भारत को बिजनेस के लिए मुनाफेवाले गंतव्य के रूप में पेश किया
नई दिल्ली (अमन इंडिया)। ईपीसीएच ने 24 से 26 मई, 2022 को आयोजित डिजाइन फेयर- इंडेक्स 2022 में अपने सदस्य निर्यातकों के साथ एक एक्सक्लूसिव पवेलियन स्थापित किया.
ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि ईपीसीएच इंडिया पवेलियन का उद्घाटन दुबई स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास में महावाणिज्य दूत डॉ. अमन पुरी ने ईपीसीएच सीओए के सदस्य राजेश कुमार जैन, केंद्रीय क्षेत्रीय समिति ईपीसीएच के सदस्य अभिषेक जिंदल और भाग ले रहे निर्यातकों की मौजूदगी में किया।
ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने इसके बाद बताया कि इस वर्ष इंडेक्स मेले में ईपीसीएच द्वारा स्थापित विशेष हस्तशिल्प पवेलियन में 50 में से 29 भारतीय कंपनियों ने भाग लिया. निर्यातक सदस्यों को उनके कैंडल, लकड़ी की हस्तशिल्प वस्तुएं, टेक्सटाइल फर्निशिंग, चमड़े के उत्पाद, लैंप व लाइटिंग, चीनी मिट्टी की वस्तुएं और रग्स व कारपेट के विशेष उत्पाद रेंज पर खरीदारों से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली. कोविड महामारी के कारण दो साल के अंतराल पर आयोजित इंडेक्स 2022 में 500 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया और 20,000 से अधिक बिजनेस आगंतुकों को आकर्षित किया. इस दौरान मुरादाबाद के जाने माने सदस्य निर्यातक व ईपीसीएच के सीओए के सदस्य अशोक अरोड़ा और मोहम्मद शम्सी ने ईपीसीएच पवेलियन का दौरा किया।
ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात समेत मध्यपूर्व के देश भारतीय हस्तिशिल्पों के लिए महत्वपूर्ण हैं जहां 2485.74 करोड़ रुपये का निर्यात होता है. उन्होंने कहा कि हाल ही में हस्ताक्षरित भारत-यूएई मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वाना क्षेत्र (पश्चिम एशिया और उत्तर अफ्रीका क्षेत्र) में निर्यात बढ़ाने में सहज किरदार अदा करेगा।
ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और प्रतिस्पर्धी कीमतों पर एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है।