लेखक सुमिंद्र चौधरी ने पूरी तरह से व्हाट्सएप पर लिखी की गई और भाषा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित अपनी 03 पुस्तकों के लिए 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' मिला



नोएडा (अमन इंडिया)। नोएडा के जाने-माने लेखक सुमिंद्र चौधरी ने पूरी तरह से व्हाट्सएप पर लिखी की गई और भाषा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित अपनी 03 पुस्तकों के लिए 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' में जगह बनाई। अपनी तरह की अनूठी पहल के रूप में माने जाने वाले, इन तीन पुस्तकों में कुल 120000 शब्द शामिल हैं। 


चौधरी ने पिछले साल घातक कोविड-19 महामारी के दौरान लगाए गए लॉक डाउन के समय एक के बाद एक पुरे 03 पुस्तकें लिखीं।


अपने आप को साहित्यिक इंजीनियर कहने वाले सुमिंद्र, मूल रूप से असम के रहने वाले हैं और मुख्य रूप से असमिया में लिखते हैं। उनके लेख नियमित रूप से असम में कई प्रसिद्ध और व्यापक रूप से पढ़े जाने वाले समाचार पत्रों द्वारा प्रकाशित किए जाते हैं। 


यद्यपि वे पेशे से एक यांत्रिकी अभियंता हैं, उन्हें लेकिन एक स्तंभकार और लेखक के रूप में अधिक प्रसिद्धि मिली है। वर्तमान में नॉएडा स्थित एक जापानी बहुराष्ट्रीय कंपनी के लिए काम कर रहे सुमिंद्र ने कम उम्र में ही लिखना शुरू कर दिया था। तमाम विषयों पर रुचि रखने वाले, मिजोरम की पटभूमि पर लिखे गए सुमिंद्र की पुस्तक को पाठकों से काफी सराहना मिली हे। और इसे गुवाहाटी विश्वविद्यालय द्वारा एक शोध सामग्री के रूप में मान्यता दी जा चुकी है। उल्लेखनीय बात यह हे, जब दुनिया महामारी के दौरान संघर्ष कर रही थी, अपने भावनाओं को संजोये हुए, उन्होंने चुपचाप दो उपन्यास और लेखों का एक संग्रह पूरा किया।