नोएडा लोक मंच एवं पाना देवी मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वावधान में चार्टर्ड अकाउंटेंट ओपी पारीक की पुस्तक "क्लाइमेट चेंज कॉल फॉर एक्शन" का विमोचन



पर्यावरण, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दे पर लिखी ओपी पारीक की पुस्तक "क्लाइमेट चेंज-ए कॉल फ़ॉर एक्शन" का विमोचन


नोएडा(अमन इंडिया)। नोएडा लोक मंच एवं पाना देवी मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वावधान में चार्टर्ड अकाउंटेंट ओपी पारीक की पुस्तक "क्लाइमेट चेंज कॉल फॉर एक्शन" का विमोचन


उत्तर प्रदेश भर्ती बोर्ड के सदस्य रिटायर्ड आईपीएस श्री आरके चतुर्वेदी जी की अध्यक्षता में और मुख्य अतिथि नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रवीण मिश्र के हाथों संपन्न हुआ. सेक्टर 16 ए स्थित सूर्या समाचार स्टूडियो में आयोजित कार्यक्रम में जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दे पर लिखी इस पुस्तक पर चर्चा भी हुई।

इस अवसर उत्तर प्रदेश भर्ती बोर्ड के सदस्य आरके चतुर्वेदी ने कहा कि ओ पी पारीक की पुस्तक" क्लाइमेट चेंज-ए कॉल फ़ॉर एक्शन" में समस्याओं को समझते हुए पर्यावरण एवं प्रदूषण से संबंधित कानूनों और नियमों, दिशा-निर्देशों आदि का संकलन कर इसे एक पुस्तक का रूप दिया, जो उनके अद्भुत कार्यशैली को दर्शाती है. उन्होंने कहा प्रकृति की पूजा हमारे भारतीय वैदिक ग्रंथों में है हम वृक्ष नदियां पर्वत सबकी पूजा भी करते हैं और संरक्षण भी करते हैं लेकिन अगर सबसे ज्यादा विनाश किया है तो वह भी हम ही हैं, यदि समय रहते हुए जगरुक नहीं हुए उसके दुष्परिणाम हमें भोगने होंगे।

मुख्य अतिथि के रूप में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी नोएडा प्रवीण प्रवीण मिश्र ने ओपी पारीक द्वारा लिखित पुस्तक के विभिन्न अध्याय पर जोर डालते हुए कहा कि उन्होंने जीवन के हर पहलू को छुआ है जो आज की जरूरत है. उन्होने कहा कि किताब जब लिखी जाती है तो यह धारणा होती है कि यह किसी शोधार्थी या यह विशेष के विशेषज्ञों के लिए लिखी गई है लेकिन यह किताब आम जनमानस के लिए भी जानकारी देने वाली है।

वरिष्ठ पत्रकार विनोद अग्निहोत्री ने कहा कि हमारे भारतीय संस्कृति में पर्यावरण संरक्षण जीवन शैली रही है इसलिए हम वृक्षों की पूजा करते हैं हमें यह बताया गया है कि प्रकृति से उतना ही लेना चाहिए जितना की आवश्यकता होती है लेकिन जब प्रति की प्रगति का दोहन और शोषण करने लगते हैं तब प्रगति अपना रूप दिखाती है और केदारनाथ जैसे आपदा के रुप में दिखाती है. पर्यावरणविद विक्रांत तोंगड़ ने कहा की क्लाइमेट में परिवर्तन क्यों हो रहा है इस पर सोचने व गंभीर मंथन की जरूरत है विकास के नाम पर उस पर ध्यान दिया भी जाना जरूरी है प्रकृति हमसे नाराज हैं हमें उसकी नाराजगी दूर करनी है उन्होंने कहा प्रकृति का संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी है।

लेखक ओपी पारीक ने अपनी पुस्तक के बारे में विस्तार से चर्चा की और बताया कि इसे लिखने की जरूरत क्यों पड़ी है. उन्होंने कहा कि हम अपने सामने अगर कुछ चीजें ऐसी देख रहे हैं जो नहीं होनी चाहिए तो हम चुप नहीं रहेंगे . फ्लोरीकल्चर सोसाइटी से ग्रोवर मंजू ग्रोवर और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रवीण कुमार ने अपनी बात रखी. इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के खतरे कितने गंभीर हैं.  

इस कार्यक्रम में नोएडा लोक मंच के महासचिव महेश सक्सेना पुस्तक के प्रकाशक महेंद्र मलिक, विमलेश शर्मा, मुकुल वाजपेई, केडिया जी, के.एल.वैद, राजवंशी ,सीए पुखराज वैष्णव, ओपीदानी जी, छत्र छाजेन, विभा CT बंसल अखिल शर्मा एमपी शर्मा इंदिरा चौधरी अलका भट्ट मनमोहन रामावत, मनीषा राकेश आदि मौजूद थे