गर्मी बढ़ने के साथ डिहाइड्रेशन से लो एनर्जी का होना साधारण: डॉ अंशुमाला

गर्मी बढ़ने के साथ डिहाइड्रेशन से लो एनर्जी की फीलिंग


नोएडा (अमन इंडिया )। गर्मी लगातार बढ़ रही है। तेज धूप और बढ़ते टेम्प्रेचर से शरीर में होती है पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन। अगर 24 घंटे से ज्यादा उल्टी-दस्त हो, चिड़ चिड़ाहट बढ़ जाए, उल्टी दस्त न रुके, नींद कम आए तो डॉक्टर को अवश्य दिखाना चाहिए।

फेलिक्स अस्पताल के फीजीशियन डॉ. अंशुमाला  ने बताया कि तेज धूप और बढ़ते तापमान से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। एकाएक बढ़े तापमान के कारण चक्कर आना, उल्टी-दस्त की समस्या होना, पेट से संबंधित परेशानी आना आदि समस्याओं अभी से सामने आने लगी है और इन बीमारियों के मरीज भी अस्पताल में पहुंच रहे हें। मरीजों को अधिक से अधिक पानी पीने के साथ तरल पदार्थ का सेवन करने के लिए कहा जा रहा है। इससे कि इस परेशानी से बचा जा सके। वहीं सिर को ढककर रखने की सलाह दी जा रही है। सिर गर्म होने से ही गर्मी के मौसम में अधिक परेशानी बढ़ती है। वहीं आने वाले दिनों में बढ़ती गर्मी के कारण यह समस्या ओर अधिक बढ़ सकती है। जिससे बचाव रखना बहुत जरूरी है। अप्रैल के महीने में पारा 40 के आसपास बना हुआ है जो शरीर का पानी सुखाने के लिए पर्याप्‍त है। यही वजह है कि इस मौसम में पानी की बार-बार प्‍यास लगती है लेकिन कई बार पानी पीने के बावजूद शरीर में पानी की कमी हो जाती है। डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्‍या हर बार ही बढ़ जाती है। बड़ों के अलावा बच्‍चों में भी ये समस्‍या आम है। जो लोग शारीरिक मेहतन अधिक करते हैं और बहुत अधिक पसीना निकलने के बावजूद सही मात्रा में पानी नहीं पीते उनमें इसकी शिकायत अधिक होती है। अत्‍यधिक उल्‍टी या दस्‍त होने पर भी यह समस्‍या हो सकती है। हाई फीवर होने पर शरीर को नेचुरल तरीके से ठंडा करने के लिए पसीना निकलता है जिससे कई बार बुखार के वक्‍त शरीर में पानी की कमी हो सकती है। अगर कई बार पेशाब जाने पर भी पानी ना पिया जाए तो शरीर में पानी की कमी हो सकती है। गर्मी में हमारी त्वचा फैलती है जिससे नसिकाएं पतली होती हैं और इसी कारण ज्यादा पसीना आता है। शरीर में पानी की कमी से डिहाइड्रेशन हो जाता है। शरीर में 65 से 70 प्रतिशत तक पानी होता है और पौष्टिक आहार के साथ साफ पानी अधिक से अधिक मात्रा में पीना जरूरी है। वहीं व्यक्ति को एक दिन में कम से कम 8 ग्लास पानी पीना चाहिए इसके अलावा नींबू पानी, आम पन्ना या फ्रेश जूस भी रेगुलर पिएं, वहीं गर्मी से बचने के लिए तरबूज, खरबूज, संतरा, खीरा, ककड़ी आदि का सेवन भी किया जा सकता है, जिसमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है। जबकि चाय और कॉफी कम से कम पीनी चाहिए, क्योंकि यह शरीर में गर्मी को बढ़ाती है।

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क्‍या है घरेलू उपाय:

छाछ पोटैशियम और मैग्‍नीशियम से भरपूर एक नेचुरल प्रोबायोटिक है जो दो चार बार के प्रयोग के बाद डिहाइड्रेशन में सुधार ला सकता है। सूप का प्रयोग भी शरीर में मिनरल्‍स के साथ पानी की आपूर्ति करता है। ग्रीन टी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर ड्रिंक है जो शरीर को तुरंत हाइड्रेट करता है। नारियल पानी के सेवन से शरीर में पोटैशियम और सोडियम की तुरंत आपूर्ति होती है जिससे डिहाइड्रेशन को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा नींबू पानी, जूस, ओआरएस आदि भी काफी फायदेमंद है।

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इन बातों का रखे ध्यान

धूप से आने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए, इससे बीमारी होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। खाली पेट होने पर या तेज प्यास लगने पर कभी भी एक साथ खूब सारा पानी नहीं पीना चाहिए। पेट संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती है। वहीं अगर ज्यादा समय धूप में रहने से त्वचा संबंधी समस्या आती है तो भी तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।