सरस आजीविका मेला में हेंडलूम, साड़ी और ड्रेस मेटिरियल में बिहार की कॉटन औऱ शिल्क तथा छत्तीसगढ़ से कोसा साड़ी महिलाओं की पहली पसंद

 नोएडा हाट में देश की रंग बिरंगी कलाओं को देखने और खरीदने विकेंड पर जुटे लोग देशी व्यंजनों का भी उठाया लुत्फ


सरस आजीविका मेला में हेंडलूम, साड़ी और ड्रेस मेटिरियल में बिहार की कॉटन औऱ शिल्क तथा छत्तीसगढ़ से कोसा साड़ी महिलाओं की पहली पसंद

26 फरवरी से 14 मार्च तक आयोजित चलेगा सरस आजीविका मेला 2021


 


नोएडा/ एनसीआर (अमन इंडिया) । नोएडा में पहली बार परंपरा, क्राफ्ट, कला एवं संस्कृति का मनोरम माहौल थीम के साथ , 26फरवरी से लेकर 14 मार्च 2021 तक प्रसिद्ध सरस आजीविका मेला 2021 का आयोजन, सेक्टर 33A के नोएडा हाट में किया जा रहा है। इस दौरान आज मेले में पहले विकेंड पर लोगों ने जमकर खरीदारी की। इसके साथ ही लोगों ने देशी व्यंजनों का भी लुत्फ उठाया।  

मेले में जम्मू कश्मीर के ऊनी वस्त्र से लेकर, केरल की मशहूर साड़ियां और आदिवासी कलाकृतियों को देखकर लोगों का मन मुग्ध हो रहा है। मेले में आम लोगों की फ्री एंट्री है, जबकि पार्किंग का चार्ज भी पूरे दिन के लिए बहुत ही न्यूनतम है। लोग सुबह ग्यारह बजे से लेकर शाम के आठ बजे तक मेले का आनंद उठा सकते है। इस कारण लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में मेले मे जुट रहे हैं। हेंडलूम, साड़ी और ड्रेस मेटिरियल में बिहार की कॉटन औऱ शिल्क तथा छत्तीसगढ़ से कोसा साड़ी महिलाओं की पहली पसंद है। साथ ही बिहार का सिक्की कला भी लोगों का मन मोह रहा है। छत्तीसगढ़ की कोसा साड़ी के साथ ही शॉल आदि विविध हस्तशिल्प कारीगरी भी लोगों का मन मोह रहा है। इसके साथ ही दक्षिण भारत में केरल की परंपरागत कारीगरी भी लोगों का मन मोह रहा है। परंपरागत शैली में बनी साड़ी, लुंगी, शॉल आदि प्रमुख हैं। असम गुवाहाटी से आने वाले मो. रफिकुल इस्लाम ने बताया कि इनके पास बांस की बनी हुई बर्तन भी लोगों का मन मोह रहा है। इसमें खास है बांस की बनी हुई डस्टबीन, पेन बॉक्स , वाटर बोटल, फूड बास्केट, मग, मोबाइल स्टेंड, बांस का पेन, बांस बैग, ट्रे, मैट आदि प्रमुख है। इसके साथ ही प्राकृतिक खाद्य पदार्थ भी फूड स्टाल पर मौजूद हैं, प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के रूप में अदरक, चाय, दाल कॉफी, पापड़, एपल जैम और अचार आदि उपलब्ध हैं। साथ ही मेला मे बच्चों के मनोरंजन का भी पुख्ता इंतजाम किया गया है। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लोग भरपूर आनंद उठा रहे हैं। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा आयोजित इस सरस आजीविका मेला 2021 में ग्रामीण भारत की शिल्पकलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन किया जा रहा है। 26 फरवरी से 14 मार्च 2021 तक चलने वाले इस उत्सव में नोएडा के नोएडा हाट में 300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, 60 से ज्यादा सांस्कृतिक कार्यक्रम और आजीविका इंडिया फूड कोर्ट के तहत क्षेत्रिय कुजीन उपलब्ध हैं।

मेला में प्रवेश करने के लिए कोविड-19 के प्रोटोकॉल का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके तहत मेला में प्रवेश करने वालों के लिए फेस मास्क बिल्कुल अनिवार्य किया गया है साथ ही सोसल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके साथ ही जगह जगह सेनिटाइजेशन का भी इंतजाम किया जाएगा। वहीं, आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस का भी व्यवस्था किया गया है। सरस आजीविका मेला के दौरान देश भर के 27 राज्यों के हजारों उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री होगी। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा यह एक मुहिम की शुरुआत की गई है जिससे कि हस्तशिल्पियों और हस्तकारों को कोरोना के बाद एक बार फिर से अपनी रोजगारी शुरु करने का मौका मिल सके। इसके साथ ही इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया अभियान “वोकल फॉर लोकल” को बढ़ावा मिल सके।