सर्दी में रखें ध्यान, शुगर हो सकती है बेलगाम: डॉ. विमल गुप्ता



नोएडा (अमन इण्डिया ) ।



सर्दी के मौसम में अमूमन लोगों की शारीरिक सक्रियता घट जाती है। बहुत से लोग सुबह देर तक बिस्तर में रहते हैं तो दूसरी तरफ खानपान में चिकनाई वाली और गरिष्ठ चीजों का सेवन बढ़ा देते हैं। यह स्थिति शुगर के मामले में काफी खतरनाक साबित हो जाती है। फेलिक्स हॉस्पिटल के फिजीशियन डॉ. विमल गुप्ता ने बताया कि शारीरिक सक्रियता घटने और खाने पीने में गरिष्ठ चीजें ज्यादा लेने से शुगर का लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है । इसलिए इस मौसम में फिजिकल एक्टिविटी पर ज्यादा फोकस करें। एक तरफ तो व्यायाम आदि करने से शुगर कंट्रोल रहेगी वहीं दूसरी तरफ ठंड भी कम लगेगी। ठंड को ज्यादा महसूस नहीं होने देने के लिए भी शारीरिक कसरत बहुत फायदेमंद है। वहीं दूसरी तरफ खाने पीने में ज्यादा चिकनाई वाली और भारी चीजें खाने के बजाय इस मौसम में अगर हरी सब्जियों पर ज्यादा ध्यान दिया जाए तो कुल मिलाकर सेहत भी बेहतर बनेगी और शुगर भी नियंत्रित रहेगी। शुगर से पीड़ित कई मरीजों की हालत कोरोना संक्रमण की वजह से गंभीर हो जाने के चलते उन्हें स्टेरॉइड्स काफी अधिक देने की नौबत आई। स्टेरॉयड देने से इसके साइड इफेक्ट के वजह से मरीजों की शुगर और ज्यादा बढ़ गई। ऐसी स्थिति में मरीजों की जान बचाने के लिए बहुत ज्यादा मशक्कत करनी पड़ी। कोरोना की चपेट में आए कई मरीज ऐसे थे जिन्हें पहले से शुगर नहीं थी लेकिन स्टेरॉइड्स देने से उनके खून में शुगर का लेवल काफी बढ़ गया। ऐसे में ऐसे कई मरीजों को शुगर की दवा और कुछ मरीजों को इंसुलिन देने की भी बहुत जरूरत पड़ गई। खान-पान में संयम रखने रोज व्यायाम करने और नियमित रूप से दवाई लेते रहने से शुगर नियंत्रित रखी जा सकती है। वैसे तो कोरोना संक्रमण की चपेट में आए अधिकतर मरीजों के लिए इस महामारी से जूझने वाला समय बेहद मुश्किल भरा रहा। जो पहले से ही डायबिटीज यानी शुगर की बीमारी से पीड़ित थे उनके लिए यह दौर और भी चुनौती भरा रहा। किसी भी तरह के वायरल संक्रमण में डायबिटीज के मरीजों की हालत ज्यादा खराब हो रही है। डायबिटीज होने की वजह से उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने और शरीर के कई अंगों की कार्यप्रणाली बिगड़ जाने की वजह से उन्हें संक्रमण से मुकाबला करना कठिन हो रहा है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में प्रभावित हुए लोगों का इस बीमारी से उबर जाना या फिर इसके दलदल में फंस कर मौत के आगोश में समा जाना सीधे तौर पर शुगर से संबंधित होने की बात साफ महसूस की गई। पैरों में दर्द, बार-बार पेशाब आना, सुस्ती, तनाव, झुनझुनी और सुन्न होना मधुमेह के लक्षण में शामिल है। लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह ले। बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटिक डे मनाया जाता है।-