पीकमाइंड देगा परीक्षा देने वाले उम्मीदवार और उनके माता-पिता का स्ट्रेस कम करना और उनके डर को दूर करने में मदद करना

 पीकमाइंड ने इंजीनियरिंग एंट्रेंस, NEET के उम्मीदवारों के तनाव प्रबंधन और बेहतर प्रदर्शन के लिए जारी किया हेल्पलाइन नंबर



● पीकमाइंड का उद्देश्य है - परीक्षा देने वाले उम्मीदवार और उनके माता-पिता का स्ट्रेस कम करना और उनके डर को दूर करने में मदद करना


● हेल्पलाइन के माध्यम से, कंपनी के विशेषज्ञ उम्मीदवारों की चिंताओं को समझेंगे और उनका समाधान करेंगे। वे परीक्षा से पहले होने वाले तनाव से निपटने के लिए छात्रों को सुझाव देंगे और उन्हें अपनी एकाग्रता में सुधार लाने की रणनीतियां बताएंगे।



दिल्ली (अमन इंडिया)। JEE और NEET 2022 जैसी सबसे बड़ी इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाएं अब नज़दीक आ गई है, और युवा उम्मीदवारों के बीच इसका दबाव बढ़ रहा है। इन कठिन समय में छात्रों की मदद करने के लिए सामने आया है पीकमाइंड। यह कंपनी भारत में मानसिक शक्ति (mental strength) और शैक्षणिक प्रदर्शन में सुधार (performance boost) के लिए जानी जाती है। पीकमाइंड ने अपने प्रोग्राम ‘कम्पीट’ (COMPETE) के जरिये एक हेल्पलाइन शुरू की है।


COMPETE एक ऐसा प्रोग्राम है जिसके माध्यम से उम्मीदवारों को अपने प्रदर्शन, कौशल, और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के टिप्स दिए जायेंगे और परीक्षा के तनाव और घबराहट को कम करने के अन्य सुझाव भी दिए जायेंगे। परीक्षा की घड़ी करीब आते ही, छात्रों के तनाव का स्तर चरम पर होता है, और ऐसे वक़्त में यह ज़रूरी है कि उन्हें अच्छी रणनीतियों के बारे में बताया जाए ताकि स्ट्रेस उनके प्रदर्शन को नुकसान न पंहुचा सके। इसलिए COMPETE हेल्पलाइन के ज़रिये, छात्र कंपनी के विशेषज्ञ (experts) और परफॉरमेंस कोच (performance coach) से संपर्क कर सकते है। आम तौर पर, छात्रों के परिवार के सदस्य उनसे भी कही ज़्यादा तनावग्रस्त होते हैं, इसलिए माता-पिता को भी यह हेल्पलाइन सेवा उपलब्ध कराई गई है ताकि वे सकारात्मक रह सकें और यह भी सीख सकें कि कैसे बच्चे को प्रोत्साहित किया जाता है।


पीकमाइंड का उद्देश्य है छात्रों के डर को दूर करने में मदद करना और उन्हें विशेषज्ञों द्वारा परफॉरमेंस कोचिंग देना (one-on-one coaching), जिसके माध्यम से छात्र परीक्षा से पहले मानसिक रूप से शांत महसूस कर सकें। पीकमाइंड की टीम JEE और NEET के लिए तैयारी कर रहे हजारों छात्रों की मदद कर रही है, और उनके विशेषज्ञ अच्छी तरह से जानते है कि छात्र किन चुनौतियों का सामना करते हैं। सेवा का उपयोग करने के लिए, छात्र इन हेल्पलाइन नंबर +918045687786 या 08045687786 पर WhatsApp के माध्यम से 'COMPETE 2022' मैसेज भेज सकते है। इस सेवा को शुरू करने के लिए छात्र को अपना परिचय देना होगा। यह सेवा इस साल के प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों के लिए जुलाई 2022 के अंत तक मुफ्त है।


