'मेक इन इंडिया' 70एमएम लेजर गाइडेड रॉकेट समाधान पेश करने के लिए थालस और भारत डायनामिक्स लिमिटेड ने मिलाया हाथ

दिल्ली (अमन इंडिया ) ।


 थालस और भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL), भारत सरकार का उद्यम, स्टीक-लक्ष्यभेदी 70 एमएम लेजर गाइडेड रॉकेट्स (FZ275 LGR) का निर्माण करने के लिए भारत में विनिर्माण सुविधा की स्थापना के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करा ।

इस समझौते के माध्यम से, भारत डायनामिक्स लिमिटेड FZ275 एलजीआर के वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का एक हिस्सा बन जाएगी, जो मौजूदा और भविष्य के 70एमएम लेजर गाइडेड रॉकेट ग्राहकों के लिए भारत में निर्मित उपकरणों को निर्यात का अवसर प्रदान करेगा।

यह समझौता बीडीएल को भारत सरकार के उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर्स (WSI) और हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर्स के मौजूदा बेड़े के लिए 'मेक इन इंडिया' 70 मिमी लेजर गाइडेड रॉकेट समाधान की पेशकश करने का अवसर भी प्रदान करेगा।

बीडीएल की स्थापना हैदराबाद में 1970 में गाइडेट मिसाइल और संबद्ध रक्षा उपकरणों के निर्माण के लिए की गई थी। इंडस्ट्रियल और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की जरूरत को पूरा करने के लिए सटीक लक्ष्यभेदी हथियारों के क्षेत्र में समर्पित सुविधाओं और ज्ञान के साथ कंपनी को विशिष्टा हासिल है।

थालस FZ275 LGR का मूल उपकरण निर्माता है, जो उच्च स्तर की सटीकता के साथ बाजार में सबसे हल्का, सबसे छोटा और सबसे बहुमुखी 70 मिमी लेजर गाइडेड रॉकेट है। इसे दिन और रात के वक्त (हेलीकॉप्टर से) 1.5 मीटर से लेकर 7 किलोमीटर तक इस्तेमाल किया जा सकता है।

इस समझौते पर बोलते हुए, कमांडर सिद्धार्थ मिश्रा, चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, बीडीएल, ने कहा, “हम थालस के साथ एक बार फिर साझेदारी कर बहुत खुश हैं। इस बार ये साझेदारी सटीक लक्ष्यभेदी 70एमएम लेजर गाइडेड रॉकेट्स के लिए है। सटीक निर्देशित गोला-बारूद बनाने और अपने विविधतापूर्ण औद्योगिक विशेषज्ञता के लंबे अनुभव का लाभ उठाते हुए, हम इस साझेदारी के साथ उत्कृष्टता की नई ऊंचाईयों पर पहुंचने और महत्वाकांक्षी 'मेक इन इंडिया' पहल में योगदान देने के लिए तत्पर हैं।”

श्री आशीष सराफ, वीपी और कंट्री डायरेक्टर, भारत - थालस ने कहा, “भारत डायनामिक्स लिमिटेड के साथ अपनी भागीदारी को मजबूत करने पर हमें गर्व है। आत्मनिर्भर भारत दृष्टिकोण के समर्थन में, यह सहयोग निर्यात बाजारों की मांग को पूरा करने के लिए 70 एमएम लेजर गाइडेड रॉकेट जैसे उन्नत हथियार प्रणालियों के उत्पादन की देश में क्षमता को और विकसित करेगा, इसके अलावा भारतीय सशस्त्र बलों को राष्ट्र की प्रभावी ढंग से सुरक्षा करने के उनके लक्ष्य में सहायता करेगा।”