डीएम मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में वन महोत्सव कार्यक्रम का हुआ आयोजन

गौतम बुद्ध नगर (अमन इंडिया ) ।  


गौतम बुद्ध नगर से मुख्यमंत्री के मंशा के अनुरूप एवं डीएम मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में वन महोत्सव कार्यक्रम का हुआ आयोजन वन महोत्सव कार्यक्रम में जन सामान्य के समक्ष वन महोत्सव की महत्ता के संबंध में विस्तृत विचार रखे गये तथा जनमानस से अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की, की गयी अपील उत्तर प्रदेश सरकार के  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  की मंशा के अनुरूप एवं सरकार के महत्वकांक्षी वन महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत आज वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन जनपद गौतमबुद्धनगर के सेक्टर-136 नोएडा में मुख्य अतिथि माननीय विधायक दादरी तेजपाल सिंह नागर, जिला अधिकारी गौतमबुद्धनगर मनीष कुमार वर्मा, निदेशक उद्यान नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण नोएडा वन्दना तिवारी, टी०वी० ऐंकर एवं कलाकार रिचा अनिरूद्ध की गरीमामयी उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय विधायक दादरी तेजपाल सिंह नागर द्वारा जामुन पौधे का रोपण किया गया। आयोजित कार्यक्रम में प्रभागीय वनाधिकारी गौतमबुद्धनगर प्रमोद कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड उत्सव शर्मा एवं अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों, वन प्रभाग गौतमबुद्धनगर के समस्त अधिकारीयों व कर्मचारियों तथा 31वीं बटालियन एन०सी०सी० के छात्र-छात्राओं सहित गणमान्य व्यक्तियों एवं आर्यदीप स्कूल से लगभग 150 छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग कर विभिन्न प्रजाति के लगभग 250 पौधों का रोपण किया गया। पौध रोपण के उपरांत पौध भण्डारण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि माननीय विधायक दादरी तेजपाल सिंह नागर द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित जन सामान्य के समक्ष वन महोत्सव की महत्ता के संबंध में विस्तृत विचार रखे गये तथा जनमानस से अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की अपील की गयी तथा संदेश दिया कि पर्यावरण एवं प्रकृति के प्रति सदभावना रखने तथा पर्यावरण को हो रहे नुकसान को न्यूनतम करते हुए पर्यावरण संरक्षण की नितांत आवश्यकता है। हम सभी को इस मुहिम का हिस्सा बनना चाहिए। कार्यक्रम में जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर मनीष कुमार वर्मा द्वारा महागुनी पौधे का रोपण कर संदेश दिया गया कि इस वर्ष वृक्षारोपण को जन आन्दोलन-2023 के रूप में मनाये एवं सुरक्षित पर्यावरण के लिए अधिक से अधिक वृक्षा रोपण का आह्वान किया गया तथा इसके साथ ही अन्य वक्ताओं ने अपने वक्तव्यों में कहा कि बढते प्रदूषण के चलते पर्यावरण दूषित हो रहा है। ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। वर्तमान में हमें यह समझना चाहिए कि सम्पूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर है, इसलिए एक स्वस्थ एवं सुरक्षित पर्यावरण के बिना मानव समाज की कल्पना अधूरी है। यह हमारी सामाजिक एवं नैतिक जिम्मेदारी है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करना चाहिए। याद रखना होगा कि प्रकृति ने मनुष्य को जन्म दिया एवं अपने अस्तित्व के लिए मनुष्य को उसकी आवश्यकता है। "प्रकृति से हम है हम से प्रकृति नहीं" के स्लोगन के साथ वन महोत्सव कार्यक्रम का समापन किया गया।