पीडब्ल्यू (फिजिक्सवाला) ने फ्रीको का अधिग्रहण कर पढ़ाई के बेहतर अनुभव के साथ स्टूडेंट्स के जीवन को बनाया बेहतर
फ्रीको की विशेषज्ञता का इस्तेमाल कर पीडब्ल्यू अपने मौजूदा उत्पादों और सेवाओं को नवीकृत करेगा और पढ़ाई के ज्यादा आसान तरीकों से विद्यार्थियों की मदद करेगा, ताकि वे प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन कर सकें
दिल्ली (अमन इंडिया)। भारत के सबसे किफायती और सुलभ एड-टेक प्लेटफॉर्म पीडब्ल्यू (फिजिक्सवाला) ने अपनी मौजूदा सेवाओं को बेहतर बनाने और विद्यार्थियों को पढ़ाई का बेहतर अनुभव देने के लिये एड-टेक स्टार्टअप फ्रीको का अधिग्रहण किया है। इसके साथ ही पीडब्ल्यू ने अपने प्लेटफॉर्म पर ज्यादा एडवांस्ड फीचर्स जोड़े हैं।
इस घटनाक्रम के तहत, पीडब्ल्यू और फ्रीको की टीमें कंटेन्ट लाइब्रेरी पर मिलकर काम करेंगी, सक्षम संसाधन एवं शंकाओं का समाधान करने वाले शिक्षकों का प्रबंधन सुनिश्चित करेंगी और विद्यार्थियों को सुचारू तरीके से सुलभ और किफायती कंटेन्ट देंगी। कंपनी शंकाओं के निवारण हेतु अपनी मौजूदा पेशकशों में नवाचार करने के लिये फ्रीको की टीम की विशेषज्ञता का इस्तेमाल करने की योजना पर काम कर रही है।
यह 1.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मूल्यांकन पर वेस्टब्रिज और जीएसवी वेंचर्स से सीरीज ए राउंड में 100 मिलियन डॉलर की धनराशि जुटाने के साथ एक यूनिकॉर्न बनने के बाद पीडब्ल्यू की पहली घोषणा है। इस अधिग्रहण के माध्यम से पीडब्ल्यू फ्रीको के 15 कर्मचारियों को नियुक्त करेगा। इस कदम के पीछे एक सरल विचार है - विद्यार्थियों के लिये शिक्षा को ज्यादा सुलभ बनाना और कठिनाई को कम करना, ताकि उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में मदद मिले।
पीडब्ल्यू कोटा और दिल्ली समेत छह जगहों पर ‘पीडब्ल्यू विद्यापीठों’ को लॉन्च कर ऑफलाइन स्पेस में पहले ही कदम रख चुका है और इस तरह के और भी सेंटर खोलने की योजना बना रहा है। पीडब्ल्यू भारत के 22 शहरों में हाइब्रिड क्लासेस भी चलाती है और 10 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को कवर कर चुकी है। कंपनी का लक्ष्य है 2025 तक 250 मिलियन से ज्यादा विद्यार्थियों की पढ़ाई के परिणामों को बेहतर बनाना।
पीडब्ल्यू (फिजिक्सवाला) के विषय में
पीडब्ल्यू (फिजिक्सवाला) भारत की 101वीं यूनिकॉर्न कंपनी है, जिसकी शुरूआत 2016 में अलख पांडे ने एक यूट्यूब चैनल के तौर पर की थी और जो वृद्धि करते हुए अब देश की प्रमुख एडटेक कंपनियों में से एक बन चुकी है। पीडब्ल्यू अलख पांडे और प्रतीक माहेश्वरी की संकल्पना का प्रतिफल है, जिसका लक्ष्य है जेईई और एनईईटी के आकांक्षियों और कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को बेहतरीन शिक्षकों के द्वारा बेहद किफायती और गुणवत्तापूर्ण कोचिंग देना। पीडब्ल्यू ने किफायत और गुणवत्ता के बीच अंतर को दूर कर और सुलभता बढ़ाकर एडटेक सेक्टर में क्रांति की है।
यह कंपनी विद्यार्थियों को यूट्यूब, पीडब्ल्यू ऐप और वेबसाइट पर लेक्चर्स और सेशंस देने पर केन्द्रित है। भारत के 22 शहरों में पीडब्ल्यू की हाइब्रिड क्लासेस, यानि पाठशालाएँ भी हैं और कंपनी ने कोटा और दिल्ली समेत छह जगहों पर ‘पीडब्ल्यू विद्यापीठ’ लॉन्च कर ऑफलाइन स्पेस में कदम रखा है। इस प्रकार कंपनी ने पढ़ाई को ज्यादा व्यक्तिपरक बनाया है और उत्पादों में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी पेश की है।
‘पीडब्ल्यू पाठशाला’ जेईई और एनईईटी के आकांक्षियों और कक्षा 11 तथा 12 के ड्रॉपर्स के लिये पारंपरिक और ऑनलाइन पढ़ाई का एक रोचक मिश्रण है, जबकि ‘पीडब्ल्यू विद्यापीठ’ ऐसे विद्यार्थियों के लिये पूरी तरह से ऑफलाइन सेंटर्स हैं। अनछुए क्षेत्रों में कदम रखते हुए, पीडब्ल्यू बंगाली, कन्नड़, मराठी, तेलुगू और गुजराती समेत मातृभाषाओं में कोर्सेस लाकर लगातार अपनी पहुँच बढ़ा रहा है।
2020 में महामारी के दौरान अलख पांडे ने विद्यार्थियों को डिजिटल सॉल्यूशन देने के लिये प्रतीक माहेश्वरी के साथ गठजोड़ किया था, जिसके फलस्वरूप पीडब्ल्यू ऐप लॉन्च हुआ। यूट्यूब पर इस ब्राण्ड के अभी 10 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, प्लेस्टोर पर इसकी रेटिंग 4.9 है और इसके 50 लाख ऐप डाउनलोड्स हो चुके हैं। कंपनी ने 10 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को ऑनलाइन सेवा दी है।