वर्क फ्रॉम होम के युग में अपने दिल का ख्याल रखे: विनीत कपाही



, हेड ऑफ मार्केटिंग, अवीवा इंडिया

 

दिल्ली (अमन इंडिया)। कोरोना महामारी के कारण लग प्रतिबंधों ने वर्किंग फ्रॉम होम सामान्य जीवनशैली का हिस्सा बना दिया। घर से काम करना एक या दो दिन तक तो बहुत अच्छा लगता है, लेकिन लंबे समय तक वर्क फ्रॉम होम करने से स्वास्थ्य पर बुरा असर हो सकता है। मई, 2021 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने पाया कि दिन में लंबे समय तक काम करने से दिल की बीमारी और दिल के दौरे के कारण होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है। यह तो हम सभी को मालूम है कि दूर बैठकर काम करके वायरस को फैलने से प्रभावशाली तरीके से रोका जा सकता है, इसलिए हम इसे नकार नहीं सकते। अतः हमें इसके कारण स्वास्थ्य को होने वाली समस्याओं का समाधान करने और अपने स्वास्थ्य की रक्षा करने के उपाय करना जरूरी है।

इस बार विश्व स्वास्थ्य दिवस पर अवीवा इंडिया के हेड ऑफ मार्केटिंग, विनीत कपाही वर्क फ्रॉम होम के युग में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने के उपाय बता रहे हैं।


1. सेहतमंद आहार लें

आप जो कुछ भी खाते हैं, उससे आपका शरीर प्रभावित होता है। इसलिए एक सेहतमंद दिल पाने के लिए सेहतमंद आहार लेना जरूरी है। आपका आहार पोषणयुक्त होना चाहिए। आपके आहार में फल, सब्जियां, खड़े अनाज और डेयरी उत्पाद शामिल होने चाहिए। काम करते वक्त आपका मन चिप्स या चॉकलेट खाने को होगा, लेकिन आप इनकी जगह ड्राई फ्रूट और फल खाना शुरू करें।

 

2. व्यायाम करने के लिए समय निकालें

हर किसी पर काम और व्यस्त दिनचर्या का बोझ है, लेकिन नियमित तौर पर हल्का व्यायाम करना बहुत जरूरी है। यदि आप अपनी दिनचर्या में पूरे दिन कठोर वर्कआउट को शामिल नहीं कर सकते हैं, तो उसके कारणों को देखें और योगा एवं सरल व्यायाम, जैसे सिट-अप, पुश-अप आजमाएं। इनके लिए किसी उपकरण की जरूरत नहीं होती और इनमें कम समय लगने के बाद भी ये बहुत प्रभावशाली व्यायाम हैं। वॉकिंग से मूड अच्छा होता है, रचनात्मकता का विकास होता है और ध्यान केंद्रित होता है। यह आपकी सेहत व प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए उत्तम है।


3. ब्रेक लें

अनेक लेखक लिख चुके हैं, ‘‘आपके स्वास्थ्य पर विराम लगे, इससे पहले काम से विराम लें।’’ घंटों तक एक ही अवस्था में बैठे रहने से आपके शरीर को नुकसान होता है। एक कमरे से दूसरे कमरे में घूम लेने, परिवार के सदस्यों से थोड़ी बात कर लेने से एक सेहतमंद दिल बनाए रखने में काफी मदद मिलती है। जिन व्यवसायों में काफी ज्यादा स्क्रीन टाईम की जरूरत होती है, उनमें नियमित समयांतर पर ब्रेक लेना, थोड़ा सा वॉक करना, स्ट्रेच करना, काम पर वापस जाने से पहले ग्रीन टी या पानी पीना काफी अच्छा रहता है। 


4. जरूरत से ज्यादा काम करने और स्ट्रेस से बचें

मानसिक स्वास्थ्य एवं शारीरिक स्वास्थ्य एक दूसरे से जुड़े होते हैं। कोरोना महामारी के कारण परिस्थितियां बहुत जल्दी तनावपूर्ण बन जाती हैं। बहुत ज्यादा तनाव से दिमाग के उस हिस्से में गतिविधि बढ़ जाती है, जिससे भावनाएं नियंत्रित होती हैं और दिल पर दबाव पड़ने लगता है। इससे कार्डियोवैस्कुलर बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है। योगा और मेडिटेशन के द्वारा अपने तनाव को नियंत्रित करें। हर रोज इस तरह के छोटे-छोटे उपायों से दिल का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित हो सकता है।


5. अपने दिल के स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए समय निकालें

अपनी सेहत का ख्याल रखना और सावधानियां बरतना बहुत आवश्यक है। दिल से संबंधित समस्याओं की बात आती है, तो लोगों की प्रवृत्ति हल्के लक्षणों को नजरंदाज करने की होती है। कभी-कभी तो लक्षण दिखाई भी नहीं देते। इसलिए अपने दिल के स्वास्थ्य को समझने और इस पर नजर रखने के लिए कुछ समय निकालना जरूरी है। छोटे-छोटे उपाय, जैसे ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखना और दिल की बीमारी से जुड़े परिवार के इतिहास को जानना, फुल बॉडी चेक-अप कराना काफी आवश्यक है।


6. वित्तीय रूप से तैयार रहें

आज की तेज दुनिया में व्यक्ति को अनिश्चितताओं के लिए तैयार रहना चाहिए। दिल से संबंधित बीमारी का अनुमान लगाना कठिन है, इसलिए एक सेहतमंद दिल और सुरक्षित भविष्य के लिए इंश्योरेंस कराना काफी जरूरी है। इस समय लोगों को लिक्विडिटी की बड़ी समस्या है। इसलिए, व्यक्ति को मेडिकल आकस्मिकताओं के लिए खुद को कम्प्रेहेंसिव इंश्योरेंस प्लान द्वारा सुरक्षित कर लेना चाहिए। निवेश के विकल्प चुनने में भविष्यगामी सोच रखनी चाहिए और ऐसे इंश्योरेंस प्लान चुनने चाहिए, जो कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों के लिए कवरेज दें और इलाज का खर्च चाहे जितना हो, वो हर स्थिति में लंप-सम पे-आउट प्रदान करें। 

वर्क फ्रॉम होम के कारण जीवनशैली में बड़ा परिवर्तन आया है। आपको अपनी जीवनशैली का अभ्यस्त होने में समय लग सकता है। इस समय सबसे अच्छा तरीका है कि छोटे-छोटे परिवर्तन किए जाएं और लंबे समय में उनका सकारात्मक प्रभाव देखने के लिए उनमें स्थिर रहा जाए। हो सकता है कि आपके साथी, दोस्त, या परिवार भी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हों; आप दिल का ख्याल रखने के ये सुझाव उनसे भी साझा करें।