ऑर्गेनाइजेशन ने अपने आर्टपार्क इनोवेशन प्रोग्राम के तहत पहले से ही छह स्टार्टअप्स को उनकी ग्रूमिंग जरूरतों के आधार पर चुना है और उनका लक्ष्य वैश्विक स्तर पर उनकी मदद करना है
दिल्ली(अमन इंडिया)। भारत में विश्व स्तर पर अग्रणी एआई और रोबोटिक्स इनोवेशन इकोसिस्टम बनाने पर फोकस के साथ बैंगलोर स्थित नॉट-फॉर-प्रॉफिट फाउंडेशन एआई एंड रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी पार्क (आर्टपार्क या ARTPARK) ने भारत में एक इनोवेशन प्रोग्राम शुरू किया है। आर्टपार्क इनोवेशन प्रोग्राम या AIP, एआई और रोबोटिक्स आधारित टेक्नोलॉजी इनोवेशन और उसके नए प्रोडक्ट्स व सर्विसेस में बदलाव को बढ़ावा देने के लिए कंपनी के मिशन के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। 100 मिलियन डॉलर का वेंचर फंड स्टार्टअप्स को अधिक जोखिम और चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों के भीतर विकसित रिसर्च इनोवेशंस और प्रोडक्ट्स और कंपनियों में उनके कन्वर्जन के बीच मौजूद 'ट्रांसलेशन गैप' को खत्म करना है। इन विश्वविद्यालयों में कई इनक्यूबेटर स्थापित किए गए हैं, फिर भी एक सुसंगत और स्ट्रैटेजिक प्रोग्राम की कमी है जो व्यवस्थित रूप से अच्छे एकेडेमिक रिसर्च को भविष्य के बाजार के लिए तैयार प्रोडक्ट्स और सर्विसेस में बदलने में मदद कर सके। आर्टपार्क इनोवेशन प्रोग्राम इन कमियों को दूर करने के लिए विकसित किया गया है। यह इन विचारों को बढ़ावा देगा, टेक्नोलॉजी बनाने में मदद करेगा, उन कंपनियों के लिए बाहरी सह-संस्थापक हासिल करने में मदद करेगा जिनके पास बाजार, प्रोडक्ट डिजाइन और सेल्स में विशेषज्ञता है और उन्हें काम शुरू करने के लिए सीड इन्वेस्टमेंट भी प्रदान करेगा।
इस घटनाक्रम पर बोलते हुए आर्टपार्क के सह-संस्थापक और सीआईओ सुभाशीष बनर्जी ने कहा, “हमने भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम में टेक्नोलॉजी के नेतृत्व वाले इकोनॉमिक डेवलपमेंट और इनोवेशन के लिए इस इनोवेशन प्रोग्राम को शुरू किया है जो आगे चलकर एक आत्मनिर्भर भारत के विजन को जोड़ सकता है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने पहले ही आर्टपार्क इनोवेशन प्रोग्राम के पहले बैच में छह कंपनियों का चयन कर लिया है। हम उनके साथ मिलकर काम करेंगे ताकि वे भविष्य में भारत के डीप टेक्नोलॉजी यूनीकॉर्न के रूप में उभर सकें। हमारे पास एक ग्लोबल रूप से जुड़ी इन्वेस्टमेंट कमेटी भी है जो हमें उन कंपनियों को चुनने और सपोर्ट करने की अनुमति देती है जो न केवल भारत में बल्कि ग्लोबल मार्केट में भी प्रतिस्पर्धी हो सकती हैं। ”
एआईपी के तहत चार प्रमुख प्रोग्राम तैयार किए गए हैं जिनमें आर्टपार्क-स्पार्क, आर्टपार्क-इग्नाइट, आर्टपार्क-टर्बो और आर्टपार्क-बूस्ट शामिल हैं। गैर-लाभकारी संगठन का इनोवेशन प्रोग्राम प्रत्येक श्रेणी के तहत विभिन्न स्टार्टअप का चयन करता है, जो उनकी ग्रूमिंग जरूरतों के आधार पर बनाया गया है और उनका उद्देश्य ग्लोबल स्तर पर उनकी मदद करना है।
जबकि आर्टपार्क-स्पार्क हाल ही में पास हुए और युवा फैकल्टी के लिए 6 महीने का स्टार्ट-अप प्रोग्राम है, आर्टपार्क-इग्नाइट सीनियर फैकल्टी और अनुभवी उद्यमियों के लिए 6 से 18 महीने का इनक्यूबेशन प्रोग्राम है। आर्टपार्क-टर्बो कार्यक्रम में संगठन आर्टपार्क लक्ष्यों और उद्देश्यों के आसपास मौजूदा स्टार्टअप को फंड करता है और मिशन प्रोजेक्ट में उनका लाभ उठाता है। आर्टपार्क- बूस्ट प्रोग्राम के तहत, आर्टपार्क मौजूदा कंपनियों का सपोर्ट करता है जो बिना किसी निवेश के महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी का निर्माण कर रही हैं।
भविष्य में आर्टपार्क हेल्थकेयर, एजुकेशन, मोबिलिटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रीकल्चर, रिटेल और साइबर सिक्योरिटी में सामाजिक प्रभाव पैदा करना चाहता है और भारत व विकासशील दुनिया की प्रासंगिक समस्याओं पर फोकस करना चाहता है।
आर्टपार्क के बारे में:
एआई और रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी पार्क (ARTPARK) भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु द्वारा एक सार्वजनिक-निजी सहयोगी मॉडल में एआई फाउंड्री के समर्थन से एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और रोबोटिक्स में टेक्नोलॉजी इनोवेशंस को बढ़ावा देने के लिए स्थापित अपनी तरह का पहला गैर-लाभकारी फाउंडेशन है। नेशनल मिशन ऑन इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम (NM-ICPS) के तहत साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट (DST), भारत सरकार से 170 करोड़ ($22Mn) की सीड फंडिंग के साथ यह इकोसिस्टम इंडस्ट्री, एकेडेमिशया और सरकारी निकायों के पार्टनर्स का एक कोलेबोरेटिव कंसोर्टियम बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इन इनोवेशंस को हेल्थ केयर, एजुकेशन, मोबिलिटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रीकल्चर, रिटेल और साइबर सिक्योरिटी में महत्वाकांक्षी मिशन-मोड आरएंडडी प्रोजेक्ट्स को क्रियान्वित करके सामाजिक प्रभाव पैदा करने के लिए चैनलाइज़ किया जाएगा जो भारत की विशिष्ट समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं। आर्टपार्क को भारत में नई तकनीकों, मानकों, उत्पादों, सेवाओं और बौद्धिक संपदा के मामले में अत्याधुनिक इनोवेशंस के लिए कर्नाटक सरकार से 60 करोड़ रुपए का अनुदान मिला है।