मिलाजुला बजट है 2023 का शहरवासी




नोएडा (अमन इंडिया ) ।  प्रदेश अध्यक्ष विकास जैन ने कहा कि अबतक का बजट मिला-जुला बजट है l अभी तक कोई व्यापारियों को खास उम्मीद नजर नहीं आ रही है l केवल कृषि और कृषि स्टार्टअप पर जोर दिया जा रहा है l जीएसटी से संबंधित अभी कुछ भी घोषणा नहीं की गई है l












 एसोसिएशन ऑफ कॉमन फैसिलिटी एरियाज फ़ॉर इंडस्ट्रीज  महामंत्री सतनारायण गोयल ने बजट शानदार बताया और खा की  कोरोना काल मे जहाँ पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी उस हिसाब से सरकार द्वारा बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है । वरिष्ठ नागरिक बचत योजना एवं मध्यम वर्ग को टैक्स में राहत देना सरकार का अच्छा कदम है।



समाजवादी पार्टी के नेता विपिन अग्रवाल वित्त मंत्री सीता रावण ने  भारत सरकार का पांचवा खोखला बजट पेश किया जैसे वे  अपने पिछले 4 बजट पेश कर चुकी है ऐसा ही पांचवा बजट रहा नए  पिटारे में  पुराना नमूना

 जब आम आदमी की आमदनी ही नहीं है तो 7 लाख रुपए की छूट का क्यों ढिंढोरा पीटना   2016 में मोदी जी ने किसानों से वादा किया था कि किसानों की आमदनी दुगनी कर देंगे वह आमदनी  दुगने की जगह आधी रह गई लघु उद्योग बंद होने के कगार पर है महंगाई, गरीबी ,बेरोजगारी ,अपनी चरम सीमा पार कर चुकी है ! लोगों के पास नौकरियां नहीं है कॉर्पोरेट जगत में  नौकरियों में छटनी करने पर लगे हुए हैं  



नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान नेबताया कि यह बजट2023 के पिटारे से निकले लाखों फ्लेट बॉयर्स की समस्याओं का हल, ब्याज दर में हो कटौती, कोरोना कोविड की वजह से लाखों लोगों की नौकरी चली गई, घर के बढ़ते महंगाई के खर्चो ने आम जनता की कमर तोड़ दी है फ्लेट खरीददारों को राम भरोसे क्यों छोड़ा आती जाती सरकारोँ ने ? सरकार को इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए  फ्लेट बॉयर्स सबसे ज्यादा टेक्स देते है फिर भी अनदेखी क्यों ।



 रंजन तोमर ने खा की भाजपा सरकार बजट का दसवां शतक पूरा कर रही है जब पहले कुछ नहीं दिया तो आज क्या देगी  लोगों को उम्मीद थी बजट आएगा  राहत मिलेगी हमारी आमद  बढ़ेगी !  लेकिन वही खोखले  वादों के अलावा कुछ नहीं । 

ग्रामीण और किसानों के लिए बजट में विशेष पैकेज के प्रति सरकार का रुख अच्छा रहा , ग्रामीण  क्षेत्रों के  युवाओं के लिए start-up योजना से उम्मीद बढ़ी है,  गोदामों की सुविधा बढ़ाकर पैदावार को आवश्यक समय पर बेचने के प्रावधान से भी किसानों की आय बढ़ेगी, सतत विकास एवं ग्रीन एनर्जी के प्रति सरकार ने आगे बढ़ने की कोशिश की है,  डिफेंस का बजट सबसे  अधिक है  अपितु शिक्षा और स्वास्थ्य का भी बढ़ाने की आवश्यकता थी,  अंत में यह ही कि किसान और गांव बढ़ेंगे तो देश बढ़ेगा