भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर दुनिया का सबसे बड़ा सम्मेलन

 भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर दुनिया का सबसे बड़ा सम्मेलन


, AI की फील्ड में 30 कंपनियों ने जीते पुरस्कार 


• केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा, समाज के लाभ के लिए टेक्नोलॉजी को जिम्मेदारी की भावना से विकसित किया जाए 


• आईबीएम को फाइनेंशियल सर्विसेज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सबसे बेहतरीन इस्तेमाल का पुरस्कार 


• बोस्टन आईवीवाई हेल्थकेयर सोल्यूशंस स्वास्थ्य रक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सबसे बेहतर इस्तेमाल करने के लिए सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित

नई दिल्ली (अमन इंडिया)। ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड अवॉडर्स (जीएआईएसए) के दो दिवसीय दूसरे संस्करण का आयोजन बुधवार को ऑल इंडिया काउंसिल फॉर रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन (एआईसीआरए) की ओर से किया गया। सम्मेलन को नीति आयोग का समर्थन प्राप्त था। सम्मेलन का समापन भव्य पुरस्कार वितरण समारोह के साथ किया गया। इस समारोह में 30 कंपनियों को विभिन्न क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बेहतर इस्तेमाल के लिए पुरस्कार किया गया। सम्मेलन में एआई के क्षेत्र में दुनिया भर की दिग्गज कंपनियां एकत्र हुईं। केंद्रीय योजना राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रसार), कॉरपोरेट मामलों के मंत्री तथा सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्री राव इंद्रजीत सिंह इस समारोह के मुख्य अतिथि थे। राव इंद्रजीत सिंह ने पुरस्कार विजेताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “सभी टेक्नोलॉजी को जिम्मेदारी की भावना से विकसित किया जाना चाहिए, ताकि इससे समाज को बड़े पैमाने पर लाभ हो।“

ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड अवॉडर्स (जीएआईएसए) में सात पैनल डिस्कशन हुए। सम्मेलन में पांच मुख्य वक्ताओं ने अपने विचार रखे। उन्होंने स्वास्थ्य रक्षा, कृषि, शिक्षा, स्मार्ट सिटीज, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट मोबिलिटी और ट्रांसपोर्टेशन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल पर अपने विचार रखे। पुरस्कार की 31 श्रेणियां बनाई गई थीं।


फाइनेंशियल सर्विसेज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में सबसे बेहतरीन इस्तेमाल का पुरस्कार आईबीएम को दिया गया। यह ऑटो इंश्योरेंस इंडस्ट्री के लिए अपनी तरह का पहला सोल्यूशन था। यह एक मोबाइल ऐप है, जो क्लाइंट्स के सिस्टम के साथ एकीकृत होकर उन्हें बेहतरीन अनुभव प्रदान करती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इंजन फोटो का विश्लेषण करता है और केवल कुछ ही सेकेंड में उन पाटर्स की लिस्ट जेनरेट करता है, जिन्हें बदला जाना है या जिन्हें रिपेयर किया जाना है। सीडीएटी एक विश्लेषणात्मक मॉडल है, जो संज्ञानात्मक छवि विश्लेषण का लाभ उठाकर तथा एडवांस्ड कंप्यूटर विजन और डीप न्यूरल बेस्ड तकनीक का इस्तेमाल कर यह वाहन में आई खराबी के प्रकार और उसकी सीमा का आकलन करता है। इस सोल्यूशन से क्लेम के निपटारे के समय और लागत अनुकूलता हासिल करने में 30 फीसदी कटौती करने में मदद मिली। 


नियम और निर्देश के अनुसार विश्लेषण का सर्वश्रेष्ठ इस्तेमाल करने का पुरस्कार भी आईबीएम ने ही जीता। आईबीएम ने दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी में से एक भारत के लिए अप्रत्यक्ष कर संग्रह के ट्रांजेक्शन का विश्लेषण करने के लिए इंटर-कनेक्टेड मशीन लर्निंग मॉडल्स का इकोसिस्टम बनाया। डाटा साइंटिस्ट्स की प्रोजेक्ट टीम ने बिग डाटा प्लेटफॉर्म के लिए कई मशीन लर्निंग तकनीक को विकसित किया। इससे बड़ी संख्या में हुए ट्रांजेक्शन का विशेलेषण किया गया। 


बोस्टन आईवीवाई हेल्थकेयर सोल्यूशंस को स्वास्थ्य रक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बेहतरीन इस्तेमाल करने के लिए सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया। इससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग से लैस अस्पताल के प्रॉडक्ट्स की लिस्ट के प्रबंधन की मौलिकता और सरलता भी उभरकर सामने आई। इससे सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन का भी पूर्वानुमान लगाया गया। वीआईजेडआई को अस्पताल में नेशनल पेंटेंट इनवेंट्री मैनेजमेंट का दर्जा दिया गया।  


गौरतलब है कि एआईसीआर एक गैरलाभप्रद संस्था है, जो रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और एजुकेशन इंडस्ट्री के लिए मानक तय करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह विभिन्न तरह की कठिन तकनीकी समस्याओं को सुलझाने में 3500 से ज्यादा सदस्य संस्थाओं और प्रोफेशनल्स की मदद करती है। इसी के साथ संस्था ने अपनी नेतृत्व क्षमता और व्यक्तिगत करियर की संभावनाओं को भी बढ़ाया है। 2014 में स्थापित एआईसीरआर का निरंतर प्रयास रोबोटिक्स और ऑटोमेशन इंडस्ट्री का समर्थन करना रहा है। इसके साथ ही यह अन्य संस्थाओं को कई क्षेत्रों, जैसे गुणवत्ता के आश्वासन, ट्रेन द ट्रेनर (टीटीटी) अकेडेमी को या तो प्रत्यक्ष रूप से या साझेदारी के माध्यम से सपोर्ट सिस्टम भी प्रदान करता है। लोगों में अतिरित कौशल का विकास करने के लिए प्राइवेट सेक्टर के नेतृत्व में किए गए जा रहे प्रयासों पर फोकस कर रहा है। एआईसीआरए का पूरा ध्यान नीतियों के माध्यम से ऑटोमेशन सेक्टर से एकीकृत होने वाला आधारभूत ढांचा तैयार करन पर है। यह इस सेक्टर की क्षमता को उजागर करने और नए सेक्टरों पर प्रभाव जमाने के लिए रणनीतिक दिशा तय करने में मदद करती है।