तापमान बढ़ने से डायरिया और वायरल बुखार की मार : डॉ डीके गुप्ता



नोएडा (अमन इंडिया)।


तेजी से बदलते मौसम और दिन पर दिन चढ़ते तापमान ने गर्मी जनित बीमारियों ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। गलत खानपान से बच्चे डायरिया और वायरल बुखार की चपेट में आ रहे रहे हैं।

फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ डीके गुप्ता ने बताया कि दिन में गर्मी होने लोगों ने पंखा, कूलर, एसी का प्रयोग करना शुरू कर दिया है। ऐसे में संक्रमण सहित तमाम बीमारियों के होने का संभावना बढ़ जाती है। इसलिए खानपान पर ध्यान दें। क्योंकि तापमान में बदलाव से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर पड़ रहा है। मौसम में बदलाव के कारण सबसे ज्यादा बच्चों की सेहत प्रभावित हो रही है। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूल जाने वाले बच्चों में होती है, क्योंकि बच्चे बाहर की खाद्य सामग्री ज्यादा खाते हैं, जो संक्रमण का कारण बन बच्चों को बीमार कर सकता है। बच्चों को बाहर की चीजों की जगह लंच में पोषक तत्व युक्त आहार दें। डिब्बाबंद जूस की जगह साबुत फल एवं भोजन में हरी सब्जियां व दालों का सेवन कराएं। गर्मी बढ़ने पर बच्चों में डायरिया के ज्यादा मामले आ रहे हैं। इनमें दो से पांच गंभीर हालत में रहते हैं। उल्टी-दस्त होने पर बच्चे को ओआरएस का घोल पिलाएं और चिकित्सक को दिखाएं। सबसे ज्यादा उल्टी-दस्त, पेट दर्द के मरीज ज्यादा हैं। गर्मी बढ़ने से पेट जनित बीमारियां ज्यादा होती हैं, तापमान जैसे-जैसे बढ़ रहा है। पेट दर्द, उल्टी-दस्त, बुखार के मरीज बढ़ने लगे हैं। डायरिया पाचन तंत्र संबंधित एक विकार या डिसऑर्डर है। समस्या होने पर मल पानी की तरह पतला होता है। आंत से संबंधित यह रोग मुख्य रूप से रोटावायरस के कारण होता है। यदि लोग प्रॉपर हाइजीन बनाए रखने के साथ ही स्ट्रीट फूड खाने से बचें और साफ-स्वच्छ पानी पिएं, तो वायरस और बैक्टीरिया के कारण होने वाले डायरिया को रोका जा सकता है।