नोएडा (अमन इंडिया)। स्पष्ट रूप से यह तो नहीं कहा जा सकता है कि कोविड-19 सीधे हृदय को प्रभावित करता है, लेकिन ये शरीर में ऐसे बदलाव लाता है जिसके कारण हृदय पर भी प्रभाव पड़ता है। वायरस के शरीर में प्रविष्ट होने पर हमारा शरीर एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का संचालन शुरू कर देता है जो कुछ हार्मोन हमारे शरीर में छोड़ता है, जिसके कारण विभिन्न अंगों में सूजन आ जाती है। इन हार्मोनों से रक्त वाहिकाओं मे भी सूजन हो सकती है और जिससे हृदय सम्बन्धी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
मेट्रो ग्रुप आफ हाॅस्पिटल्स के चेयरमैन पद्मविभूषण डाॅ. पुरुषोत्तम लाल ने बताया कि कोविड 19 एक श्वसन रोग है और फेफड़ों को प्रमुख रूप से प्रभावित करता है। लेकिन जब फेफड़े ठीक से काम नहीं कर रहे होते हैं तो इससे हृदय पर जोर पड़ता है, क्योंकि शरीर को आक्सीजन युक्त रक्त प्रदान करने के लिए इसे और अधिक पंप करने की आवश्यकता होती है। इसके कारण हमारी रक्त धमनियों और तंत्रिका को क्षति हो सकती है और ये स्वस्थ व्यक्तियों में भी दिल के दौरे का कारण बन सकता है। उन्होंने बताया कि लोगों को अपने डाॅक्टरों से परामर्श के बिना अपनी निर्धारित दवाएं लेना बंद नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे उनकी स्थिति और जटिल हो सकती है। कोविड का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव हमारे जीवन में वर्षों तक देखा जाएगा, लेकिन हमें इस लड़ाई को जीतने के लिए हर समय सतर्क रहना होगा।