फिल्म में महिलाये रीढ़ का काम करती है बोनी कपूर


मेहनत हमें आगे बढ़ना सिखाती    -  बोनी कपूर

 

 नोएडा (अमन इंडिया ) । इस फिल्म इंडस्ट्रीज़ में पीछे कुछ वर्षो में महिलाओ ने उन क्षेत्रों में काम करना शुरू कर दिया जिसमे सिर्फ पुरुष आगे रहते थे चाहे वो लेखन का हो एडिटिंग हो, फिल्म निर्देशन या फिर फिल्म निर्माण कोई भी काम हो उनका हार्डवर्क नज़र आता है वो अपना वर्चस्य बनाये रखने के लिए हरसंभव प्रयास करती है, कई बार हम उनसे सीखते है ये कहना  था फिल्म निर्माता निर्देशक बोनी कपूर का जिन्होंने  नोएडा फिल्म सिटी मारवाह स्टूडियो में 16वें तीन दिवसीय  ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल में सेमिनार की संगोष्ठी के विषय वैश्विक सिनेमा में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पर   बोलते हुए कहा। इस अवसर पर कई जानी मानी हस्तियों ने शिरकत की जिनमे भारत में पनामा की  राजदूत यासिएल बुरिलो, अमृत ​​कुमार देव,  दिव्या बहल, एक्ट्रेस पवीण गुजराल ,  चितरंजन त्रिपाठी,  फिल्म एक्टर सोहम शाह मुख्य रूप से उपस्थित हुए।  इस विषय पर बोलते हुए ग्लोबल फिल्म समारोह के निदेशक संदीप मारवाह ने कहा की फिल्मो में पहले पुरुष ही महिलाओ के किरदार निभाया करते थे लेकिन समय बदला और अब महिलाओ के बिना आप किसी फिल्म के विषय में सोच नहीं सकते।  इस अवसर पर यासिएल बुरिलो ने कहा मुझे यह जानकर अच्छा लगा की यहाँ की महिलाये फिल्मो में और हर क्षेत्र में काम कर रही है। चितरंजन त्रिपाठी ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा की यदि आप फिल्मो में आधुनिकता लाना चाहते है तो अपने कल्चर को पढ़े और समझे। सोहम शाह ने  छात्रों के सवालों के जवाब देते हुए कहा की छोटे से छोटे काम में आप अपना सौ प्रतिशत देते है तो आपको उचाइयां छूने से कोई नहीं रोक सकता। लोकसभा के सदस्य जगन्‍नाथ सरकार ने कहा हिंदुस्तान का कल्चर सबसे बड़ा है जिसकी हमे इज्जत करनी चाहिए इस अवसर पर पनामा की फिल्म "सालसिपुडेस" की स्क्रीनिंग भी की गई