जे. पी. सिंह आईएफजेएएस 2025 के अध्यक्ष नामित


19वां इंडियन फैशन ज्वेलरी एंड एसेसरीज़ शो (आईएफजेएएस) 2025, 04 से 06 जुलाई, 2025, इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट ग्रेटर नोएडा

 जे. पी. सिंह, आईएफजेएएस 2025 के अध्यक्ष नामित


नई दिल्ली (अमन इंडिया) । फैशन ज्वेलरी और एसेसरीज़ के क्षेत्र में एक प्रमुख स्रोत प्रदर्शनी आईएफजेएएस 2025 का आयोजन 4 से 6 जुलाई 2025 के बीच इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में किया जाएगा। यह प्रदर्शनी भारत की फैशन ज्वेलरी और एसेसरीज़ के क्षेत्र में ताकत को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण मंच है, जिसका प्रतिभागी और आगंतुक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।


डॉ. नीरज खन्ना, अध्यक्ष, ईपीसीएच ने जानकारी दी कि श्री जे. पी. सिंह को आईएफजेएएस 2025 के अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया है। श्री जे. पी. सिंह, मुरादाबाद के एक प्रतिष्ठित निर्माता और निर्यातक हैं, जो 2002 से हस्तनिर्मित धातु शिल्प और लाइफस्टाइल उत्पादों के क्षेत्र में सक्रिय योगदान दे रहे हैं। वह वर्तमान में एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन – वयईईएस , मुरादाबाद के अध्यक्ष हैं और क्षेत्रीय हस्तशिल्प विरासत के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। सामाजिक कार्यों के प्रति भी उनकी गहरी प्रतिबद्धता है – वह मुरादाबाद चैरिटेबल ट्रस्ट, खालसा कॉलेज गवर्निंग काउंसिल और इंडियन एकेडमी ऑफ फाइन आर्ट्स के ट्रस्टी हैं। डॉ. खन्ना ने आगे कहा कि श्री सिंह का अनुभव इस महत्वपूर्ण आयोजन को सफलतापूर्वक आयोजित करने में अहम भूमिका निभाएगा।


आईएफजेएएस 2025 के अध्यक्ष के रूप में नामित किए जाने पर श्री जे. पी. सिंह ने कहा कि यह आयोजन लगभग 200 प्रदर्शकों को एक ही छत के नीचे एकत्र करेगा, जो फैशन ज्वेलरी, सेमी-प्रेशियस एसेसरीज़, बेल्ट्स, हैंडबैग्स, पर्स, वॉलेट्स, हेयर एसेसरीज़, स्कार्फ, स्टोल्स, शॉल्स और कढ़ाई वाले फैशन उत्पादों जैसी विविध और जीवंत श्रेणियों में नवीन उत्पाद लॉन्च, विशेष डिज़ाइन अभिव्यक्तियाँ और सजावटी संग्रह प्रस्तुत करेंगे। यह प्रदर्शनी भारत की समृद्ध शिल्प परंपरा को दर्शाते हुए क्राफ्ट क्लस्टर्स और डिज़ाइन नवाचारों को भी उजागर करेगी।

 आर. के. वर्मा, कार्यकारी निदेशक – ईपीसीएच ने बताया कि  जे. पी. सिंह का व्यापक अनुभव और ज्ञान आईएफजेएएस 2025 को और अधिक सशक्त बनाएगा और इसका 19वां संस्करण अत्यंत सफल रहेगा।


हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद देश से निर्यात को बढ़ावा देने और देश के विभिन्न शिल्प समूहों में होम, लाइफस्टाइल, टेक्सटाइल, फर्नीचर, और फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज के उत्पादन में लगे लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों से बने उत्पादों को एक ब्रांड छवि बनाने की एक नोडल एजेंसी है। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा ने बताया कि वर्ष 2024-25 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात का अनुमानित अस्थायी  निर्यात ₹32,971.50 करोड़ है ।