जनता और जनप्रतिनिधि के बीच खाखी ने नहीं होने दिया संवाद
गौतम बुद्ध नगर (अमन इंडिया ) ।
जनता जनप्रतिनिधि चुनती है अपनी समस्याओ के समाधान के लिए लेकिन आज दादरी विधायक तेजपाल नागर से मिलने एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांवों के जा रहे थे लेकिन पुलिस ने किसानों को नजर बंद कर दिया
इस व्यवस्था को देखकर ऐसा लगता है कि आज भी गरीब मजदूर और किसानों की आवाज को पुलिस के दम पर दबाया जा रहा है आखिर फिर अंग्रेजी शासन और आज के शासन प्रशासन में क्या अंतर है पहले अंग्रेज हमारी आवाज को दबाकर थे आज सत्ताधारी संसद, विधायक और पुलिस प्रशासन हमारी आवाज को दबा रही है
किसान लगातार तीन सालो से लगातार एनटीपीसी से समान मुआवज़ा व रोज़गार व अन्य माँगो को लेकर आन्दोलन कर रहे हैं ।सभी गाँवों मै पुलिस ने किसानों को जाने नहीं दिया तो मातृशक्ति युवा शक्ति इधर-उधर से निकलकर किसान धीरे धीरे ख़लीफ़ा जी के आवास नोएडा सेक्टर 70 पर पहुँचने शुरू हो गये ।जब जा कर ख़लीफ़ा जी ने नोएडा व एनटीपीसी से प्रभावित किसानों ने नारेबाज़ी करने के बाद पुलिस अधिकारियों ने जब जा कर ख़लीफ़ा जी को घर बाहर भेजा ।फिर सभी किसानों ने निर्णय लिया कि आज ही नोएडा सेक्टर 24 एनटीपीसी मुख्य कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया ।उसके बाद भारी पुलिस बल व डीसीपी सेंट्रल राम बदन सिंह जी व एडिशनल DCP विशाल पाण्डेय ने किसानों को समझाकर शांत कराया और कहा विधायक जी के माध्यम से आपकी माँगो का निस्तारण कराने का काम करेंगे ।दो दिन तक अगर समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो अबकी बार नोएडा सेक्टर 24 एनटीपीसी कार्यालय पर ताला बन्दी करने का काम करेंगे ।अबकी बार किसानों को कुछ भी करना पड़े वह अब पीछे हटने वाले नहीं हैं ।