पेटीएम फाउण्डेशन और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने एयर क्वालिटी एक्शन फोरम की स्थापना के लिए हाथ मिलाया


-एक साथ काम करने और भारत के वायु प्रदूषण संकट से निपटने के लिए चर्चा, चुनौतियां और समाधान प्रस्तुत करने करेंगे

-राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर कार्यक्रम साझा करने के लिए बुलाया

-कॉर्पाेरेट क्षेत्र के स्तंभ के तहत, जो एक्यूएएफ के तहत 6 हितधारक स्तंभों में से एक है, स्केलेबल वायु प्रदूषण से सम्बन्धित प्रौद्योगिकियों पर काम करने वाले स्टार्टअप को अपनी प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

नई दिल्ली (अमन इंडिया)। पेटीएम फाउण्डेशन ने संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के साथ साझेदारी में एयर क्वालिटी एक्शन फोरम की स्थापना की। यह मंच, हितधारक परामर्श के माध्यम से, भारत में वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालेगा।

एक्यूएएफका शुभारंभ भारत में वायु प्रदूषण को रोकने की दिशा में एक समावेशी दृष्टिकोण की सुविधा के लिए एक कदम है। उसी दिशा में उठाए गए एक कदम के तहत, सरकार सहित सभी हितधारकों के बीच सहयोग के साथ प्रभावी कार्यान्वयन इसके तहत वांछित उद्देश्यों को प्राप्त करने के प्रमुख बिन्दू होंगे।

परामर्श बैठकों में से एक को सम्बोधित करते हुए, पेटीएम के फाउण्डर और सीईओ, विजय शेखर शर्मा ने कहा, हम सभी को भारत में वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए एक साथ आना चाहिए। फोरम कॉर्पाेरेट चैम्पियन बनाने की दिशा में काम करेगा। वायु गुणवत्ता मीटर को प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम का हिस्सा बनना चाहिए।

उन्होंने इस बात की आवश्यकता भी प्रतिपदित की कि वायु प्रदूषण के स्तर के आधार पर राज्यों और शहरों की रैंकिंग के साथ ‘स्वच्छ भारत मिशन‘ के हिस्से के रूप में स्वच्छ वायु पहल को शामिल करने की आवश्यकता है। एक्यूएएफके उदे्श्यों के अनुरूप, सभी छह हितधारकों के बीच परामर्श बैठकें आयोजित की गईं, जिसका उद्देश्य भारत में वायु प्रदूषण से सम्बन्धित विभिन्न मुद्दों पर सभी के विचारों की पहचान करना और संभावित समाधान जो इसे कम कर सकते हैं पर चर्चा करना रहा।