मुख्य कार्यपालक अधिकारी नौएडा की अध्यक्षता में इन्दिरा गाधी कला केन्द्र सैक्टर-6, नौएडा में बैठक का आयोजन किया



नोएडा (अमन इंडिया ) ।  डा0 लोकेश एम. मुख्य कार्यपालक अधिकारी नौएडा की अध्यक्षता में  इन्दिरा गाधी कला केन्द्र सैक्टर-6, नौएडा में बैठक का आयोजन किया गया । प्राधिकरण के सभी विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में नौएडा एन्ट्रेप्रिनियोर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष  विपिन कुमार मल्हनने  अवगत कराया कि

1- पूर्व में नौएडा विकास प्राधिकरण द्वारा आवंटित औद्यौगिक भूखड़ स्वामियों को कार्यशीलता प्रमाण पत्र हेतु जिला उद्योग केन्द्र द्वारा जारी एस.एस.आई पंजीकरण प्रमाण-पत्र/ उ.प्र. व्यापार कर रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र/जी.एस.टी./विद्युत बिल आदि प्रपत्र देने पर कार्यशीलता प्रमाण-पत्र जारी कर  दिया जाता था। वर्तमान में प्राधिकरण द्वारा उद्यमियों से कार्यशीलता प्रमाण देने से पूर्व  कम्पलीशन सर्टिफिकेट की माग की जा रही है । उद्यमी के पास जितनी पूजीं होती है उसी के अनुरूप भवन का निमार्ण कर वह अपनी इकाई में कार्य प्रारम्भ कर लेता है । यदि उद्यमी सारी पूजीं इकाई के निमार्ण में ही व्यय कर देगा तो इकाई का संचालन कैसे करेगा । 


अतः यदि किसी उद्यमी ने आवंटित आद्यौगिक भूखण्ड के कुछ भाग में भवन निमार्ण कर अपने उद्योग में उत्पादन शुरू कर लिया हो तो उसे कार्यशीलता प्रमाण-पत्र जारी कर देना चाहिए 

2- पूर्व के वर्षो में कुछ उद्योगों को प्राधिकरण द्वारा कैंसिल कर दिया गया  था । यदि उनके द्वारा अपनी इकाई को रि-स्टोर करवाने की सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई हैं तो उन्हें रि-स्टोर कर दिया जाए । 

 3- नौएडा को बसाने व नौएडा के विकास में उद्यमियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पूर्व में नौएडा विकास प्राधिकरण द्वारा उद्यमियों को अपनी इकाई के विस्तार हेतु प्राधिकरण की पाॅलिसी के अनुसार आरक्षित श्रेणी के अंर्तगत औद्यौगिक भूखंड (50 प्रतिशत) योजना निकाली जाती थी तथा उद्यमियों हेतु आरक्षित श्रेणी के अन्र्तगत (17.5 प्रतिशत) आवासीय भूखंड   योजना भी लाई जाती थी । इस पालिसी को समाप्त कर दिया गया । जिसके कारण कई उद्यमी इन योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह गये हैं । 

अतः पूर्व की भाॅति उद्योगों के विस्तार हेतु आरक्षित श्रेणी के अन्र्तगत नौएडा में औद्यौगिक एंव आवासीय भूखंड योजना को पूर्व की भांति बहाल किया जाए । 


4- प्रा0लि0 कम्पनी में अगर 1 प्रतिशत की भी शेयर होल्डिंग बदलनी हो तो नौएडा प्राधिकरण उसके चार्ज लेता है और स्टांप विभाग भी चार्ज लेता है प्रा0लि0 कम्पनी अपने आप में एक पहचान होती है । महोदय भारत सरकार के कम्पनी निगमित मामलों के नियमों के अनुसार भी यदि किसी कम्पनी के शेयर होल्डर बदलते है तब भी उस कम्पनी की संरचना पर कोई असर नही होता है कम्पनी एक ही बार बनाई जाती है जिसमें आवश्यकतानुसार शेयर होल्डर्स बदलते रहते हैं । कृप्या इस मामले को संज्ञान में लेकर उचित निर्णय लेने की कृपा करें ।          

                                                                            

