एम एस एम ई स्टार्टअप फॉर्म भारत की बैठक उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सचिन गोयल की अध्यक्षता में संपन्न हुई


नोएडा (अमन इंडिया) । एम एस एम ई स्टार्टअप फॉर्म भारत की बैठक उत्तर प्रदेश अध्यक्ष  सचिन गोयल जी की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें नोएडा के वरिष्ठ समाजसेवी  मनीष गुप्ता को नोएडा संकल्प चैप्टर का अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी नोएडा के  शांतनु मित्तल को उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी नोएडा के  विक्रम सेठी को सचिव एवं डॉक्टर अमित शुक्ला


को समन्वयन की ज़िम्मेदारी दी गयी| इस बैठक मे  सचिन गोयल जी द्वारा सभी सदस्यों क़ो अप्वाइंटमेंट लेटर व प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया व सभी का एम॰एस॰एम॰ई॰ परिवार में स्वागत किया।


एमएसएमई एवं स्टार्टअप्स फोरम - भारत की ओर से सभी नॉएडा संकल्प चैप्टर के सदस्यों का 

एमएसएमई एवं स्टार्टअप्स फोरम - भारत में स्वागत किया गया। इस मौक़े पर प्रदेश अध्यक्ष  सचिन गोयल ने कहा कि एमएसएमई अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है। इस सेक्टर में 11 करोड़ रोजगार का सृजन हो रहा है। देश की जीडीपी में 30 प्रतिशत की सहभागिता हैं, आज खादी का भी विकास हो रहा है। आज दुनियाभर में खादी डेनिम निर्यात किया जा रहा है। बताया कि गांव को कच्चा माल उपलब्ध कराना बहुत जरूरी है, इसके लिए सरकार भी नित्य प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि जैविक खेती को बढ़ावा देना समय की मांग है। उन्होंने बताया बायो सीएनजी ट्रैक्टर लांच किया जा रहा है। इससे डेढ़ लाख से लेकर 3 लाख रुपये तक की बचत होती है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट सीएनजी पर आ गए हैं। एथेनाॅल पर आधारित वाहन लांच किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ट्राइबल अर्थव्यवस्था को समझने की जरूरत है। उसे हमारी सरकार समझ रही है। पूर्वोत्तर में 25000 करोड़ रुपये की लागत से बांस से अगरबत्ती, आइसक्रीम स्टिक इत्यादि बनाई जा रही है। 

स्फूर्ति योजना में अनेक क्लस्टर्स खोले जा रहे हैं। इस योजना के तहत 5 करोड़ रुपये तक का अनुदान दिया जाता है।

  

उन्होंने बताया कि आज देश में आठ लाख करोड़ रुपये का कच्चा तेल आयात किया जा रहा है। अब एथेनाॅल जो गन्ने से बन सकता है, इससे हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इस एथेनाॅल का पम्प भी आने वाला है। यूपी गन्ने का प्रदेश है। अगर यूपी के पेट्रोल पम्पों से एथेनाॅल आधारित ईंधन मिले तो आठ लाख करोड़ रुपये का आयात कम किया जा सकता है।

  

उन्होंने कहा कि निर्यात बढ़ाना जरूरी है। जैविक उत्पाद निर्यात किया जा सकता है। हमारे देश का आलू दुनिया में निर्यात हो रहा है। आॅटोमोबाइल सेक्टर में स्क्रैपिंग नीति लाई गई है। इससे वाहनों के पाट्र्स निर्यात करना संभव होगा। इससे एमएसएमई सेक्टर को मजबूती मिलेगी।

  

नकरात्मकता को हटाना पड़ेगा। आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी पूरा होगा जब स्मार्ट शहर के साथ स्मार्ट गांव बनेंगे। वो दिन आएगा जब लोग शहर छोड़कर अपने गांव की ओर लौटेंगे। देश में 22 लाख ड्रइवरों की कमी है। इसीलिए ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर को प्रश्रय दिया जा रहा है। एमएसएमई का समाधान और चैंपियन पोर्टल लगातार लोगों की सुनवाई के लिए सेवारत है।

  

भारत सरकार ने नई एग्रो एमएसएमई नीति बनाई है। वोकल4लोकल को बढ़ावा देने के लिए इस नीति के अंतर्गत कृषि उत्पादों और मैन्यूफैक्चरिंग को मजबूत बनाने हेतु कच्छा माल उपलब्ध कराया जाएगा। यह नीति कृषि एवं किसानों के विकास के लिए महत्वपूर्ण आयाम सिद्ध होगी। 

एमएसएमई सेक्टर का विकास आत्मनिर्भर भारत के महामंत्र के साथ किया जा रहा है। इसके लिए माननीय प्रधानमंत्री स्वयं संवेदनशील हैं।

  

इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष  सचिन गोयल, फोरम के मुख्य संरक्षक डा. विजय चैथाईवाले, एमएसएमई एवं स्टार्टअप्स फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मनोज कुमार शाह एवं राष्ट्रीय महासचिव श्री अमित पारिख ने सभी को बधाई दीं व ऊधमी हित में अधिक से अधिक कार्य करने पर बल दिया व जनवरी 2023 में लखनऊ में प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में जुड़ने का आह्वान किया।