इस महिला दिवस एक सतत भविष्य के लिए फाईनेंशल बॉस लेडी बनें विनीत कपाही हेड ऑफ मार्केटिंग अवीवा इंडिया
दिल्ली (अमन इंडिया)। वो दिन लद गए जब परिवार का मुख्य कमाऊ सदस्य पुरुष हुआ करते थे। समाज आज भी आय अर्जन में महिलाओं की भूमिका या वित्तीय निर्णय लेने में उसके अधिकार को स्वीकार नहीं करता। आज की महिलाएं किसी से कम नहीं और हर क्षेत्र में पुरुषों को बराबर की टक्कर देती हैं। इस बात में कोई संदेह नहीं कि महिलाएं हर चीज में उत्तम होती हैं और मल्टीटास्किंग होती हैं। काम और निजी जीवन के बीच के संघर्ष में वो खुद का ख्याल रखना अक्सर भूल जाती हैं। खासकर सिंगल पैरेंट, विधवा, तलाकशुदा होने पर उनके ऊपर अपने घर संभालने और चलाने की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। अब महिलाएं आत्मनिर्भर एवं वित्तीय रूप से सुरक्षित होने पर अपना ध्यान केंद्रित करने लगी हैं।
महिला हो या पुरुष, व्यक्ति को सदैव जीवन की अनिश्चितताओं के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए। रूढ़िवादी विचारों से लड़ते हुए और अपने प्रियजनों का ख्याल रखते हुए, महिलाएं सुपरहीरो की भूमिका निभाती हैं। वित्तीय स्वतंत्रता व्यक्तिगत सशक्तीकरण का एक रूप है, लेकिन अनेक बाधाएं महिलाओं को वित्तीय दुनिया में बराबरी का हिस्सा लेना और आगे बढ़ना मुश्किल बना देती हैं।
महिलाओं को वित्तीय आत्मनिर्भरता हासिल कर पूरा नियंत्रण अपने हाथों में लेने का समय आ गया है। यदि आप वित्त का प्रबंधन करने में रुचि नहीं भी रखतीं, तब भी वित्त के विभिन्न तत्वों को समझने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाएं, जिससे आपका पैसा बढ़ने में मदद मिले। साथ ही शादी के बाद अचानक अपना व्यक्तिगत खाता बंद न करें। इस महिला दिवस पर अपने लिए एक जीवन बीमा पॉलिसी खरीदें। इसलिए, आज, चलिए हम सब एक सतत भविष्य के लिए लैंगिक असमानता से लड़ने का संकल्प लें।
विनीत कपाही, हेड ऑफ मार्केटिंग, अवीवा इंडिया बता रहे हैं कि महिलाओं को जीवन बीमा में निवेश क्यों करना चाहिए
1. सुरक्षा की भावना
लोग अपनी शादी, शिक्षा, हाउसिंग आदि के लिए वित्त की योजना बनाया करते हैं। हालांकि इन महत्वपूर्ण अवसरों के लिए योजना बनाने के दौरान व्यक्ति जीवन की कुछ निश्चित घटनाओं के लिए योजना बनाना भूल जाता है। जीवन बीमा होने पर किसी भी अनिश्चितता की स्थिति में, आपके परिवार को एक टैक्स-फ्री कैश राशि प्राप्त होती है, जिसका उपयोग जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जा सकता है। बीमा से मिला पैसा दैनिक खर्चों की पूर्ति कर सकता है, वित्तीय दबाव को कम कर सकता है, और उन उद्देश्यों के लिए राशि प्रदान कर सकता है, जिन्हें मिलकर पूरा करने के लिए आपने कड़ी मेहनत की थी। इसके अलावा, जीवन बीमा का पेआउट आपके परिवार के किन्हीं अन्य कर्जों को चुकाने में भी मदद कर सकता है।
2. बुरे समय की तैयारी
पिछले दो साल हम सभी के लिए मुश्किल रहे। हम सभी ने जाना कि जीवन कितना अनिश्चित है। इस वक्त ने बीमा की जरूरत को बल दिया। जीवन बीमा आपके प्रियजनों को इस तरह के अप्रत्याशित समय से बचाने और आपके न होने पर भी उन्हें अपने खर्च चलाने में मदद करने के लिए एक श्रेष्ठ समाधान है।
3. जनसमूह को शिक्षित करना
कहा गया है, ‘‘यदि आप एक महिला को शिक्षित करते हैं, तो आप एक देश को शिक्षित करते हैं।’’ यदि महिला को जीवन बीमा पॉलिसी मिलती है, तो वह अपनी सहेलियों और रिश्तेदारों को उसके बारे में बताती है। इसलिए इसका प्रभाव कई गुना पड़ता है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके बारे में पता चलता है, जिससे वित्तीय साक्षरता आती है।
4. रूढ़ियों को तोड़ना
जीवन बीमा को अक्सर केवल पुरुषों की संपत्ति माना जाता है। सन 2022 में इस रूढ़ि को तोड़ने का समय आ गया है। बीमा कंपनियां महिलाओं का बीमा पुरुषों के बीमा के मुकाबले कम कीमतों में प्रस्तुत कर रही हैं, ताकि महिला उपभोक्ता इसकी ओर आकर्षित हों। यह पैटर्न तब तक जारी रहेगा जब तक जीवन बीमा की दुनिया में पर्याप्त महिलाएं उतर नहीं जाएंगी।
प्यार और देखभाल की अभिव्यक्ति का इससे अच्छा और कोई तरीका नहीं हो सकता कि आप निस्वार्थ भाव से परिवार का वित्तीय भविष्य सुरक्षित करें। अपने परिवार की वित्तीय जरूरतों के अनुरूप एक जीवन बीमा पॉलिसी लेकर सुनिश्चित करें कि जब आप अपने परिवार के बीच जीवित मौजूद न हों, तब भी वित्तीय रूप से आप उनकी देखभाल करती रहें। उनके लिए आपका यह उपहार और ज्यादा आसान हो जाएगा, जब आपको यह मालूम होगा कि भविष्य में आपके परिवार का ख्याल रखा जाएगा। महिलाओं के लिए अपने जीवन का नियंत्रण अपने हाथ में लेने का समय आ गया है, क्योंकि कहा गया है, ‘‘जो हाथ पालना संभालते हैं, वो दुनिया भी संभाल सकते हैं