मार्च 2022 तक, भारत में 606 मेडिकल कॉलेज हैं, और इन कॉलेजों में पढाई करने वाले छात्रों की संख्या 90,675 है। हालांकि, NEET के लिए तैयारी करने वाले उम्मीदवारों की संख्या इस साल 18 लाख को पार कर गई है। इसी तरह 12 लाख से अधिक छात्र JEE Mains के लिए उपस्थित होंगे और लगभग 50,000 सीटों में अपनी एक जगह बनाने के लिए प्रयास करेंगे। यही कारण है कि स्थिति इतनी गंभीर है और छात्र अपनी सीट हासिल करने की दिशा में दौड़ रहे हैं, जिससे तनाव और चिंता बढ़ रही है। जहां एक तरफ, उम्मीदवारों के परिवार वाले, उनके दोस्त और शिक्षक उनका मनोबल बढ़ाने की पूरी कोशिश करते हैं। वही दूसरी तरफ, एक विशेषज्ञ की राये (expert opinion) लेना भी बहुत ज़रूरी होता है क्यूंकि विशेषज्ञ छात्रों को अपने अनुभव पर आधारित समाधान प्रदान कर सकते हैं।


हेल्पलाइन के लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, पीकमाइंड के सीईओ नीरज कुमार ने कहा, "भारत में इन प्रतियोगी परीक्षाओं को पास करना अभी भी सबसे बड़े पारिवारिक और सामाजिक सपनों में से एक है। मैं एक छोटे से शहर से आता हूं और मुझे याद है कि कैसे पूरे शहर ने आईआईटी (IIT) में मेरे चयन का जश्न मनाया था। लेकिन मुझे यह भी याद है कि मेरे कई होनहार साथियों को निराशा का सामना करना पड़ा था क्यूंकि उनका चयन नहीं हुआ था । प्रतियोगी परीक्षाओं को पास करने की इस दौड़ में छात्रों की कई वर्षों की कड़ी मेहनत, जुनून, भावनाएं और आशाएं जुड़ी होती है। 

हालांकि अंतिम चयन रैंक पर ही आधारित होता है, लेकिन इन प्रतियोगी परीक्षाओं का एक प्रमुख उद्देश्य यह होता है कि प्रत्येक छात्र को इस परीक्षा के माध्यम से खुद को बेहतर बनाने और जीवन में आगे बढ़ने में मदद मिल सके।


योग्यता की जीत ज़रूर होनी चाहिए, लेकिन आशा और उम्मीद कभी हारनी नहीं चाहिए।


पीकमाइंड का मिशन है कि हर छात्र अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे, लेकिन कोई भी छात्र परीक्षा के स्ट्रेस, डर, कौशल की कमी, परिवार या समाज के दबाव की वजह से कोई चरम कदम न उठाये जैसे आत्महत्या, मादक द्रव्यों का सेवन, आदि। इसलिए हमारा एक ही उद्देश्य है - अब हर बच्चा करेगा अच्छा!”


जानिए पीकमाइंड के बारे में:


पीकमाइंड किशोरों (teenagers) को सशक्त बनाने में मदद करता है ताकि वे प्रतिस्पर्धी और आशावादी बने और जीवन में सफलता की ओर बढ़ सकें। इससे वे बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे, मानसिक रूप से मजबूत बनेंगे और अपने हुनर और क्षमता को निखार सकेंगे।


पीकमाइंड ने एक प्रोप्राइटरी प्राइम फ्रेमवर्क (proprietary PRIME framework) बनाया है जिसमे शामिल है - प्रदर्शन (Performance), तन्यकता (Resilience) और मानसिक शक्ति (Mental Strength ), बुद्धि (Intellect), सचेतन (Mindfulness) and भावनात्मक कल्याण (Emotional वेल्बीइंग)। यह एक वैज्ञानिक समाधान है जो व्यवहारपरक विज्ञान (Behaviour science), सकारात्मक मनोविज्ञान (Positive Psychology),व्यावहारिक मनोविज्ञान (Applied Psychology) और परफॉरमेंस कोचिंग (Performance Coaching) पर आधारित है।