मारुति सुज़ुकी ने ज़ायडस सीतापुर अस्पताल के सौजन्य से एमएसआईएल की गुजरात स्थित फैसिलिटी के आस-पास के लगभग 400 गांवों के निवासियों को उच्च गुणवत्ता वाली हृदय संबंधी देखभाल प्रदान की


कैथ लैब, जो कि कंपनी की सीएसआर पहल का एक हिस्सा है, ने एक वर्ष पूरा किया 


सीतापुर (गुजरात) में पहली यह 'कैथ लैब', 5.6 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित की गई है 

ज़ायडस सीतापुर अस्पताल में एमएसआईएल द्वारा किया गया कुल निवेश 160 करोड़ रुपये है

यहगुजरात के 12 तालुकों जैसे बेचराजी, मंडल, मेहसाणा, पाटन, विरामगाम और आस-पास के क्षेत्रों के लगभग 400 गांवों में हृदय संबंधी उन्नत देखभाल के लिए 24x7 सेवाएं प्रदान करता है




ज़ायडस सीतापुर अस्पताल में हृदय संबंधी सर्वोत्तम देखभाल उपलब्ध 

दिल्ली (अमन इंडिया ) ।  मारुति सुज़ुकी की एक सीएसआर पहल के अंतर्गत शुरू किये गए ज़ायडस सीतापुर अस्पताल में उपलब्ध अत्याधुनिक 'कैथ लैब' फैसिलिटी ने, एडवांस कार्डियक केयर में  तृतीयक देखभाल प्रदान कर  समुदाय की सेवा करते हुए एक वर्ष पूरा किया। 


5.6 करोड़ रुपये के निवेश के साथ स्थापित की गयी इस कैथ लैब को पूरी तरह से कंपनी की सीएसआर पहल के तहत मारुति सुज़ुकी द्वारा वित्तीय सहायता प्राप्त है। 


अत्याधुनिक तरीके से निर्मित मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और विशेषज्ञ स्वास्थ्य पेशेवरों की एक टीम द्वारा प्रबंधित, यह अस्पताल कई उन्नत नैदानिक सुविधाएं भी प्रदान करता है जैसे कि सामान्य चिकित्सा (जनरल मेडिसिन), हड्डी रोग (आर्थोपेडिक्स) संबंधी चिकित्सा, आघात (ट्रामा), स्त्री रोग (गायनाकलॉजि), यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और डायलिसिस। कैथ लैब की शुरुआत अप्रैल 2023 में की गयी थी। 


कैथ लैब के पहले वर्ष के सफल समापन के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए, श्री राहुल भारती,  एक्ज़ीक्यूटिव ऑफिसर - कॉर्पोरेट अफेयर, मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड ने कहा, “हमारे प्लांट के आस-पास के समुदाय के लिए तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल सुलभ बनाने की मुख्य अवधारणा के साथ निर्मित, इस मल्टी-स्पेशियलिटी 110-बेड वाले ज़ायडस सीतापुर अस्पताल की स्थापना के लिए कंपनी ने कुल 160 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह एक दिलचस्प उदाहरण है कि कैसे एक कॉर्पोरेट अब तक निर्जन रहे किसी स्थान में एक सकारात्मक उपलब्धि प्राप्त कर सकता है और किस प्रकार उसे समुदाय और कर्मचारियों के लिए एक अनुकूल स्थान के रूप में विकसित  कर सकता है। सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल 3 जो अच्छे स्वास्थ्य पर केंद्रित है और लोगों की भलाई को बढ़ावा देता है, के साथ संरेखित यह कैथ लैब इस क्षेत्र में हृदय उपचार के लिए अंतिम मील तक पहुंच के साथ स्थानीय स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे का समर्थन करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।”


श्री भारती ने कहा, “हमारे प्रयासों ने प्रतिष्ठित आयुष्मान भारत प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना के तहत कम आय वाले समूहों से संबंधित 240 हृदय रोगियों की सेवा करने में भी हमारी मदद की है।”


 


2021 में शुरू किया गया ज़ायडस सीतापुर अस्पताल क्षेत्र का पहला मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल है। यह मारुति सुज़ुकी द्वारा उसकी सीएसआर पहल के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त है। अस्पताल का प्रबंधन और संचालन रमनभाई फाउंडेशन द्वारा किया जाता है, जो कि ज़ायडस समूह की एक शाखा है। इस अस्पताल ने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा के स्वरुप में ही परिवर्तन कर दिया है, इसकी सस्ती और विशेष स्वास्थ्य सेवाओं के साथ पास के गांवों के 15 लाख से अधिक लोगों ने इसका लाभ उठाया है। पहले लोगों को गुणवत्तापूर्ण माध्यमिक और तृतीयक चिकित्सा देखभाल तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ती थी। 


गुणवत्ता स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के प्रतीक के रूप में, अस्पताल को एनएबीएच (National Accreditation Board for Hospitals & Healthcare Providers) प्रमाणन से मान्यता प्राप्त है और हाल ही में भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआई) द्वारा स्वर्ण गुणवत्ता प्रमाणन से सम्मानित किया गया था।