डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए विधेयक लाएगी तामांग सरकार नई दिल्ली, 01 जुलाई: सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग ने राजकीय एसटीएनएम अस्पताल में आयोजित राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस समारोह में भाग लिया। राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस हर साल 1 जुलाई को डॉ. बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में मनाया जाता है, जो एक अनुकरणीय डॉक्टर और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री भी थे। इस दिन, डॉक्टरों का समाज के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा भाव के लिए आभार व्यक्त किया जाता है। इस साल डॉक्टर्स डे की थीम 'फैमिली डॉक्टर्स ऑन द फ्रंट लाइन' रही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री तामांग ने अपने संबोधन में राज्य और देश भर के सभी डॉक्टरों को हार्दिक बधाई दी। इस दिन के महत्व के बारे में बताते हुए, मुख्यमंत्री ने डॉ. बिधान चंद्र रॉय को श्रद्धांजलि दी। उन्होनें स्वास्थ्य क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बार में बताया। साथ ही सरकार के विजन को साकार करने में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के अथक परश्रिम और भूमिका को स्वीकार किया। इसके अलावा राज्य में चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों के प्रयासों की सराहना की, जिससे पड़ोसी क्षेत्रों के लोग भी चिकित्सा सेवाओं का लाभ पा रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने और नए बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए पर्याप्त वार्षिक बजट का आवंटन हो। सिक्किम गवर्नमेंट डॉक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा रखी गई एक मांग का जवाब देते हुए, मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सरकार आने वाले विधानसभा सत्र में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए विधेयक लाने की तैयारी करेगी। पूर्व में इस कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों के डॉक्टरों द्वारा रखी गई सभी मांगों पर भी विचार करने का मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया। साथ ही ये घोषणा की कि सरकार राज्य के सभी सरकारी कॉलेजों में एक-एक एम्बुलेंस उपलब्ध कराएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग को एसटीएनएम अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा तैयार किए गए स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री तामांग की पत्नी कृष्णा राय, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. एम.के. शर्मा, सलाहकार, स्वास्थ्य, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, अतिरिक्त मुख्य सचिव, वित्त, सीसीएस स्वास्थ्य, महानिदेशक सह सचिव स्वास्थ्य, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, डॉक्टर, सेवानिवृत्त डॉक्टर, नर्सिंग अधीक्षक और वरिष्ठ नर्सिंग स्टाफ, और विशेष आमंत्रित सदस्य मौजूद रहे।


नई दिल्ली (अमन इंडिया)।


सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग ने राजकीय एसटीएनएम अस्पताल में आयोजित राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस समारोह में भाग लिया।


राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस हर साल 1 जुलाई को डॉ. बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में मनाया जाता है, जो एक अनुकरणीय डॉक्टर और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री भी थे। इस दिन, डॉक्टरों का समाज के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा भाव के लिए आभार व्यक्त किया जाता है।


इस साल डॉक्टर्स डे की थीम 'फैमिली डॉक्टर्स ऑन द फ्रंट लाइन' रही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री तामांग ने अपने संबोधन में राज्य और देश भर के सभी डॉक्टरों को हार्दिक बधाई दी। इस दिन के महत्व के बारे में बताते हुए, मुख्यमंत्री ने डॉ. बिधान चंद्र रॉय को श्रद्धांजलि दी।


उन्होनें स्वास्थ्य क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बार में बताया। साथ ही सरकार के विजन को साकार करने में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के अथक परश्रिम और भूमिका को स्वीकार किया। इसके अलावा राज्य में चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों के प्रयासों की सराहना की, जिससे पड़ोसी क्षेत्रों के लोग भी चिकित्सा सेवाओं का लाभ पा रहे है।


उन्होंने कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने और नए बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए पर्याप्त वार्षिक बजट का आवंटन हो।


सिक्किम गवर्नमेंट डॉक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा रखी गई एक मांग का जवाब देते हुए, मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सरकार आने वाले विधानसभा सत्र में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए विधेयक लाने की तैयारी करेगी।


पूर्व में इस कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों के डॉक्टरों द्वारा रखी गई सभी मांगों पर भी विचार करने का मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया। साथ ही ये घोषणा की कि सरकार राज्य के सभी सरकारी कॉलेजों में एक-एक एम्बुलेंस उपलब्ध कराएगी।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग को एसटीएनएम अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा तैयार किए गए स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।


कार्यक्रम में मुख्यमंत्री तामांग की पत्नी कृष्णा राय, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. एम.के. शर्मा, सलाहकार, स्वास्थ्य, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, अतिरिक्त मुख्य सचिव, वित्त, सीसीएस स्वास्थ्य, महानिदेशक सह सचिव स्वास्थ्य, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, डॉक्टर, सेवानिवृत्त डॉक्टर, नर्सिंग अधीक्षक और वरिष्ठ नर्सिंग स्टाफ, और विशेष आमंत्रित सदस्य मौजूद रहे।