फोर्टिस हॉस्पिटल के चिकित्‍सकों ने कोविड पॉजिटिव 31 वर्षीय व्‍यक्ति का सफल उपचार किया

एफएचएसबी के चिकित्‍सकों ने कोविड-19 जांच पॉजिटिव आने के बाद कार्डियक अरेस्‍ट से पीड़ित 31 वर्षीय रोगी 


का किया सफल उपचार 


- रोगी को पहले से कार्डियक संबंधी कोई बीमारी नहीं थी और उसकी बेहद स्‍वस्‍थ जीवनशैली थी, कोविड-19 जांच पॉजिटिव आने के बाद उसे हार्ट अटैक आया था


 


नई दिल्‍ली ÷अमन इंडिया)। फोर्टिस हॉस्पिटल के चिकित्‍सकों ने 31 वर्षीय ऐसे व्‍यक्ति का सफल उपचार किया जो कोविड-19 की जांच में पॉजिटिव आने के बाद कार्डियक अरेस्ट से पीड़ित था। रोगी की धमनियां 100% ब्‍लॉक्‍ड थीं। हालांकि इससे पहले उन्‍हें हृदय संबंधी कोई समस्या नहीं थी और बहुत स्वस्थ जीवन जी रहे थे। उनके सीने में दर्द अचानक बढ़ गया और उन्हें फोर्टिस हॉस्पिटल शालीमार बाग ले जाया गया, जहां डॉ. मनीष गुंजन (अतिरिक्त निदेशक - एफएचएसबी, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी) के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने उनका उपचार किया।


जब रोगी को हॉस्पिटल लाया गया था तो उन्‍हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी और सीने में दर्द काफी ज्‍यादा बढ़ गया था। रोगी का रैपिड एंटीजन कोविड जांच की गई जो निगेटिव निकला लेकिन चिकित्‍सकों ने प्रक्रिया के अनुसार आरटी-पीसीआर जांच कराने का निर्णय, जिसमें मरीज कोविड पॉजिटिव निकला। 


रोगी को व्‍यापक हार्ट अटैक आया था लेकिन उसका कार्डिक जोखिम का कोई इतिहास नहीं था, इसलिए तुरंत कोरोनरी एंजियोग्राफी कराने का निर्णय लिया गया, इस बीच रैपिड कोविड एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच का नमूना लिया गया। रोगी को जब आपातकालीन कक्ष से कैथ लैब में शिफ्ट किया जा रहा था तभी उसे कार्डियक अरेस्ट हो गया। चिकित्‍सकों ने तत्‍काल सीपीआर किया और उनकी स्थिति में सुधार लाकल तुरंत कोरोनरी एंजियोग्राफी की गई। इसमें पता चला कि हार्ट की मुख्य धमनी (एलएडी) 100% ब्‍लॉक्‍ड थी। रोगी के अटेंडेंट को इसकी जानकारी दी गई और उनकी सहमति लेने के बाद एंजियोप्लास्टी और स्‍टेंटिंग की गई। रोगी की हालात स्थिर हो गई और उसका कोविड-19 का नतीजा भी निगेटिव आया। चूंकि आरटीसीपीआर में समय लगता है, इसलिए तब तक रोगी की देखभाल पोस्ट एंजियोप्लास्टी प्रोटोकॉल के साथ की गई, देर से उसके आरटीपीसीआर नतीजा आना सकारात्मक रहा।


डॉ. मनीष गुंजन ने कहा, ‘‘रोगी के परिवार में कार्डियक मामले का कोई इतिहास नहीं था, और न ही उसका वजन काफी ज्‍यादा था। रोगी सिगरेट या शराब का भी सेवन नहीं करता था और नियमित तौर पर एक्‍साराइज भी करता था। जब उसे हमारे पास लाया गया था तब उसमें कोविड-19 के लक्षण दिख रहे थे और जांच में वह कोविड पॉजिटिव निकला। पहले कार्डियक संबंधी कोई बीमारी नहीं थी और शोध बताता है कि वयरस की वजह से हार्ट प्रभावित होता है। ऐसे में हमने दोनों के बीच संबंध की पुष्टि की। हमने आधे घंटे के अंदर मुख्‍य आर्टरी की एंजियोप्‍लास्‍टी और स्‍टेंटनिंग की। सभी स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों ने वायरस फैलाने से बचने के लिए पीपीई किट आदि पहचन कर सावधानी बरती। 


XXX (what type of) surgery. It was XXX hours long and XX precautions were taken to prevent the spread of the virus (what were the precautions taken). सर्जरी के बाद की अवधि सुगम और बेहतर रही। मरीज अगले दिन ही चलने में सक्षम था।”


 महिपाल भनोट, जोनल डायरेक्‍टर, फोर्टिस हॉस्टिपल शालीमार बाग ने कहा, ‘‘हमारे चिकित्‍सकों की अपने रोगियों के प्रति प्रतिबद्धता वास्तव में उत्‍कृष्‍ट है। वे अक्सर अपने स्वयं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को जोखिम में डालकर, हर संभव प्रयास करते हैं कि वे सर्वोत्तम संभव परिणाम सुनिश्चित कर सकें। इस मामले में, समय पर कार्रवाई की गई जिससे रोगी की जान बचाई जा सकी। हम अपने रोगियों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते रहेंगे और महामारी के बीच अपनी श्रेष्‍ठ क्षमता के साथ उसका सामना करते रहेंगे।”