*ठंडी और शुष्क हवा, कम आर्द्रता और गर्म पानी के अधिक इस्तेमाल से त्वचा खो देती है प्राकृतिक नमी
नोएडा (अमन इंडिया ) । सर्दियों का मौसम न केवल ठंडक और सुकून लाता है, बल्कि त्वचा के लिए कई समस्याएं भी पैदा कर सकता है। इनमें सबसे सामान्य समस्या है शुष्क त्वचा और इसके कारण होने वाली एक्जिमा। ठंडी और शुष्क हवा, कम आर्द्रता और गर्म पानी के अधिक इस्तेमाल से त्वचा अपनी प्राकृतिक नमी खो देती है, जिससे यह रूखी, बेजान और संवेदनशील हो जाती है।
*फेलिक्स अस्पताल की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. कुसुम गुप्ता ने बताया कि शुष्क त्वचा (ड्राई स्किन) एक सामान्य समस्या है जिसमें त्वचा की नमी खत्म हो जाती है। यह समस्या अधिक गंभीर होने पर एक्जिमा में बदल सकती है। एक्जिमा एक त्वचा रोग है, जिसमें त्वचा पर लाल चकत्ते, सूजन, खुजली और जलन महसूस होती है। यह बच्चों और बुजुर्गों में अधिक आम है, लेकिन किसी भी उम्र में हो सकता है। सर्दियों में हवा में नमी की कमी होती है, जिससे त्वचा रूखी हो जाती है। अत्यधिक गर्म पानी से नहाने से त्वचा का प्राकृतिक तेल नष्ट हो जाता है। हीटर और ब्लोअरण हवा को अधिक शुष्क बना देते हैं, जिससे त्वचा प्रभावित होती है। साबुन और डिटर्जेंट रसायन युक्त साबुन त्वचा की नमी को खत्म कर देते हैं। जिनकी त्वचा पहले से संवेदनशील होती है, वे इस समस्या का अधिक सामना करते हैं। त्वचा को मॉइश्चराइज़ रखना सबसे जरूरी है। सर्दियों में दिन में 2-3 बार गाढ़ा मॉइश्चराइज़र लगाएं। गर्म पानी की बजाय गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। बाहर जाते समय चेहरे और हाथों को ढकें। घर के वातावरण में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें। बिना खुशबू और केमिकल वाले सौम्य साबुन का इस्तेमाल करें। दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। डॉक्टर से सलाह लेकर हाइड्रोकॉर्टिसोन क्रीम या अन्य एंटी-इंफ्लेमेटरी क्रीम का उपयोग करें। पेट्रोलियम जेली या एलोवेरा आधारित क्रीम लाभदायक होती हैं। नारियल या बादाम के तेल से त्वचा पर हल्की मालिश करें। नहाने के पानी में ओटमील पाउडर मिलाने से खुजली और जलन कम होती है। अगर समस्या गंभीर हो, तो त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। वे एलर्जी टेस्ट या दवाइयाँ सुझा सकते हैं। सर्दियों में विटामिन ए, सी और ई युक्त आहार लें। ये त्वचा को पोषण देते हैं। सर्दियों की धूप भी त्वचा को नुकसान पहुँचा सकती है। बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन लगाएं। ठंडी हवा से बचाव के लिए मोजे, दस्ताने और स्कार्फ पहनें। तनाव एक्जिमा को बढ़ा सकता है। योग और मेडिटेशन करें। जब खुजली और जलन लगातार बनी रहे। त्वचा से खून आ रहा हो। त्वचा पर पस या संक्रमण के लक्षण दिखाई दें। घरेलू उपचार और मॉइश्चराइज़र से राहत न मिले तो डॉक्टर से संपर्क करें। सर्दियों में त्वचा की देखभाल के लिए नियमित रूप से मॉइश्चराइज़र का उपयोग करें और शुष्क वातावरण से बचाव करें। प्राकृतिक तेलों और पौष्टिक आहार से त्वचा को अंदर से पोषण दें। यदि समस्या गंभीर हो जाए, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें शुष्क त्वचा और एक्जिमा जैसी समस्याएँ भले ही सामान्य हों, लेकिन उचित देखभाल और रोकथाम से इनसे बचा जा सकता है। सर्दियों का आनंद उठाने के लिए अपनी त्वचा की सेहत का विशेष ध्यान रखें।
*शुष्क त्वचा और एक्जिमा के कारणः*
ठंडी और शुष्क हवा
गर्म पानी का अधिक उपयोग
हीटर और ब्लोअर का अधिक प्रयोग
साबुन और डिटर्जेंट का अधिक उपयोग
त्वचा की संवेदनशीलता
*क्या होते हैं लक्षणः*
त्वचा का खुरदरा और फटा हुआ होना।
लगातार खुजली और जलन।
त्वचा पर लालिमा और सूजन।
त्वचा की परतों में पपड़ी बनना।
गंभीर मामलों में त्वचा से खून आना।
*रोकथाम के उपायः*
मॉइश्चराइज़र का उपयोग
गुनगुने पानी से नहाना
हवा से बचाव
ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल
साबुन का चयन
पानी का सेवन
संतुलित आहार
सनस्क्रीन का उपयोग:
शरीर को ढकें
तनाव से बचाव