5- निवेश मित्र पोर्टल से संबधित कोई भी पेपर अपलोड करने की सुविधा विभाग में नही है जिसके कारण उद्यमियों को बिचैलियों की शरण में जाना पड़ता है। जिसके कारण समय के साथ-साथ धन की बर्वादी भी होती है । 

अतः हमारा अनुरोध है कि निवेश मित्र पोर्टल की खामियों को दूर किया जाए एंव प्राधिकरण में एक हैल्प सैंटर भी बनवाया जाए ताकि उद्यमी हैल्प सैंटर में जाकर निवेश मित्र पोर्टल पर आसानी से पेपर अपलोड करा सके ।

6- प्राधिकरण द्वारा नया नौएडा बसाया जा रहा है उसमें रेड कैटेगरी के अन्र्तगत  आने वाले उद्योगों हेतु अलग से स्थान चिन्हित किए जाए तथा उस क्षेत्र में काॅमन ट्रीटमैंट प्लान्ट भी लगाया जाए ।

7- प्राधिकरण द्वारा अलग से ट्रांसपोर्ट नगर बसाया गया है इसके बावजूद सभी औद्यौगिक सैक्टरों में जगह-जगह सड़क के किनारे टैंपो, ट्रक आदि माल वाहक वाहन खडे रहते हैं, जिसके कारण यातायात में व्यवधान उत्पन्न होता है तथा यातायात भी प्रभावित होता है । 

अतः इन माल वाहक वाहनों को  सड़क के किनारे खड़ा करने से रोका जाए तथा निर्धारित स्थान (ट्रांसपोर्ट नगर ) पर वाहन खड़ा करने के आदेश दिये जाए, ताकि यातायात सुगम बना रहे 

8- औद्यौगिक सैक्टरों में मुख्य चैराहों पर अधिकांशतः रेड लाईटों का  समय सही निर्धारित न होने के कारण जाम की स्थिति पैदा हो जाती है । अतः मुख्य चैराहों पर रेड लाईट का समय सही तरह से निर्धारित किया जाए तथा स्मार्ट रेड लाईटें जो कि रेड लाईट के पोलों पर लगे कैमरों से यातायात को देखते हुए स्वयं स्वचालित होती है ऐसी स्मार्ट लाईटे औद्यौगिक सैक्टरों के मुख्य चैराहों पर लगाई जाए ताकि चैराहों पर लगने वाले जाम से बचा जा सके ।

9- नौएडा में लगभग 11 हजार उद्योग कार्यशील है, जब भी प्राधिकरण की उद्योग सहायक समिति या अन्य कोई बैठक हो उसमें केवल उन्हीं संस्थाओं को बुलाया जाए जिसमें नौएडा में कार्यशील उद्योगों में से कम से कम 10 प्रतिशत उद्यमी उस संस्था के सदस्य हों । 

उपरोक्त समस्याओं के सुनने के पश्चात मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय ने कहा कि आपकी समस्याओं का शीघ्र समाधान किए जाने के प्रयास किये जाएगें साथ ही कहा कि  पालिसी से संबधित मामलों के संबध में उच्च स्तर पर वार्ता कर उचित निर्णय लिया जाएगा । 

बैठक में एनईए के अध्यक्ष श्री विपिन कुमार मल्हन, महासचिव श्री वी0के0सेठ, उपाध्यक्ष मौ0 इरशाद, श्री आर0एम0 जिंदल, सचिव श्री राहुल नैययर, श्री मयंक गुप्ता के साथ-साथ श्री दलीप मल्होत्रा, श्री रजत अजमानी, श्री अजय अग्रवाल, श्री नरेन्द्र थरेजा, श्री हरीश कालरा,  श्री आर.के.सूरी, श्री इन्दरपाल खांडपुर, श्री असीम जगिया, श्री उमेद अग्रवाल,     श्री तमनजीत सिंह, श्री संदीप मित्तल, श्री वी0पी0 कत्याल, श्री आदित्य गर्ग, श्री अंकुर अरोड़ा, श्री राकेश गुप्ता, श्री अनिल गुप्ता, श्री एम0पी0 सिंह, श्री महावीर जैन, श्री ओम प्रकाश, श्री अजय कुमार जैन, श्री सुधीर सिंह सहित उपस्थित थे ।