सीआईआई-युवा भारतीयों ने राष्ट्रीय निबंध लेखन प्रतियोगिता शुरू की


 दिल्ली / नोएडा (अमन इंडिया)।


सुरेश प्रभु, पूर्व कैबिनेट मंत्री ने होटल क्लैरिज के दिल्ली में आयोजित एक इंटरैक्टिव सत्र में आज देश भर के स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए सीआईआई-यंग इंडियंस राष्ट्रीय निबंध लेखन प्रतियोगिता का उद्घाटन किया।

भारतीय स्वतंत्रता के 75वें वर्ष और युवा भारतीयों के 20वें वर्ष के उपलक्ष्य में, सीआईआई - YI उत्सव मना रहा है और इसने साहित्य, प्रदर्शन कला, विज्ञान महोत्सव, फिल्म और मीडिया, खेलों और नेतृत्व चुनौती के आसपास पूरे वर्ष गतिविधियों की एक श्रृंखला की योजना बनाई है।

राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता उन कार्यक्रमों में से एक है, जिसमें छात्र जिस कक्षा में पढ़ रहा है, उसके आधार पर कई श्रेणियों में आयोजित की जा रही घटनाओं की श्रृंखला में से एक है। भागीदारी मुफ्त होगी और बच्चे अपनी प्रविष्टियाँ अंग्रेजी या हिंदी में भेज सकते हैं।

उद्घाटन करते समय प्रभु ने यंग इंडियन के सदस्यों के साथ बातचीत के दौरान, जो मुख्य रूप से पेशेवर और उद्यमी हैं, अपनी यात्रा और जीवन के अनुभवों के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने रोजगार, भारतीय अर्थव्यवस्था, शिक्षा, क्रिप्टोकुरेंसी और आज के युवा कैसे योगदान दे सकते हैं और राष्ट्र के विकास में कैसे भाग ले सकते हैं, जैसे विभिन्न विषयों पर अपने विचार साझा किए।

 रोहित पुरी, नेशनल को-चेयर, इंडिया @ 75 इनीशिएटिव्स ने कहा, "YI उत्सव भारतीय स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का जश्न मनाने और हमारे महान राष्ट्र की समृद्ध संस्कृति, ज्ञान और विविधता का लाभ उठाने वाले हमारे देश की उभरती प्रतिभा को पहचानने का एक मंच है। प्रस्ताव। सीआईआई - यी यी उत्सव के माध्यम से अपने मजबूत नेटवर्क का उपयोग भारतीय सरकार के उत्सव - आजादी का अमृत महोत्सव में भी सह-भागीदार बनने के लिए करेगा।

 रोहन रोहतगी, चेयर, YI नोएडा ने कहा, "जल्द ही यी एक यी उत्सव परेड की घोषणा करेंगे, जो 12 अगस्त को पूरे देश में आयोजित की जाएगी, जिसमें सांस्कृतिक विविधता और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को दिखाया जाएगा।"

 गौरव मित्तल, सह अध्यक्ष, YI नोएडा, ने कहा, “मि. प्रभु ने एक पेशेवर सीए बनने से लेकर विभिन्न मंत्रालयों को संभालने और अब एक विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बनने तक की अपनी यात्रा के दौरान कई टोपी पहनी हैं। अर्थव्यवस्था, राजनीति और शिक्षा ऐसे पहलू हैं जो हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। श्री प्रभु के साथ बातचीत से हमें इन विषयों पर कई दृष्टिकोण मिले।