स्वराज मेरा अधिकार बैनर के तले ' कानुन विद डा ए पी सिंह ने शिरकत किया


नई दिल्ली(अमन इंडिया)। भारत अपनी आजादी की 75 वें बर्षगाठ की खुशी में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आज हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल कार्यकाल में न्याय सबके लिए सिद्धांत पर आधारित हमारी सरकार बड़ी ही तेजी के साथ कार्य कर रही है,हमारा मानना है कि न्याय आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों में पूरी तरह से पहुंचे उक्त विचार भारत सरकार के केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री फगन सिंह कुलस्ते ने स्वराज मेरा अधिकार के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में बतौर अतिथि व्यक्त किए!इस अवसर पर दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री,सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने न्यायिक अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण एवं उनकी पदोन्नति में पारदर्शिता पर अपने संबोधन में बल दिया!कार्यक्रम में भाजपा के राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने सदन में पारित होने वाले स्पेशल मैरिज बिल के संशोधन पर अपने विचार रखे!

कार्यक्रम में स्वराज मेरा अधिकार संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक सुप्रीम कोर्ट के प्रतिष्ठित कानून विद डॉ. ए पी सिंह ने अपने बेबाक संबोधन के दौरान कानून की खामियों को एक सिरे से गिनाया एवं भारत सरकार द्वारा पारदर्शिता रखने पर बल दिया,उन्होंने आसाराम बापू और संत रामपाल के केसों में कानूनी प्रक्रिया के दुरुपयोग पर नाराजगी जाहिर की,यूपी के अनुदेशकों और यूपीएसआई चयन प्रक्रिया में अनियमितता एवं बिहार अररिया के छोटू यादव का मामला भी डॉ. सिंह ने उठाया!सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने न्यायिक अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता पर अपने विचार रखें!दिल्ली बार काउंसिल के चेयरमैन मुरारी तिवारी ने अपने संबोधन के दौरान वकील समुदाय के लिए प्रेरणादायक विचार रखें!

दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे राजीव खोसला ने वकालत के क्षेत्र में आने वाले नौनिहालों के लिए वकालत के गुरु मंत्र भी बताएं कार्यक्रम में कई जनहित याचिकाओं में याचिकाकर्ता रहे अश्वनी उपाध्याय एडवोकेट ने जनसंख्या नियंत्रण कानून पर बल दिया, कार्यक्रम के आयोजनकर्ता रहे सुप्रीम कोर्ट के वकील हरि शंकर जैन, विष्णु शंकर जैन, अरुण शर्मा, ओमपाल सिंह, गीत कौर, नवीन चौहान एवं संगठन के अध्यक्ष विशाल खन्ना ने न्याय सबके लिए विषय पर बल दिया एवं आए हुए अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया