*उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की भाषा चौराहे छाप नेता की : संजय सिंह
- *दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए बोले गये अमर्यादित शब्द पर AAP सांसद ने किया पलटवार
- *एक निर्वार्चित मुख्यमंत्री ये कहेगा गर्मी उतार देंगे, पटक देंगे, उल्टा लटका देंगे ये एक मुख्यमंत्री की भाषा है : संजय सिंह
- *योगी पर संजय सिंह ने कसा तंज कहा आप कोई तानाशाह हैं, आप हिटलर है हिन्दुस्तान के
- *यूपी के सीएम योगी अगर ऐसी भाषा बोलेगे तो ठीक उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा : संजय सिंह
- *यूपी के सीएम ठीक से बोलना सीखो, तमीज से बोलना सीखो : संजय सिंह
नोएडा (अमन इंडिया)। AAP के राज्य सभा सदस्य और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने एक निर्वाचित चुने हुए देश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘सुनो केजरीवाल’ कहकर सम्बोधित करने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कड़े शब्दों में इसकी आलोचना करते हुए कहा है कि इस तरह की अमर्यादित भाषा का उपयोग एक चुने हुए मुख्यमंत्री के लिए करना इस बात को दर्शाता है कि आदित्यनाथ जी भले ही दुर्भाग्य से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गये हों। लेकिन उनकी भाषा चौराहे छाप नेता की है। वे चौराहे छाप नेता की भाषा बोल रहे हैं।
नोयडा और दादरी में प्रत्याशियों से चुनाव प्रचार में जाने से पूर्व नोएडा मीडिया सेन्टर,नोएडा में आयोजित एक प्रेस वार्ता संजय सिंह के साथ यूपी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह भी मौजूद रहे।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए संजय सिंह ने कहा कि एक निर्वार्चित मुख्यमंत्री यह कहेगा- गर्मी उतार देंगे, पटक देंगे, उल्टा लटका देंगे। ये एक मुख्यमंत्री की भाषा है। उन्होंने कहा कि आप कोई तानाशाह हैं, आप हिटलर हैं हिन्दुस्तान के। उन्होंने चेताया कि अगर ऐसी भाषा बोलेगे तो ठीक उसकी भाषा में जवाब दिया जाएगा। उन्होंने योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि ठीक से बोलना सीखों, तमीज से बोलना सीखो। उनको सही भाषा सिखाने के लिए ऐसी ही भाषा में जवाब देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को यूपी में जनता का समर्थन मिल रहा है और विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी अच्छा परिणाम लाएगी।
*कोरोना के कुप्रबंधन एक मात्र जीवित स्मारक कोई हिन्दुस्तान में हैं तो उसका नाम है आदित्यनाथ : संजय सिंह
यूपी की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए संजय सिंह ने कहा कि जिस कोरोना प्रबंधन की बात वो कर रहे हैं। मैं कहना चाहता हूं कि कोरोना के कुप्रबंधन एक मात्र जीवित स्मारक कोई हिन्दुस्तान में हैं तो उसका नाम है आदित्यनाथ। उत्तर प्रदेश में हमने देखा नदी के घाट पर प्रयागराज हो, कानपुर हो, बलिया हो, लाशें सड़ी हुई मिलीं। चील-कौवे नोच रहे थे उनको। संजय सिंह ने उसकी तस्वीरें पत्रकारो दिखाकर उस मंजर की याद दिलाई। संजय सिंह ने कहा ये कोरोना कुप्रबंधन के दृश्य हैं। ऑक्सीजन, दवाएं, बैड नसीब नहीं हुआ। यहां तक कि अंतिम संस्कार के लिए शामशान में लकड़ियां नसीब नहीं हुईं। प्रदेश की जनता नहीं भूली है। जजों तक को ऑक्सीजन नसीब नहीं हुई। कोरोना के कुप्रबंधन की हालत ये थी कि उत्तर प्रदेश के अंदर ऑक्सीमीटर जो 800 रुपये का आता है 5 हजार रुपये में खरीदा गया जो 1600 का थर्मोमीटर 13 हजार में खरीदा गया। 12 हजार का ऑक्सीजन सिलेंडर 55 हजार में खरीदा गया। आठ लाख का बच्चों के लिए इस्तेमाल होने वाला वेंटिलेटर 22 लाख में खरीदा गया। शमशान में दलाली खा रही थी आदितयनाथ की सरकार। कोरोना में घोटाले कर रही थी। उन घोटालों के सारे कागजात मैंने लोकायुक्त को दिया। लोकायुक्त की जांच चल रही है जिस सरकार पर कोरोना घोटाले में वो दिल्ली की सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।
संजय सिंह ने कहा कि वो अरविंद केजरीवाल की सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। आपने कैसे पांच साल उत्तर प्रदेश को चलाया है हम भूले नहीं है। हम भूले नहीं है ब्राहमण समाज की बेटी खुशी दूब डेढ साल से जेल में सड़ रही है। हम भूले नहीं है प्रभात मिश्रा का फर्जी इनकाउंटर कर दिया गया। हम भूले नहीं है उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की बदहाली क्या थी, हाथरस की बेटी को रात में दो बजे जला दिया गया। हम भूले नहीं है घटनाएं। इसलिए कोरोना की महमारी में आदित्यनाथ की सरकार सबसे फिसड्डी और फेल साबित हुई है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने देश का सबसे बड़ा हास्पिटल दिल्ली में बनाया। ऑक्सीजन, आईसीयू, दवाई का इंतजाम किया। प्लाजमा थेरेपी कराई। ये सब कुछ करके पूरी दुनिया में जिस सरकार की तारीफ हो रही है कोरोना मैनेजमेंट में उसकी आलोचना प्रधानमंत्री जी कर रहे हैं।
कोरोना की माहामारी में जब लाखों लोग मर रहे थे जब उनको ऑक्सीजन नसीब नहीं हो रही थी लोग मर रहे थे तब आप कहां थे। मैं आपको याद दिलाता हूं आप बंगाल के चुनाव प्रचार में थे। आप लाखों लोग इकट्ठा करके कोरोना फैलाने वाले लोगों में थे। आपका यह गुनाह देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। जिस जनता ने ,खून के आंसू रोए हैं। वो जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी। एक मुख्यमंत्री को अपमानित करने का काम ठीक नहीं है। इस चुनाव में देश की जनता आदित्यनाथ की जनता सबक सिखाएगी अपने वोट की ताकत से।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली का बजट साठ हजार करोड़ और यूपी का बजट है पांच लाख अस्सी हजार करोड़। उत्तर प्रदेश में 300 यूनिट तक बिजली का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं का खर्चा आता है 19 हजार करोड़। अगर आप बिजली फ्री देते हैं तो 19 हजार करोड़ रुपये उस बजट से निकालकर फ्री बिजली दे सकते हैं। उत्तर प्रदेश में इम्लायमेंट डिपार्टमेंट में दर्ज बेरोजगारों की संख्या है 34 लाख उनको अगर आप पांच हजार रुपये जब तक नौकरी नहीं मिलती तो प्रतिमाह का खर्चा होता है 1700 करोड़ और साल का खर्चा होता है 20 हजार चार सौ करौड़ यानी जितना पैसा अकेले नीरो मोदी लेकर भाग गया उतने पैसे से बेरोजगारों को हर महीने भत्ता दिया जा सकता है।
शिक्षक भर्ती में जो घोटाला हुआ उसका जवाब दे दें, टीईटी पेपर जो लीक हुआ उसका जवाब दे दें, ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती उत्तर प्रदेश में हुई आज तक उन बच्चों को नियुक्ति पत्र मिलने के बाजवूद ज्वाइनिंग नहीं हुई इसका जवाब दे दें। उत्तर प्रदेश में 14-14 अधीनस्थ आयोग की भर्तियां निकली और उन सारी भर्तियों का आज तक क्या हुआ इसका जवाब दे दें। कानून व्यवस्था की बात करें तो गृह मंत्री के गाड़ी से किसान और पत्रकार कुचलकर मार दिया जाता है। उसका जवाब दे दें। आपने किस मुद्दे पर काम किया है उत्तर प्रदेश की जनता आपसे जानना चाहती है। किसानों के फसल के दाम की बात आप कर लीजिये, खाद की बोरी की बात आप कर लीजिये, एक साल तक किसान सड़कों पर बैठा रहा।
*20 करोड़ रुपये खर्च करके जो आदमी विधायक होगा। वो रामायण के श्लोक और कुरान की आयत नहीं पढ़ेगा, 200 करोड़ रुपये बनाएगा : संजय सिंह
नकली मुद्दों पर कब तक हिन्दुस्तान में चुनाव होगा। गुंडे माफिया चुनकर सदन में जाते हैं। हम ही तो चुनकर भेजते हैं जनता ही तो चुनकर भेजती है उनको। क्या हमें बताया नहीं जाता चुनाव आयोग की तरफ से कि किस नेता के ऊपर कितने मुकदमे दर्ज हैं। किसने हत्या किया है किसने बलात्कार किया है किसने डकैती किसने चोरी की है। चुनाव आयोग बताता है विज्ञापन जारी करता है। 20 करोड़ रुपये खर्च करके जो आदमी विधायक होगा। वो रामायण के श्लोक और कुरान की आयत नहीं पढ़ेगा। 200 करोड़ रुपये बनाएगा। बेइमानी करेगा। हराएगा कौन। हमने एक विकल्प दिया है। अच्छे प्रत्याशी दिये हैं हमारे प्रत्याशियों को देख लीजिये डॉक्टर, इंजीनियर, एमबीए, डिप्लोमा, अधिवक्ता है। हमने मुद्दे अच्छे दे दिये प्रत्याशी अच्छे दे दिये और जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश की जनता की है।