दिल्ली(अमन इंडिया)। दिल्ली में के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग राज्यों की सीमा पर रोक लिया गया ।सबसे पहले हरियाणा से अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल के किसानों को नरेला थाने, उत्तर प्रदेश से गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ ,मुजफ्फरनगर शामली के किसानों को यूपी गेट गाजीपुर,
बिजनौर वह उत्तराखंड से पहुंचे किसानों को भी यूपी गेट पर रोकने से नाराज होकर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने यूपी गेट पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया ।गाजियाबाद दिल्ली प्रदेश की पुलिस फोर्स सहित सीआईएसफ व पीएसी को भी किसानों को रोकने के लिए लगाया गया था। इस तरह से किसानों को शांतिपूर्वक प्रदर्शन से रोका जाना लोकतंत्र की हत्या है और इससे यह साबित होता है कि सरकार कितनी निरंकुश है ।सरकार अगर किसी क्षेत्र के संबंध में कोई कानून लेकर आती है तो उस क्षेत्र के प्रतिनिधियों से बात करना भी सरकार को गवारा नहीं है। 4 घंटे गाजीपुर बॉर्डर पर चौधरी राकेश जी के जी के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन के लगभग 500 किसानों ने प्रदर्शन किया। आज के कार्यक्रम में सुभाष चौधरी एनसीआर अध्यक्ष बुलंदशहर के जिला अध्यक्ष गुड्डू प्रधान बिजनौर के जिला अध्यक्ष कुलदीप सिंह मुजफ्फरनगर के जिला अध्यक्ष धीरज भाटिया शामली के जिला अध्यक्ष कपिल खतियान गाजियाबाद के जिला अध्यक्ष विजेंद्र सिंह सहारनपुर मंडल के मंडल अध्यक्ष भंवर सिंह मेरठ के मंडल अध्यक्ष पवन खटाना,दिगंबर सिंह युवा प्रदेश अध्यक्ष सहित लगभग 500 किसानों ने भाग लिया.इसके बाद दिल्ली पुलिस के आग्रह पर एक प्रतिनिधिमंडल कृषि भवन में अपनी मांगों से संबंधित मांग पत्र लेकर गया। प्रतिनिधिमंडल ने कृषि भवन में अपना मांग पत्र दिया !