ब्राजील में होने जा रही बायर यूथ एजी समिट में दो युवा लीडर्स भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे

 


 


 



  • द्विवार्षिक बायर यूथ एजी समिट बढ़ती आबादी की भूख मिटाने की चुनौतियाँ दूर करने में मदद हेतु ठोस परियोजनाओं को विकसित करने के लिए युवा लीडर्स को एकसाथ लाता है

  • 2019 समिट का आयोजन नवंबर 4-6, ब्रासिलियाब्राजील में होगा

  • 140 देशों से प्राप्त 2,800 आवेदनों में से 45 देशों के 100 प्रतिनिधिमंडल चुने गये हैं

  • नित्या श्रीनिवासन और राघव सरीन ग्लोबल समिट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे


 


 


नई दिल्ली: (अमन इंडिया) बायर यूथ एजी समिट के चौथे संस्करण का आयोजन नुफील्ड ब्राजील के साथ भागीदारी में नवंबर 4-6 को ब्रासिलियाब्राजील में होगा। यूथ एजी समिटबायर एग्रीकल्चरल एज्युकेशनप्रोग्राम का हिस्सा है। यह 18 से 25 वर्ष के युवाओं चेंज-मेकर्स को एक साथ लाता हैताकि बढ़ती आबादी की भूख मिटाने की चुनौतियों को दूर करने में उनकी मदद ली जा सके।


 


इस वर्ष की आवेदन प्रक्रिया के लियेप्रत्येक संभावित प्रतिभागी ने यूनाइटेड नेशंस सस्टैनेबल डेवलपमेन्ट गोल्स(एसडीजी) के संदर्भ में खाद्य असुरक्षा से निपटने के लिये अपने विचार दिये । बायर को 140 देशों से लगभग 2,800 आवेदन मिले। प्रत्येक आवेदन की समीक्षा विशेषज्ञों के एक पैनल ने की और 45 देशों के 100 प्रतिनिधियों का चयन किया गया। इन चुने गये प्रतिनिधियों में उद्यमीकिसानविद्यार्थीपादप वैज्ञानिक और अर्थशास्त्रीआदि शामिल हैं। उनके आइडियाज विभिन्न चुनौतियों पर केन्द्रित हैंजैसेकि खेती में लैंगिक समानता(gender equality), स्थायी कृषि (sustainable agriculture), युवाओं की शिक्षाखाद्य अपशिष्ट (food waste) और जलवायु परिवर्तन (climate change)। यह सभी अलग-अलग पृष्ठभूमियों से आते हैंलेकिन विश्व को भूख से मुक्त करने के लिये उनकी प्रतिबद्धता एक है।


 


यूथ एजी समिट 2019 में भारत का प्रतिनिधित्व बैंगलोर की 22 वर्षीय नित्या श्रीनिवासन और नई दिल्ली के 22 वषीर्य राघव सरीन करेंगे।


 


नित्या ने यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली से अर्थशास्त्र में बी.ए. किया है और वर्तमान में वह येल यूनिवर्सिटी (YaleUniversity) से इंटरनेशनल डेवलपमेन्ट इकोनॉमिक्स में मास्टर्स कर रही हैं। वो एक अंतर्राष्ट्रीय विकास शोधकर्ताएक जुनूनी एजुकेटर हैं और खाद्य असुरक्षा को दूर करने के लिये स्थायी खाद्य उत्पादन एवं उपभोग तथा भारत की बढ़ती आबादी के लिये गुणवत्तापूर्ण पोषण प्रदान करने में योगदान देना चाहती हैं।


 


राघव ने यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली से अर्थशास्त्र में बी.ए. किया है। वो एक उद्यमी और यूआई/यूएक्स (यूजर इंटरफेस/ यूजर एक्सपीरियेन्स) डिजाइनर हैं। वो प्रौद्योगिकी-आधारित समाधानों से खाद्य सुरक्षा के लिये काम करना चाहता हैजो भारतीय कृषि में बड़े पैमाने का प्रभाव उत्पन्न कर सकें।


 


एक बेहतर कल का निर्माण करने के लिए अगली पीढ़ी को सशक्त करने के लिये, उन्‍हें वर्तमान में एक आवाज मिलनी चाहिये। यूथ एजी समिट चुने गये 100 प्रतिनिधियों के लिये वैचारिक पोषण का काम करेगीः उनके विचार को साकार करने में उनकी मदद करेगी और उनकी परियोजनाओं के लिये आवश्यक कुशलता प्रदान करेगी। उन्हें विशेषज्ञों को सुनने और फील्ड ट्रिप्स में भाग लेने का मौका भी मिलेगाताकि वे कृषि उद्योग के बारे में अधिक सीख सकें।