिया विश्वविद्यालय की डॉ० हेलेन डुक्रोस, जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के प्रो० सव्यसाची के साथ अन्य शिक्षाविद एक सप्ताह के कार्यक्रम में सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान से संबंधित विविध क्षेत्रों पर विचार-विमर्श करेंगे। फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के पहले दिन दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के असिस्टेंट प्रोफेसर वसीम बाबा, आईआईटी धनबाद के सहायक प्रोफेसर डॉ० रंजू लाल, एमएनआईटी जयपुर की डॉ० अपेक्षा, एएमयू की डॉ० इशरत जहां, स्कूल ऑफ लिबरल एजुकेशन गालगोटिया विश्वविद्यालय के डीन डॉ० अंबिका प्रसाद पांडे, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० प्रत्यूष बिभाकर आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।