अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा प्रायोजित द्वि – साप्ताहिक ऑनलाइन संकाय विकास कार्यक्रम का आयोजन

 नोएडा/दिल्ली (अमन इंडिया)।"फार्मेसी शिक्षा के शिक्षकों को आधुनिकतम बनाने के लिए नव शैक्षणिक उपकरणों की खोज" पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा प्रायोजित द्वि – साप्ताहिक ऑनलाइन संकाय विकास कार्यक्रम


- चरण 3 का समापन सत्र प्रोफेसर शैलेंद्र सराफ़, प॰ रविशुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर एवम् उपाध्यक्ष, भारतीय फार्मेसी परिषद की अध्यक्षता में किया गया । इस कार्यक्रम में देशभर के 18 अलग-अलग राज्यों के 92 विभिन्न संस्थानों के लगभग 480 प्रतिभागियों ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की, जिनमें से 204 का चयन किया गया ।

प्रो। शैलेन्द्र सराफ ने कहा कि "शिक्षाशास्त्र शिक्षण की एक कला है"। अकादमिक पेशे की दृष्टि पर विस्तार से उन्होंने शिक्षा के ढेर सारे महत्वपूर्ण त्योहारों का उल्लेख किया, अर्थात्, "शिक्षण का त्योहार और सीखने का त्योहार"। उन्होंने मुख्य रूप से भागवत गीता और सुश्रुत संहिता की शिक्षाओं से श्री कृष्ण के कुछ उदाहरण स्थापित करके शिक्षकों की भूमिका और उनके नेतृत्व की गुणवत्ता पर जोर दिया।

एफडीपी सत्रों के लिए ऑनलाइन व्याख्यान इस कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण थे, जिन्हें गुरुकुला कांगड़ी (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), हरिद्वार; गुरु जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हरियाणा; SWAYAM विश्वविद्यालय; AIMST विश्वविद्यालय, मलेशिया; राष्ट्रीय शैक्षिक योजना और प्रशासन संस्थान, भारत सरकार, नई दिल्ली; फ्रैंकफर्ट, जर्मनी; ड्रग नियामक मामलों के अंतर्राष्ट्रीय जर्नल; ग्लैडविन इंटरनेशनल जैसे विभिन्न संस्थानों के विशेषज्ञों द्वारा दिया गया था ।

लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (फार्मेसी) की पहल से, विभिन्न शैक्षणिक उपकरणों के प्रयोग द्वारा शिक्षण प्रक्रिया को प्रभावी बनाकर बेहतर परिणाम हेतु संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को आधुनिकतम बनाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम की योजना बनाई गई । संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) के तीसरे चरण में 24 तकनीकी सत्रों का विस्तार किया गया जो 34 घंटे तक चला जो कि दुनिया भर में 16 अलग-अलग वक्ताओं द्वारा आयोजित किए गए थे । इस सत्र में शिक्षाविदों, शैक्षणिक विशेषज्ञों, अग्रणी उद्योगों और सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के आपसी संवाद को कुशलतापूर्वक समामेलित किया गया ताकि उद्देश्य की प्राप्ति सुनिश्चित हो सके ।

इस कार्यक्रम को संस्थान के संपोषक: श्री मनोहर थैरानी, अध्यक्ष, लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस; संयोजक और समन्वयक: डॉ॰ वंदना अरोड़ा सेठी, समूह निदेशक, लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, और समन्वयक: डॉ॰ ललित के. त्यागी, प्रोफेसर और डॉ॰ चित्रा गुप्ता, प्रोफेसर, लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (फ़ार्मेसी) के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया ।